
Highway: मुज्जफरनगर, अनु सैनी। सावन के पवित्र महीने में कांवड़ यात्रा के दौरान हर साल लाखों की संख्या में शिवभक्त हरिद्वार से जल लेकर अपने-अपने गंतव्य तक पदयात्रा करते हैं। इस वर्ष 10 जुलाई से यात्रा की शुरुआत हो रही है और इसे शांतिपूर्ण व व्यवस्थित रूप से संपन्न कराने के लिए गाजियाबाद, मेरठ, सहारनपुर, मुजफ्फरनगर समेत कई जिलों में व्यापक ट्रैफिक प्लान तैयार कर लिया गया है। गाजियाबाद में 11 जुलाई से दिल्ली-मेरठ रोड और दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे पर भारी वाहनों की आवाजाही पर प्रतिबंध प्रस्तावित किया गया है। वहीं, 15 जुलाई से इन मार्गों को वन वे बनाए जाने की योजना है।
भारी वाहनों पर रोक | Highway
गाजियाबाद पुलिस और प्रशासन की ओर से स्पष्ट किया गया है कि 11 जुलाई से दिल्ली-मेरठ रोड और डासना से मेरठ तक के चौथे फेज वाले दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे पर भारी वाहनों का संचालन बंद कर दिया जाएगा। इसके साथ ही गंगनहर पटरी मार्ग और पाइपलाइन रोड पर भी भारी वाहनों के प्रवेश पर पूर्ण रूप से रोक लगाने की तैयारी की जा रही है। स्थिति की समीक्षा के बाद तारीखों में बदलाव भी संभव है।
जीटी रोड और दूधेश्वरनाथ मंदिर क्षेत्र में विशेष प्रबंध
सावन के पहले सोमवार से जीटी रोड स्थित दूधेश्वरनाथ मंदिर के पास का मार्ग पूरी तरह से बंद करने की योजना है।
चौधरी मोड़ से मेरठ तिराहा / हापुड़ तिराहा जाने वाले वाहन अब घंटाघर फ्लाईओवर से होकर ही भेजे जाएंगे।
फ्लाईओवर के नीचे किसी भी वाहन की अनुमति नहीं होगी। विजयनगर की ओर से आने वाले वाहनों को गोशाला बैरियर से आगे मंदिर की ओर नहीं जाने दिया जाएगा। यह व्यवस्था भीड़ को ध्यान में रखते हुए शिवरात्रि के आसपास सख्ती से लागू की जाएगी।
रूट डाय वर्जन योजना | Highway
अतिरिक्त पुलिस आयुक्त आलोक प्रियदर्शी ने रूट डायवर्जन की जानकारी देते हुए बताया कि :-
दिल्ली से आने वाले भारी वाहन अब चौधरी चरण सिंह मार्ग (रोड नं 58) से होते हुए यूपी गेट आएंगे और वहां से NH-9 के जरिये डासना से ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे से अपने गंतव्य जाएंगे।
हरिद्वार, अमरोहा, मुरादाबाद, लखनऊ जैसे गंतव्यों के लिए वाहन NH-9 से डासना होकर जाएंगे।
बुलंदशहर / हापुड़ की ओर से गाजियाबाद आने वाले वाहन सीधे शहर की ओर न आकर NH-9 का उपयोग करते हुए दिल्ली की ओर रवाना होंगे।
कंट्रोल रूम और निगरानी व्यवस्था
नगर निगम ने कांवड़ यात्रा पर निगरानी रखने के लिए मेरठ तिराहे पर मुख्य कंट्रोल रूम बना दिया है।
200 से अधिक सीसीटीवी कैमरे लगाए जा रहे हैं, जो मेरठ रोड और जीटी रोड की निगरानी करेंगे।
कैमरों को कंट्रोल रूम से जोड़कर 24 घंटे नजर रखी जाएगी।
यात्रा मार्गों पर ड्रोन कैमरों से भी निगरानी रखी जाएगी।
