करनाल शहर को स्वच्छता में राष्ट्रपति पुरस्कार के लिए चुने जाने पर विधायक जगमोहन आनंद, मेयर रेनू बाला गुप्ता व निगमायुक्त डॉ. वैशाली शर्मा ने की पत्रकार वार्ता

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Karnal News: करनाल शहर को स्वच्छता में राष्ट्रपति पुरस्कार के लिए चुने जाने पर विधायक जगमोहन आनंद, मेयर रेनू बाला गुप्ता व निगमायुक्त डॉ. वैशाली शर्मा ने की पत्रकार वार्ता

17 जुलाई को मिलने वाले प्रतिष्ठित पुरस्कार के लिए समस्त शहरवासियों को दी बधाई

करनाल (सच कहूँ/सुनीता मोकल)। Karnal News: करनाल के विधायक जगमोहन आनंद, नगर निगम की महापौर रेनू बाला गुप्ता तथा निगमायुक्त डॉ. वैशाली शर्मा ने रविवार को, निगम के सभागार में आयोजित एक पत्रकार वार्ता में, स्वच्छ सर्वेक्षण 2024 में करनाल शहर को राष्ट्रपति पुरस्कार के लिए चुने जाने पर समस्त नागरिकों को बधाई दी। यह प्रतिष्ठित पुरस्कार आने वाली 17 जुलाई को नई दिल्ली के विज्ञान भवन में आयोजित एक गरिमापूर्ण कार्यक्रम में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू की ओर से भेंट किया जाएगा। Karnal News

पत्रकार वार्ता में विधायक जगमोहन आनंद ने स्वच्छता के लिए मिलने जा रहे प्रतिष्ठित राष्ट्रपति पुरस्कार को करनाल की जनता का गौरव बताया। उन्होंने कहा कि कुछ वर्ष पहले स्वच्छता का मूल मंत्र देश के प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी की ओर से देशवासियों को दिया गया था और अब आलम यह है कि वर्षों पहले जिस भारत देश की विदेशों में अस्वच्छ देश के रूप में गिनती होती थी, आज विश्व के कई मुल्क भारत में स्वच्छता के क्षेत्र में अपनाए जा रहे तौर-तरीकों को अपने यहां इस्तेमाल कर रहे हैं। उन्होंने याद दिलाया कि प्रधानमंत्री जी ने जिस तरह से देशवासियों को स्वच्छता के साथ जुड़ने के लिए प्रेरित किया था। यहां तक कि उन्होंने प्रधानमंत्री पद पर रहते हुए सफाई कर्ताओं के पांव धोकर उनका मनोबल बढ़ाते हुए एक सर्वोच्च व अनुकरणीय उदाहरण भी पेश किया था। प्रेस वार्ता में विधायक ने प्रतिष्ठित राष्ट्रपति पुरस्कार मिलने के लिए शहर के तमाम नागरिक, पार्षद और नगर निगम की पूरी टीम को बधाई एवं शुभकामना दी।

महापौर रेनू बाला गुप्ता ने पत्रकारों को बताया कि वर्ष 2014 में देश के प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने लाल किले की प्राचीर से सम्पूर्ण स्वच्छता अभियान की मुहिम शुरू कर देशवासियों से अपने-अपने क्षेत्रों को साफ-सुथरा रखने का आह्वान किया था। उसके अभूतपूर्व परिणाम आज सबके सामने हैं। प्रधानमंत्री के आह्वान से अभिप्रेरित होकर प्रदेश के तत्कालीन मुख्यमंत्री और वर्तमान में केंद्रीय शहरी एवं आवासन मंत्री श्री मनोहर लाल ने हरियाणा में स्वच्छता का जन आंदोलन शुरू किया था। उससे प्रदेश को अब तक राष्ट्रीय स्तर के कई पुरस्कार हासिल हो चुके हैं। यह एक बड़ी उपलब्धि है। महापौर ने कहा कि किसी भी शहर का विकास तब तक बेईमानी है, जब तक वह शहर पूर्ण रूप से स्वच्छ नहीं होगा। स्वच्छता किसी पुरस्कार को पाने के लिए किए जा रहे प्रयास नहीं होते, अपितु यह एक सतत प्रक्रिया है। उन्होंने कहा कि 17 जुलाई को मिलने वाले राष्ट्रपति पुरस्कार के क्षण हम सबका गौरव बढ़ाएंगे। Karnal News

