UP Metro News: उत्तर प्रदेश के इस जिले में इन रूट पर चलेगी मेट्रो

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UP Metro News: उत्तर प्रदेश के इस जिले में इन रूट पर चलेगी मेट्रो

UP Metro News: लखनऊ, अनु सैनी। रेलवे और मेट्रो ट्रैक दोनों ही आधुनिक यातायात के अहम आधार हैं, लेकिन इनके निर्माण में तकनीकी दृष्टिकोण से कई अंतर होते हैं। रेलवे ट्रैक पर अक्सर छोटे-छोटे पत्थर (बैलास्ट) बिछाए जाते हैं, जो ट्रेन की गति और वजन को सहन करने में मदद करते हैं। वहीं दूसरी ओर, मेट्रो ट्रैक आमतौर पर बिना पत्थरों के बनाए जाते हैं। इसका कारण यह है कि मेट्रो ट्रेनें रेलवे ट्रेनों के मुकाबले हल्की होती हैं, जिससे उनके ट्रैक पर अत्यधिक दबाव नहीं पड़ता।

मेट्रो ट्रैक पर बैलास्ट की जरूरत क्यों नहीं होती

मेट्रो ट्रैक अधिकतर एलिवेटेड (ऊंचे) या अंडरग्राउंड (भूमिगत) होते हैं, जो विशेष तकनीक से कंक्रीट और स्टील के सहारे बनाए जाते हैं। ये ट्रैक ज्यादा स्थायित्व और कम मेंटेनेंस की आवश्यकता वाले होते हैं। चूंकि मेट्रो ट्रेनें तेज़ होती हैं और अक्सर इलेक्ट्रिक मोटर से संचालित होती हैं, इसलिए ट्रैक का डिज़ाइन विशेष रूप से उनकी गति और संरचना के अनुरूप किया जाता है।

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भारत में मेट्रो नेटवर्क का तेज़ी से विस्तार | UP Metro News

भारत में मेट्रो रेल प्रणाली का विस्तार बहुत तेज़ी से हो रहा है। आज देश में 11 राज्यों के 23 शहरों में मेट्रो ट्रेनें संचालित हैं और कुल नेटवर्क 1000 किलोमीटर से भी अधिक हो चुका है। यह आंकड़ा भारत को चीन और अमेरिका के बाद विश्व का तीसरा सबसे बड़ा मेट्रो नेटवर्क वाला देश बना देता है।

मेट्रो: केवल यात्रा नहीं, एक नया जीवनशैली

मेट्रो ट्रेनें अब केवल सफर का जरिया नहीं रहीं, बल्कि ये शहरी जीवन का अभिन्न हिस्सा बन चुकी हैं। लोगों की रोज़मर्रा की आवाजाही को तेज, आसान और सुलभ बनाने में मेट्रो का योगदान क्रांतिकारी रहा है।

आगरा मेट्रो: भविष्य की ओर बढ़ता शहर

आगरा शहर में मेट्रो परियोजना दो मुख्य कॉरिडोर में बंटी है। पहला कॉरिडोर खंदारी से सिकंदरा तक है, जिस पर निर्माण कार्य तेज़ी से चल रहा है। उम्मीद है कि जुलाई-अगस्त तक इस रूट पर मेट्रो सेवा शुरू हो जाएगी।
दूसरे कॉरिडोर की योजना आगरा कैंट से कालिंदी विहार तक है, जिसकी कुल लंबाई लगभग 15 किलोमीटर होगी और इसमें 14 स्टेशन शामिल होंगे। यह कॉरिडोर दो चरणों में पूरा किया जाएगा। पहले चरण में आगरा कॉलेज तक ट्रैक बिछाया जाएगा और दूसरे चरण में यमुना नदी पर नया पुल बनाकर कालिंदी विहार तक विस्तार किया जाएगा।

निर्माण की वर्तमान स्थिति | UP Metro News

फिलहाल, आगरा कैंट और सदर बाजार में पिलर बनाने का कार्य चल रहा है। इसके अलावा, भगवान टॉकीज से हाईवे पर आने के बाद ट्रैक बायीं ओर मुड़ेगा और निर्धारित मार्ग पर आगे बढ़ेगा।

नवाचार और भविष्य की तकनीक

भारत की मेट्रो प्रणाली पारंपरिक ट्रांज़िट सिस्टम से कहीं आगे निकल चुकी है। अब देश में नदी के नीचे सुरंगें, चालक रहित मेट्रो ट्रेनें और जल मेट्रो जैसे अत्याधुनिक समाधानों पर भी काम हो रहा है, जो शहरी यातायात की तस्वीर को पूरी तरह बदल देंगे।