एचपी गैस प्लांट, वीटा प्लांट, रेलवे स्टेशन, खटकड़ पांवर ग्रिड तथा सफीदों लघु सचिवालय में होगा माॅक ड्रिल का आयोजन: डीसी मोहम्मद इमरान रजा
- शाम 7.50 से 8 बजे तक ब्लैकआउट में जिलावासी करें उपकरण बंद | Jind News
जींद (सच कहूँ/विकास सिंहमार)। Jind Mock Drill News: सरकार ने अब पूरे प्रदेश में आज ही मॉक ड्रिल करने का निर्णय लिया है। इसी कड़ी में एचपी गैस प्लांट, वीटा प्लांट, रेलवे स्टेशन, खटकड़ पांवर ग्रिड तथा सफीदों लघु सचिवालय में सांय 4 बजे माॅक ड्रिल का आयोजन किया जाएगा। किसी आपात स्थिति में उठाए जाने वाले कदमों के दृष्टिगत केवल अभ्यास सुनिश्चित करने के लिए यह किया गया है। मॉक ड्रिल को लेकर डीसी मोहम्मद मोहम्मद इमरान रजा लघु सचिवालय के कॉन्फ्रेंस हॉल में पत्रकारों के साथ प्रेस वार्ता कर रहे थे। इससे पहले हरियाणा के मुख्य सचिव अनुराग रस्तोगी ने सभी जिलों के उपायुक्तों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से जरूरी निर्देश दिए। Jind News
डीसी मोहम्मद इमरान रजा ने बताया कि सरकार के निर्देशों पर जिला में 7 मई यानी आज साय 4 बजे मॉक ड्रिल की जाएगी, जिसके तहत शाम 7.50 से 8 बजे तक ब्लैकआउट किया जाना है। यह ब्लैकआऊट जिला के सभी नागरिकों को स्वयं करना है। उन्होंने सभी जिला वासियों से आह्वान किया कि इस दौरान वे अपने घरों की बिजली व अन्य उपकरणों को बंद करके ब्लैकआउट की कार्रवाही में अपना सहयोग दें। उन्होंने बताया कि यह मॉक ड्रिल केवल अभ्यास का हिस्सा है। इससे किसी को घबराने की जरूरत नहीं है। Jind News
सभी नागरिक इस मॉक ड्रिल के निर्देशों का पालन करते हुए प्रशासन का सहयोग करें। उन्होंने सभी मीडिया कर्मियों से भी इस माॅक ड्रिल में सहयोग करने की अपील की और कहा कि इस संदेश को प्रत्येक नागरिक तक पहुंचाने का काम करें। प्रशासन द्वारा दी गई वैध जानकारी को ही आगे साझा करें। इस माॅक ड्रिल में किसी भी प्रकार की आपात कालीन स्थिति होने पर सर्च और रेस्क्यू ऑपरेशन का अभ्यास किया जाएगा। जिला प्रशासन द्वारा सूचना के आदान- प्रदान के लिए कंट्रोल रूम स्थापित किया जिसका लेड लाईन नम्बर 01681-245206 है।
इस अवसर पर पुलिस अधीक्षक कुलदीप सिंह, एडीसी विवेक आर्य, एएसपी सोनाक्षी सिंह, जींद एसडीएम सत्यवान सिंह मान, सफीदों एसडीएम पुलकित मल्होत्रा, नरवाना एसडीएम जगदीश चन्द्र, जुलाना एसडीएम होशियार सिंह, सीईओ जिप अनिल दून, डीएमसी गुलजार मलिक, नगराधीश डाॅ. आशीष देशवाल, जिला राजस्व अधिकारी राजकुमार व अन्य विभागों के अधिकारी भी मौजूद रहे। Jind News
सिविल डिफेंस मॉक ड्रिल के लिए, जनता से निम्नलिखित सुनिश्चित करने का आग्रह किया जाता है | Jind News
ड्रिल से पहले