सफाई व्यवस्था लगातार चालू रहेगी, और 10 किलोमीटर तक अस्थायी प्रकाश व्यवस्था की जाएगी।
रोडवेज बसों का संचालन बदला
कांवड़ यात्रा के दौरान आम नागरिकों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए रोडवेज बस सेवाओं में भी बदलाव किया गया है –
11 से 24 जुलाई तक देहरादून रोडवेज बस स्टैंड से हरिद्वार, देहरादून, मेरठ और दिल्ली जाने वाली सभी बसें अब कांशीराम अस्थायी बस स्टैंड से संचालित होंगी।
वहीं हरियाणा, पंजाब, हिमाचल, गंगोह, नकुड़ की ओर जाने वाली रोडवेज बसें मानकमऊ बस स्टैंड से संचालित होंगी।
19 से 23 जुलाई तक दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे पूरी तरह बंद रहेगा।
सहारनपुर से गाजियाबाद और दिल्ली जाने वाले वाहन अब अंबाला-देहरादून बाईपास से भेजे जाएंगे।
अंतरराज्यीय समन्वय बैठक
गाजियाबाद पुलिस लाइन में आयोजित बैठक में विभिन्न राज्यों और जनपदों के अधिकारियों ने भाग लिया।
बैठक में तय किया गया।
यात्रा मार्गों की सुरक्षा और ट्रैफिक संचालन के लिए 3 मुख्य कंट्रोल रूम,
1 यातायात कंट्रोल रूम और
12 सब-कंट्रोल रूम बनाए जाएंगे।
इनकी निगरानी में पूरे कांवड़ रूट को रखा जाएगा।
पुलिस बल की तैनाती
इस बार के कांवड़ यात्रा में अतिरिक्त पुलिस बल तैनात रहेगा।
विशेष रूप से कांवड़ मार्गों पर बैरिकेडिंग कर पुलिसकर्मी तैनात किए जाएंगे।
कोई भी वाहन कांवड़ मार्ग पर न घुसे, इसके लिए कड़ाई से निगरानी की जाएगी।
प्रमुख बंद मार्गों की सूची (11 जुलाई से लागू प्रस्तावित योजना के अनुसार):
1. दिल्ली-मेरठ रोड – भारी वाहनों पर रोक
2. दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे (डासना से मेरठ) – भारी वाहनों पर रोक
3. गंगनहर पटरी मार्ग – बंद रहेगा
4. पाइपलाइन मार्ग – भारी वाहनों के लिए बंद
5. दूधेश्वरनाथ मंदिर मार्ग (जीटी रोड क्षेत्र) – सावन के सोमवार को पूर्ण बंद
6. 19–23 जुलाई – दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे पूरी तरह बंद
7. विजयनगर से दूधेश्वरनाथ मार्ग – बंद
8. चौधरी मोड़ से घंटाघर फ्लाईओवर – एकमात्र विकल्प
सुझाव और सावधानियां | Highway
आम नागरिकों से अपील है कि यात्रा के दौरान यथासंभव प्राइवेट वाहन प्रयोग न करें।
यात्रा मार्ग से बचकर वैकल्पिक रास्तों का प्रयोग करें।
पुलिस द्वारा जारी यातायात हेल्पलाइन नंबरों पर जरूरत पड़ने पर संपर्क करें।
रात में यात्रा करने वालों के लिए प्रकाश व्यवस्था और सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित की गई है।
कांवड़ यात्रा के दौरान भारी ट्रैफिक दबाव, श्रद्धालुओं की सुरक्षा और सुव्यवस्थित संचालन के लिए गाजियाबाद समेत आसपास के जिलों में प्रशासन ने सख्त योजनाएं लागू की हैं। जिनमें ट्रैफिक डायवर्जन, कंट्रोल रूम, CCTV और ड्रोन से निगरानी, रोडवेज संचालन में बदलाव प्रमुख हैं। यात्रियों और आम नागरिकों दोनों से सहयोग की अपील की गई है।