RBI News: अनु सैनी । भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने पहली बार आम जनता को अपने बहुमूल्य खजाने की झलक दिखाने के लिए एक विशेष डॉक्यूमेंट्री जारी की है। आरबीआई और एक प्रमुख टीवी चैनल के सहयोग से यह डॉक्यूमेंट्री तैयार की गई है, जिसमें देश के केंद्रीय बैंक की आंतरिक कार्यप्रणाली, खजाने और इतिहास को दिखाया गया है।
इस डॉक्यूमेंट्री के ज़रिए पहली बार आरबीआई ने अपनी उन तिजोरियों को कैमरे के सामने खोला है, जिनमें देश का सोने का भंडार रखा गया है। इनमें एक ईंट के रूप में रखा गया 12.5 किलोग्राम वजनी सोना भी दिखाया गया है, जिसकी कीमत लगभग 12.25 करोड़ रुपये आँकी गई है।
डॉक्यूमेंट्री में क्या खास है? RBI News:
इस विशेष डॉक्यूमेंट्री की कुल 5 कड़ियाँ हैं, जिसमें आरबीआई के इतिहास, कार्यों, और खजाने के साथ-साथ भारतीय अर्थव्यवस्था में इसकी भूमिका को भी दर्शाया गया है।
इसमें दिखाया गया है कि कैसे 1991 के आर्थिक संकट के बाद भारत के गोल्ड रिजर्व में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है।
1991 के बाद से सोने का भंडार कई गुना बढ़ा | RBI News
डॉक्यूमेंट्री में खुलासा किया गया है कि 1991 में देश में गोल्ड रिजर्व की स्थिति बहुत कमजोर थी। उस समय भारत को अपने आर्थिक संकट से उबरने के लिए विदेशी बैंकों के पास सोना गिरवी तक रखना पड़ा था।
लेकिन आज स्थिति बदल चुकी है। आरबीआई के अनुसार, वर्तमान में देश का स्वर्ण भंडार लगभग 870 टन तक पहुंच चुका है। यह पहले की तुलना में कई गुना वृद्धि दर्शाता है।
आरबीआई के सोने की कुल कीमत कितनी?
आरबीआई के ताज़ा आँकड़ों के अनुसार, 20 जून 2025 को समाप्त सप्ताह में भारत के पास मौजूद कुल स्वर्ण भंडार की अनुमानित कीमत 85.74 अरब डॉलर आँकी गई है।
इस सोने को अत्यधिक सुरक्षित स्थानों पर रखा गया है, और आम जनता को इन स्थानों तक पहुँच बहुत कम ही मिलती है। यही वजह है कि डॉक्यूमेंट्री के ज़रिए आरबीआई ने पहली बार इस रहस्यमयी खजाने की झलक साझा की है।
सोने की चमक कभी फीकी नहीं पड़ेगी
आरबीआई अधिकारियों का कहना है कि सोना केवल एक धातु नहीं बल्कि राष्ट्र की आर्थिक शक्ति का प्रतीक है। उन्होंने बताया:
“देश बनते हैं, बिगड़ते हैं। अर्थव्यवस्था में उतार-चढ़ाव आते रहते हैं, लेकिन सोना हमेशा अपनी चमक और मूल्य बनाए रखता है।”
उनका मानना है कि सोना न केवल वित्तीय स्थिरता देता है, बल्कि संकट के समय एक मजबूत बैकअप की भूमिका भी निभाता है।
आम लोगों के लिए क्यों जरूरी है यह जानकारी?
यह डॉक्यूमेंट्री न केवल एक ऐतिहासिक पहल है बल्कि लोगों को यह समझने में भी मदद करती है कि आरबीआई का क्या महत्व है, और कैसे यह संस्था देश की आर्थिक रीढ़ है।
जनता को पहली बार यह अहसास हुआ है कि भारत का केंद्रीय बैंक कितना मजबूत है और इसके पास कितना मूल्यवान भंडार सुरक्षित है।
कहाँ देख सकते हैं यह डॉक्यूमेंट्री?
यह डॉक्यूमेंट्री एक प्रमुख टीवी चैनल और उसके डिजिटल प्लेटफॉर्म पर उपलब्ध है। आरबीआई के सोशल मीडिया हैंडल और आधिकारिक वेबसाइट पर भी इससे जुड़े वीडियो और विवरण उपलब्ध कराए गए हैं।
आरबीआई की यह पहल पारदर्शिता की दिशा में एक बड़ा कदम है। इस डॉक्यूमेंट्री के ज़रिए लोगों को न केवल देश की आर्थिक स्थिति और सुरक्षा के बारे में जानने को मिला, बल्कि उन्हें गर्व भी महसूस हुआ कि उनका देश अब दुनिया के प्रमुख स्वर्ण भंडार रखने वाले देशों में से एक बन चुका है।
देश की आम जनता अब यह समझने लगी है कि आरबीआई का खजाना सिर्फ एक तिजोरी नहीं, बल्कि यह भारत की आर्थिक शक्ति, सुरक्षा और स्वाभिमान का प्रतीक है।