कैसे हुआ यह सम्भव- प्रेस वार्ता में महापौर ने बताया कि पिछले कई सालों से करनाल शहर में स्वच्छता के कार्यक्रम बड़ी तेजी से चल रहे हैं। डोर टू डोर कूड़ा उठान और गीले व सूखे कूड़े को अलग-अलग पृथक कर उसे सॉलिड वेस्ट प्लांट में पहुंचाना स्वच्छता के मानदंडों को प्राप्त करने के सबसे बड़े कारक हैं। इन प्रयासों से नागरिकों में जागरूकता भी आई है और अब स्थिति यह है कि शहर से प्रतिदिन एकत्र होने वाले कुल कूड़े का 50 प्रतिशत से अधिक सेग्रीगेशन हो रहा है। सेग्रीगेशन से सॉलिड वेस्ट प्लांट का उद्देश्य भी अब पहले से कहीं बेहतर हुआ है। मेयर ने मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी और केन्द्रीय शहरी एवं आवासन मंत्री मनोहर लाल के उस नजरिए की सराहना की, जिसमें उन्होंने करनाल शहर के विकास और इसे स्वच्छ बनाएं रहने के बारे में मार्गदर्शन करते रहते हैं। Karnal News

नगर निगम आयुक्त डॉ. वैशाली शर्मा ने भी प्रैस वार्ता में करनाल को प्रतिष्ठित राष्ट्रपति पुरस्कार के लिए चुने जाने पर समस्त शहरवासियों को बधाई दी और कहा कि यह सामूहिक सहयोग से संभव हुआ है। उन्होंने सफाई मित्रों की यह कहकर प्रशंसा की कि वे हर मौसम में साफ-सफाई के कार्य में लगे रहते हैं। इसे देखते उनका योगदान सबसे महत्वपूर्ण है। इस अवसर पर उन्होंने अपने से पूर्व नगर निगम आयुक्त के पद पर रहे चुके आयुक्तों के योगदान को भी याद किया।
पत्रकारों के सवालों के दिए जवाब- प्रेस वार्ता में मेयर रेनू बाला गुप्ता ने प्रश्नों के जवाब भी दिए। उन्होंने बताया कि 17 जुलाई को मिलने वाले राष्ट्रपति पुरस्कार में करनाल शहर को एक से तीन लाख जनसंख्या की श्रेणी के लिए पुरस्कार दिया जाएगा।

शहर की रैंकिंग क्या होगी, यह अभी स्पष्ट नहीं है। लेकिन पूर्ण सम्भावना है कि यह शीर्ष तीन पुरस्कारों में से एक होना चाहिए। एक अन्य सवाल के जवाब में उन्होंने बताया कि इंदौर को देश के स्वच्छ शहरों का कई बार पुरस्कार मिल चुका है। नगर निगम की टीम ने इंदौर का भ्रमण कर स्वच्छता को लेकर उनके तौर-तरीकों और जनता की भागीदारी कैसी हो, की भी जानकारी ली थी। एक अन्य प्रश्न के उत्तर में उन्होंने बताया कि नगर निगम क्षेत्र में स्थापित सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट से उपचारित जल को खेत, पार्क व डिवाइडर पर लगे पेड़-पौधों की सिंचाई में प्रयोग किया जा रहा है।

प्रेस वार्ता में भाजपा के पूर्व कार्यकारी जिलाध्यक्ष एवं समाजसेवी बृज गुप्ता, निगम पार्षद सुदेशी रानी, बेबी पाल, भूपेन्द्र नौतना, सुभाष चंद, अंकित तितौरिया, जोगिन्द्र शर्मा, संकल्प भंडारी, संजीव कुमार मेहता, मोनिक गर्ग, ईश गुलाटी, प्रियंका देवी, ममता देवी, हरजीत सिह लाड्डी संधू, राम सुधीर यादव, मोननीत पार्षद गौरव नागपाल, उमेश परोचा व विशेष वर्मा के अलावा अतिरिक्त निगम आयुक्त अशोक कुमार मौजूद रहे।

करनाल को मिल चुके स्वच्छता पुरस्कार एक दृष्टि में | Karnal News

  • स्वच्छ सर्वेक्षण 2017 में राष्ट्रीय स्तर पर 65वां रैंक तथा उत्तर भारत में प्रथम स्थान।
  • वर्ष 2018 में राष्ट्रीय स्तर पर 41वां रैंक तथा उत्तर भारत का प्रथम स्वच्छ शहर।
  • वर्ष 2019 में राष्ट्रीय स्तर पर 24वां स्थान तथा स्कॉच अवार्ड में हरियाणा में प्रथम।
  • वर्ष 2020 में राष्ट्रीय स्तर पर 17 वां रैंक तथा गारबेज फ्री सिटी में हरियाणा में प्रथम।
  • वर्ष 2021 में राष्ट्रीय स्तर पर 86वां रैंक तथा प्रेरक दौर सम्मान में गोल्ड अनुपम रैंकिंग।
  • वर्ष 2022 में राष्ट्रीय स्तर पर 85वां रैंक तथा हरियाणा राज्य में तृतीय स्थान।
  • वर्ष 2023 में राष्ट्रीय स्तर पर 115 वां रैंक तथा हरियाणा राज्य में द्वितीय स्थान तथा
  • स्वच्छ सर्वेक्षण 2024 में भारत के स्वच्छ शहरों में शामिल होने पर प्रेसिडेंशियल अवॉर्ड।

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