कैथल सच कहूं /कुलदीप। नैन डीसी प्रीति ने कहा कि सभी संबंधित विभाग सड़क सुरक्षा के मुद्दे को गंभीरता से लें। अगर किसी विभाग की कमी की वजह से कोई सड़क हादसे में किसी की मौत होती है तो उस संबंधित विभाग की भी इसके लिए जवाबदेही तय की जाएगी। सड़क पर चलने वाले लोगों की सुरक्षा से किसी प्रकार का कोई समझौता नहीं किया जाएगा। एनएचएआई, पीडब्ल्यूडी, नगर निकाय व मार्केटिंग बोर्ड के अधिकारी सुनिश्चित करें कि उनकी सभी सड़कें सुरक्षा मानक पर खरी हैं और सभी आवश्यक उपाय पूरे हैं। डीसी प्रीति ने तितरम देवबन रोड की सही तरीके से रिपेयर न करने पर संबंधित एसडीओ एवं जेई को नोटिस जारी करने के निर्देश दिए। बता दे कि एक दिन पहले ही जिले के कसान गाँव के पास बड़ा सड़क हादसा हो गया था जिसमे एक रोडवेज बस पलट जाने से 22 यात्री घायल हो गये थे |
डीसी प्रीति सोमवार को लघु सचिवालय के सभागार में सड़क सुरक्षा समिति की मासिक बैठक में अधिकारियों को दिशा निर्देश दे रहीं थी। उन्होंने दो घंटे से भी अधिक समय तक ली बैठक में इस साल अब तक हुए हादसों की केस अनुसार समीक्षा की। डीसी प्रीति ने नगर निकाय विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे शहरों में सुनिश्चित करें कि चौक-चौराहे सुरक्षा मानकों अनुसार ही बनाए जा रहे हैं या नहीं। जरूरत पड़े तो हाउस की बैठक में चौक चौराहों के सुरक्षा मानकों अनुसार निर्माण करवाने का प्रस्ताव लाएं।
इसी प्रकार डीसी ने नेशनल हाईवे प्राधिकरण के अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे हाईवे पर बिना परमिशन के चल रहे ढाबों को नोटिस जारी करके आवश्यक कार्रवाई करें। एनएचएआई के अधिकारी तितरम मोड पर लगाने वाली लाइट के कार्य को जल्द पूरा करें। साथ ही रोडवेज जीएम सुनिश्चित करें कि बसों को चौक से थोड़ा आगे या पीछे सवारियों को उतारें और चढ़ाएं। इस अवसर पर एडीसी दीपक बाबूलाल करवा ने भी एनएचएआई द्वारा कई प्वाइंटस पर सुधार न किए जाने पर काम में तेजी लाने के निर्देश दिए। आरटीए गिरीश चावला, गुहला एसडीएम कैप्टन प्रमेश कुमार, कलायत एसडीएम अजय हुड्डा, डीएसपी सुशील प्रकाश, जीएम रोडवेज कमलजीत सिंह, डीआईओ दीपक खुराना, रेडक्रॉस सचिव रामजी लाल, कार्यकारी अभियंता अरुण कंसल, सतपाल, सड़क सुरक्षा समिति के गैर सरकारी सदस्य सतीश सेठ सहित अन्य विभागों के अधिकारी मौजूद रहे।