- बुनियादी सामान/आपातकालीन आपूर्ति तैयार रखें बैटरी/सौर ऊर्जा से चलने वाली फ्लैशलाइट/टॉर्च, रेडियो, ग्लो स्टिक, वैध आईडी कार्ड
- परिवार की आपातकालीन किट तैयार रखें पानी, सूखा भोजन, बुनियादी दवाइयाँ।
- अलर्ट के बारे में जागरूकता
- सायरन सिग्नल सीखें (जैसे लंबा निरंतर = अलर्ट छोटा = सब साफ)
- आधिकारिक अपडेट के लिए रेडियो/टीवी देखते रहें (जैसे आकाशवाणी, दूरदर्शन)
- सुरक्षित क्षेत्र की तैयारी
- आश्रय के रूप में सुरक्षित आंतरिक कमरे या तहखाने की पहचान करें।
- पारिवारिक अभ्यास का अभ्यास करें, लाइट बंद करें, 1-2 मिनट के भीतर सुरक्षित क्षेत्र में इकट्ठा हों।
- आपातकालीन नंबर नोट करें
- पुलिस 112
- अग्नि 101
- एम्बुलेंस 120
- शाम 7 से 8 बजे तक लिफ्ट का उपयोग न करें। लिफ्टों को निष्क्रिय कर दें ताकि ब्लैकआउट के दौरान कोई असुविधा न हो।
- बुजुर्गों/बच्चों को पहले से सूचित/तैयार करें। अभ्यास के दौरान
- अगर आपको हवाई हमले के सायरन या घोषणाएँ सुनाई दें – यह एक अभ्यास है तो घबराएँ नहीं।
- पुलिस, स्कूल अधिकारियों, या बिल्डिंग सुरक्षा या किसी अन्य सरकारी प्राधिकरण के निर्देशों का पालन करें
- तुरंत सुरक्षित क्षेत्र में इकट्ठा हों।
- ब्लैक आउट के दौरान
- घर के अंदर रहें और खिड़कियों से दूर रहें। अगर आप गाड़ी चला रहे हैं, तो अपने वाहन को किनारे पर पार्क करें और लाइटें बंद कर दें। जहाँ हैं वहीं रहें और इधर-उधर न जाएँ।
- अलर्ट के दौरान सभी इनडोर और आउटडोर लाइटें बंद कर दें, जिसमें इन्वर्टर या वैकल्पिक बिजली आपूर्ति को डिस्कनेक्ट करना शामिल है। क ब्लैकआउट की घोषणा होने/सायरन चालू होने पर गैस/बिजली के उपकरण बंद कर दें।
- यह सुनिश्चित किया जाना चाहिए कि बच्चों, बुजुर्गों और पालतू जानवरों की हर समय निगरानी की जाए
- खिड़कियों के पास फोन या एलईडी डिवाइस का इस्तेमाल न करें।
- मोटे पर्दे का इस्तेमाल करें या खिड़कियों को कार्डबोर्ड/पैनल से ढकें।
व्हाट्सएप या सोशल मीडिया पर असत्यापित जानकारी न फैलाएँ
ड्रिल के बाद
जब तक अन्यथा निर्देश न दिया जाए, सामान्य गतिविधि फिर से शुरू करें।
अपनी प्रतिक्रिया स्थानीय आरडब्ल्यूए या प्रशासन के साथ साझा करें।
अपने आस-पास के बच्चों या बुजुर्गों से बात करें – उन्हें आश्वस्त करें कि यह सिर्फ तैयारी का उपाय था।
नोट:- यह मॉक ड्रिल अभ्यास चिकित्सा प्रतिष्ठानों, यानी अस्पतालों और नर्सिंग होम पर लागू नहीं होता है। हालाँकि, उन्हें ड्रिल के दौरान सभी खिड़कियों को मोटे पर्दों से ढकना चाहिए और सतर्क रहना चाहिए। ड्रिल का उद्देश्य नागरिक आबादी को किसी भी आपात स्थिति के लिए तैयार करना और ऐसी विकट स्थिति के दौरान बड़े पैमाने पर दहशत की संभावना को कम करना है।
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