सोनभद्र। जिले के बिल्ली मारकुंडी क्षेत्र में स्थित एक पत्थर खदान में रविवार को बड़ा हादसा हो गया। खदान का एक हिस्सा अचानक ध्वस्त हो जाने से कई मजदूर भीतर फंस गए। प्रारंभिक अनुमान के अनुसार, लगभग 10 श्रमिकों के मलबे में दबे होने की आशंका है। राहत दलों ने एक मजदूर को सुरक्षित निकाल लिया है, जबकि बाकी को ढूँढने का प्रयास तेज़ी से जारी है। Sonbhadra Accident
घटना की सूचना मिलते ही उत्तर प्रदेश के समाज कल्याण राज्य मंत्री एवं स्थानीय विधायक संजीव कुमार गोंड मौके पर पहुँचे और राहत कार्यों का जायज़ा लिया। ज़िला प्रशासन ने जानकारी दी कि कृष्णा माइंस खदान में अचानक अंदरूनी दीवार गिरने से यह दुर्घटना हुई। ज़िला मजिस्ट्रेट बी.एन. सिंह ने बताया कि खदान के भीतर कई मजदूर कार्यरत थे, जिनमें कुछ गिरते मलबे की चपेट में आ गए।
प्रशासन ने तुरंत एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमों को मिर्ज़ापुर से बुलाकर बचाव अभियान शुरू कराया है। एडीएम रमेश चंद्र यादव ने बताया कि अधिकारी शिफ्टों में तैनात किए गए हैं और समय के साथ विस्तृत जानकारी उपलब्ध कराई जाएगी। उन्होंने कहा कि ज़िला प्रशासन प्रभावित परिवारों को पूरी सहायता प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है।
मंत्री संजीव कुमार गोंड ने कहा कि मजदूरों की वास्तविक संख्या का अभी आकलन किया जा रहा है और हर संभव मदद उपलब्ध कराई जा रही है। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि खदान के संचालन से जुड़ी परिस्थितियों की उच्च स्तर पर जाँच की जाएगी। यदि लापरवाही साबित होती है, तो जिम्मेदार व्यक्तियों पर कठोर कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा, “यह अत्यंत दुखद दुर्घटना है। सरकार पीड़ित परिवारों के साथ खड़ी है और आवश्यक आर्थिक सहायता दी जाएगी।” Sonbhadra Accident















