पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग ने भेजे 206 घरों को नोटिस
कैथल (सच कहूं/कुलदीप नैन)। Kaithal: गांव पोलड़ को रावण के दादा पुलस्त्यमुनि तपोस्थली माना जाता है। कैथल – पटियाला मार्ग पर सरस्वती नदी के किनारे बसे गांव पोलड़ में थेह की काफी धार्मिक मान्यता है। यहां माता सरस्वती का मंदिर भी स्थापित हैं। जहां कई सैकड़ों वर्षाें पुराना शिवलिंग भी है। अब यह गांव सीवन नगरपालिका के अधीन आ चुका है। जो हाल ही में नई बनी है। Kaithal
भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग द्वारा अब गांव पोलड़ को खाली करने के आदेश दिए गए है। जिसके बाद गांव में तनाव का माहौल बन गया है। विभाग ने गांव के 206 घरों को नोटिस भेजकर जल्द से जल्द मकान खाली करने के निर्देश दिए हैं। गांव खाली करवाने के आदेशों के बाद ग्रामीण गुहला से कांग्रेस विधायक देवेंद्र हंस को मिले और ज्ञापन सौंपा। ग्रामीणों ने विधायक से गांव को खाली कराने के आदेशों को रद्द करवाने की अपील की। Kaithal
ग्रामीणों ने स्पष्ट किया कि वे अपने घर किसी भी हालत में नहीं छोड़ेंगे। ग्रामीणों ने कहा कि यह हमारी पूर्वजों की धरोहर है। हम यहां से हटेंगे नहीं, चाहे कुछ भी हो जाए। ग्रामीणों ने कहा कि अब तक गांव में पुरातत्व विभाग द्वारा तीन बार खुदाई की जा चुकी है, पर कोई ऐतिहासिक अवशेष नहीं मिले। इसके बावजूद उन्हें बेघर करने के प्रयास किए जा रहे हैं, जिसे वे अन्यायपूर्ण मानते हैं।
नोटिस मिलने के बाद महिला की मौत | Kaithal
भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग द्वारा गांव को खाली करवाने के आदेशों के बाद एक आंगनवाड़ी वर्कर महिला की मौत हो गई। मृतक महिला की पहचान गुरमीत कौर (65) पत्नी महेंद्र सिंह के रूप में हुई है। परिजनों के अनुसार शनिवार को जब मकान खाली करने का नोटिस मिला, तब से ही वे काफी परेशान थीं। रविवार सुबह करीब 3 बजे अचानक उन्हें हार्ट अटैक आया और उन्होंने दम तोड़ दिया। गांव में इस घटना को लेकर शोक और रोष का माहौल है।
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