
Rice Flour Rasgulla Recipe: अनु सैनी। रसगुल्ले भारत की सबसे पसंदीदा मिठाइयों में से एक है। आमतौर पर इन्हें छेना (पनीर) से बनाया जाता है, लेकिन आज हम आपको बताने जा रहे हैं एक बेहद खास और आसान रेसिपी — चावल के आटे से रसगुल्ले बनाने की। इस विधि में दूध की जरूरत नहीं होती, ना ही कोई महंगी सामग्री। स्वाद, मिठास और नरमी वही पुरानी, लेकिन तरीका बिल्कुल नया और आसान।
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क्यों खास हैं चावल के रसगुल्ले? Rice Flour Rasgulla Recipe
बिना दूध या पनीर के तैयार होने वाली मिठाई
उपवास (व्रत) में भी सेवन योग्य
आसान, झटपट और कम खर्चीला विकल्प
बच्चों और बुजुर्गों दोनों के लिए सुपाच्य
पारंपरिक स्वाद में नयापन
चावल के रसगुल्ले बनाने की सामग्री
सामग्री मात्रा
चावल का आटा1 कप
पानी 1व् कप
देसी घी 1 छोटा चम्मच
शक्कर 1 कप
गुलाब जल1 छोटा चम्मच
इलायची पाउडर व् छोटा चम्मच
नींबू का रस 1 छोटा चम्मच
कटे ड्रायफ्रूट्स (काजू-बादाम, वैकल्पिक) 1 चम्मच
स्टेप बाय स्टेप विधि
चरण 1: चावल के आटे का आटा गूंथना
एक पैन में 1व् कप पानी लें और उसमें घी व नींबू का रस डालें।
पानी में उबाल आने पर धीरे-धीरे चावल का आटा डालते जाएं।
लगातार चलाते रहें ताकि कोई गांठ न बने।
आटे को 4झ्र5 मिनट तक पकाएं जब तक वह एक मोटा सा मिश्रण बन जाए।
चरण 2: ठंडा कर के गोल बनाएं
अब इस मिश्रण को ठंडा होने दें।
जब यह गुनगुना रह जाए, तो हाथ पर थोड़ा घी लगाकर इससे छोटी-छोटी गोलियां बनाएं।
चाहें तो बीच में ड्रायफ्रूट्स भर सकते हैं।
चरण 3: चाशनी बनाना
एक पैन में 1 कप चीनी और 2 कप पानी डालें।
उबाल आने के बाद उसमें गुलाब जल और इलायची पाउडर मिलाएं।
चाशनी को 4 झ्र 5 मिनट तक मध्यम आंच पर पकाएं।
चरण 4: रसगुल्ले पकाना
तैयार गोलियों को धीरे से चाशनी में डालें।
पैन को ढककर 10झ्र12 मिनट तक मध्यम आंच पर पकाएं।
ध्यान रखें कि चाशनी में पहले से उबाल आ रहा हो, तभी उसमें रसगुल्ले डालें।
जरूरी टिप्स और सावधानियां
नींबू का रस आटे को मुलायम बनाता है और चिपकने से रोकता है।
चाशनी में रसगुल्ले डालते समय आंच को धीमा न करें, वरना वे टूट सकते हैं।
गोलियां बनाते समय मिश्रण गुनगुना होना चाहिए, नहीं तो आटा सूखने लगेगा।
अगर व्रत के लिए बना रहे हैं, तो शुद्ध घी और सेंधा नमक का प्रयोग करें।
स्वाद और पोषण साथ-साथ
चावल का आटा हल्का और सुपाच्य होता है, जो पेट पर भारी नहीं पड़ता।
चीनी की मात्रा कम या ज्यादा की जा सकती है झ्र मधुमेह रोगी गुड़ या शुगर फ्री का प्रयोग करें।
इसमें मौजूद गुलाब जल और इलायची पाचन में मदद करते हैं और स्वाद में खुशबू भी जोड़ते हैं।
इस रेसिपी को आप कैसे इस्तेमाल कर सकते हैं?
त्योहारों पर झ्र होली, रक्षाबंधन, दीपावली में बिना झंझट के खास मिठाई तैयार।
उपवास में झ्र दूध या अनाज नहीं जाने पर यह मिठाई खाई जा सकती है।
बच्चों के टिफिन में झ्र सेहतमंद और स्वादिष्ट विकल्प
महमानों के सामने परोसें झ्र और सबको चौंकाए कि बिना दूध के भी रसगुल्ले ऐसे बन सकते हैं!
परंपरा में बदलाव का स्वाद
रसगुल्लों की यह रेसिपी परंपरा में एक नया स्वाद और सुविधा लेकर आई है। जहां पहले रसगुल्ले बनाना मुश्किल और समय लेने वाला काम लगता था, वहीं अब चावल के आटे से यह मिठाई कुछ ही मिनटों में बनकर तैयार हो जाती है। स्वाद ऐसा कि एक खाएंगे और बार-बार बनाने का मन करेगा।