Atma Nirbhar Bharat: नई दिल्ली। इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन (आईओसी) ने घोषणा की है कि उसने गुजरात स्थित ज्योति-1 तेल कुएँ में उत्पादन कार्य शुरू कर दिया है। ऊर्जा क्षेत्र के लिए यह एक उल्लेखनीय कदम माना जा रहा है, क्योंकि इससे देश की घरेलू कच्चे तेल उत्पादन क्षमता में वृद्धि होगी। केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री हरदीप सिंह पुरी (Hardeep Singh Puri) ने इस पहल को भारत की अपस्ट्रीम गतिविधियों में “महत्वपूर्ण प्रगति” बताया। Indian Oil
मंत्री ने बताया कि 14 नवंबर 2025 को ब्लॉक सीबी-ओएनएन-2005/9 के अंतर्गत आईयूवीएल साइट पर ज्योति-1 कुएँ से उत्पादन औपचारिक रूप से आरंभ किया गया। उनके अनुसार, यह कदम न केवल आईओसी के लिए बल्कि भारत की ऊर्जा संरचना के लिए भी एक महत्वपूर्ण उपलब्धि साबित होगा। उन्होंने कहा कि इससे देश को ऊर्जा आत्मनिर्भरता की दिशा में आगे बढ़ने में मदद मिलेगी, जो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में सरकार के व्यापक ऊर्जा लक्ष्यों के अनुरूप है।
इंडियन ऑयल का यह नया अध्याय अपस्ट्रीम क्षेत्र में उसके पुनः उभरने का संकेत
हरदीप सिंह पुरी ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर लिखा कि इंडियन ऑयल का यह नया अध्याय अपस्ट्रीम क्षेत्र में उसके पुनः उभरने का संकेत है। उन्होंने कहा कि घरेलू संसाधनों के बेहतर उपयोग और ऊर्जा आपूर्ति को मजबूत करने के लिए यह कदम समय की आवश्यकता था। मंत्री ने यह भी बताया कि इस उपलब्धि के पीछे पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्रालय, हाइड्रोकार्बन महानिदेशालय (डीजीएच) और आईओसी की संयुक्त मेहनत शामिल है। सभी टीमों को बधाई देते हुए उन्होंने कहा कि भारत अपनी अपस्ट्रीम क्षमता में लगातार सुधार कर रहा है।
भारत की ऊर्जा सुरक्षा रणनीति के संदर्भ में यह विकास बेहद महत्वपूर्ण है। इससे पहले मंत्रालय ने जानकारी दी थी कि भारत की सरकारी तेल कंपनियों ने अमेरिका से प्रति वर्ष 2.2 मिलियन टन एलपीजी आयात करने के लिए समझौता किया है। सरकार का कहना है कि देशवासियों को किफायती दामों में गैस उपलब्ध कराने के उद्देश्य से एलपीजी खरीद स्रोतों का विविधीकरण किया जा रहा है। Indian Oil















