
Faridabad: फरीदाबाद,(सच कहूँ/ सागर दहिया)। बादशाह खान सिविल अस्पताल में पाकिस्तानी मूल की हिंदू महिला ने जुड़वा बच्चों—एक बेटे और एक बेटी—को जन्म दिया है। यह महिला टूरिस्ट वीजा पर भारत आई थी और अब वह यहीं बसने की इच्छा जता रही है। महिला की पहचान दुर्गा के रूप में हुई है, जो चार से पांच महीने पहले अपने पति पुरुषोत्तम और दो बेटियों के साथ पाकिस्तान से भारत आई थी। अस्पताल प्रशासन के अनुसार, जुड़वा बच्चों सहित दुर्गा पूरी तरह से स्वस्थ है और डॉक्टरों की निगरानी में है। रिपोर्ट के अनुसार, दुर्गा का टूरिस्ट वीजा 23 दिसंबर 2024 से 20 जून 2025 तक वैध था, जो अब समाप्त हो चुका है। इसके बावजूद वह अब तक पाकिस्तान नहीं लौटी हैं।
अब तक सात बच्चे | Faridabad
दुर्गा के पति पुरुषोत्तम ने बताया कि उनकी पहले से ही पांच बेटियां हैं, और अब जुड़वा बच्चों के जन्म से उनके कुल सात बच्चे हो गए हैं। वह वर्तमान में दिल्ली के भाटी माइंस इलाके में अपने परिवार के साथ रह रहे हैं और मेहनत-मजदूरी तथा पूजा-पाठ से जीवन यापन कर रहे हैं।
वापस पाकिस्तान नहीं जाना चाहते
जब दुर्गा से यह पूछा गया कि भारत सरकार हाल ही में भारत-पाक युद्ध के समय पाकिस्तान से आए लोगों को वापस भेजने की प्रक्रिया शुरू कर रही है, तो उन्होंने स्पष्ट किया कि वह और उनका परिवार अब पाकिस्तान लौटना नहीं चाहते। उनके पति पुरुषोत्तम ने भी भारत में स्थायी रूप से बसने की इच्छा जताई है और सरकार से निवास की अनुमति मांगी है।
भाटी माइंस में रहते हैं हजारों पाकिस्तानी मूल के लोग
दुर्गा की बुआ सास वजीरा ने बताया कि वह भी लगभग 50 साल पहले पाकिस्तान से भारत आई थीं और अब भाटी माइंस क्षेत्र में ही रहती हैं। उनका दावा है कि उन्हें भारत सरकार से पेंशन समेत सभी नागरिक सुविधाएं मिल रही हैं और वह भारतीय नागरिक बन चुकी हैं। वजीरा ने यह भी कहा कि भाटी माइंस इलाके में करीब 10,000 पाकिस्तानी मूल के लोग वर्षों से रह रहे हैं, जो अब भारत में स्थायी रूप से बस चुके हैं।
पाकिस्तान में हिंदुओं पर अत्याचार का हवाला
दुर्गा का कहना है कि पाकिस्तान में हिंदू समुदाय पर बढ़ते अत्याचारों के कारण उन्होंने भारत आने का निर्णय लिया। वह भारत में मिल रही सुरक्षा और सुविधाओं से संतुष्ट हैं और अपने बच्चों का भविष्य यहीं देखती हैं। उन्होंने भारत सरकार से अपील की है कि उनके बच्चों को भारत की नागरिकता दी जाए क्योंकि वे भारत में जन्मे हैं।