Aligarh Kanwar Yatra 2025: अलीगढ़। सावन मास के आगमन के साथ ही भगवान शिव के भक्तों की आस्था चरम पर पहुँचने लगी है और इसी के साथ अलीगढ़ में कांवड़ यात्रा की तैयारियाँ भी जोरों पर हैं। इस पावन अवसर पर स्थानीय बाज़ारों में घंटी और घुंघरू की खरीदारी ने रफ्तार पकड़ ली है। इस वर्ष विशेष आकर्षण का केंद्र बनी है नई डाक कांवड़, जिसे दुकानदारों ने श्रद्धालुओं की सुविधा और रुचि को ध्यान में रखते हुए बाज़ार में प्रस्तुत किया है। Kanwar Yatra News
अलीगढ़, जो कि अब तक मुख्यतः ताले और शिक्षा के लिए प्रसिद्ध रहा है, अब घंटी और घुंघरू निर्माण उद्योग के लिए भी देशभर में पहचान बना रहा है। यहाँ के कारीगर पिछले कई महीनों से कांवड़ यात्रा हेतु विशेष प्रकार की सजावटी वस्तुएं तैयार कर रहे हैं, जिनकी आपूर्ति हरिद्वार, उज्जैन, बिहार और अन्य धार्मिक स्थलों पर की जा रही है।
“हम हर वर्ष सावन से पहले कांवड़ सजाने की वस्तुएँ तैयार करते हैं
स्थानीय कारोबारी चंद्रशेखर शर्मा के अनुसार, “हम हर वर्ष सावन से पहले घंटी, घुंघरू और कांवड़ सजाने की वस्तुएँ तैयार करते हैं। इस बार हमने लोहे की घंटियों को पीतल की परत देकर आकर्षक रूप में तैयार किया है, जिससे भक्तों को बेहतर विकल्प उपलब्ध हो सके।” Kanwar Yatra News
कारीगर दिनेश शर्मा बताते हैं कि यह परंपरागत व्यवसाय लगभग सौ वर्षों से अधिक पुराना है और यहाँ के उत्पाद देश ही नहीं, विदेशों में भी शिव भक्तों तक पहुँचते हैं। उन्होंने यह भी बताया कि सावन के महीने में इन वस्तुओं की माँग सबसे अधिक होती है और इससे स्थानीय लोगों को अच्छा रोज़गार भी प्राप्त होता है।
अन्य व्यापारियों ने जानकारी दी कि कांवड़ यात्रा की सामग्री की तैयारी वर्षभर चलती रहती है, ताकि जब सावन का समय आए, तब भक्तों को आकर्षक और विविध प्रकार का सामान उपलब्ध हो सके। इस वर्ष नई डाक कांवड़ की बाज़ार में उपस्थिति ने ग्राहकों में विशेष रुचि उत्पन्न की है और स्थानीय व्यापार को नई गति प्रदान की है। Kanwar Yatra News
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