नशा तस्करी के आरोप में महिला की गिरफ्तारी के बाद हुआ बवाल, रोहतक चौकी पर हमला

Rohtak News

क्षेत्रवासी बोले- पुलिस पैसे लेकर खुद बिकवाती नशा

  • एएनसी इंचार्ज ने कहा- मेरी बदली की साजिश

रोहतक। (सच कहूँ न्यूज) पुलिस द्वारा नशा तस्करी के शक में महिला की गिरफ्तारी के बाद पुलिस चौकी (Rohtak News) पर पथराव का विवाद बढ़ने का मामला प्रकाश में आया है। इस मामले में पुलिस ने भीड़ के खिलाफ नशा बेचने, पुलिस पर जानलेवा हमला करने, सरकारी ड्यूटी में बाधा डालने जैसी धाराओं के तहत एफआईआर दर्ज की है।

दूसरी ओर पीड़ित पक्ष ने पुलिस पर आरोप लगाते हुए कहा कि पुलिस ही उनसे पैसे लेकर नशे का कारोबार करवाती है। फिर अपनी मनमर्जी से उन पर मामला दर्ज कर गिरफ्तार भी कर लेती हैं। उन्होंने बताया कि पुलिस ने उनको लाठियों से भी पीटा। हालांकि पुलिस इन सभी आरोपों को झूठा करार दे रही है। एंटी नारकोटिक्स सेल के इंचार्ज बोले की यह मेरी बदली करवाने की साजिश है।

क्या है मामला:-

नशा तस्करी के शक में महिला को पकड़ा (Rohtak News)

पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार पुलिस को इलाके में नशा बिक्री की सूचना मिली थी। इसके बाद पुलिस द्वारा स्पेशल टीमें बनाई गर्इं। इन टीमों ने मंगलवार रात करतारपुरा, गढ़ी मोहल्ला व खोकराकोट में छापेमारी की। जहां पहले पुलिस ने फर्जी ग्राहक बनाकर नशा तस्कर के पास भेजा, जिसके पास उसे नशा मिल गया। तत्पश्चात पुलिस ने एक महिला को नशा तस्करी के शक में पकड़ लिया।

परिजनों एवं पुलिस में हाथापाई

पुलिस द्वारा महिला को पकड़ने के बाद महिला के परिजनों ने विरोध शुरू कर दिया। उन्होंने पुलिस का रास्ता रोकते हुए महिला को ले जाने से रोक दिया, जिससे दोनों पक्षों में हाथापाई हो गई। इससे वहां माहौल तनावपूर्ण हो गया।

पुलिस ने की डंडे दिखाकर लोगों को भगाने की कोशिश (Rohtak News)

मामला तनावपूर्ण होने के बाद पुलिस ने डंडे दिखाकर लोगों को भगाने की कोशिश की तो इसके विपरीत उन्होंने पुलिस पर पथराव कर दिया। यह देखकर पुलिस पार्टी को वहां से जान बचाने के लिए भागना पड़ा। इसके बाद पुलिस वाले इंदिरा कॉलोनी पुलिस चौकी आ गए। भीड़ भी उनके पीछे आ गई और पुलिस चौकी पर पथराव कर दिया।

क्षेत्र वासियों का हवाला

क्षेत्र निवासी विजयपाल ने बताया कि पुलिस ने जिस महिला को पकड़ा, पुलिस ने उससे भी पैसे लिए। उन्होंने आरोप लगाते हुए बताया कि यहां नशे का कारोबार चलता है। पुलिस ही यह काम करवाती है। अगर पुलिस चाहे तो नशे का कारोबार रोक सकती है, मगर पुलिस ही यह नहीं चाहती क्योंकि पुलिस ही खुद पैसे लेकर नशा करवाती है। अगर कोई पैसे नहीं देता है तो पुलिस मारपीट करती है।

विजयपाल ने बताया कि पैसे देने से मना करने पर पुलिस ने मारपीट की। इसी एवज में पुलिस ने लोगों पर लाठीचार्ज किया। बच्चों पर लगातार केस दर्ज किए जा रहे हैं। पुलिस ने इसे पैसे कमाने का धंधा बनाया हुआ है। जिस महिला को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। उससे भी पुलिस ने तीन-चार बार पैसे लिए हुए हैं।

एंटी नारकोटिक्स सेल इंचार्ज ने कहा-नशे का धंधा करती है महिला

इस मामले में एंटी नारकोटिक्स सेल के इंचार्ज एसआई परविंद्र ने बताया कि उन्हें गुप्त सूचना मिली थी कि कैलाशो नाम की महिला नशीला पदार्थ बेचने का धंधा कर रही है। सूचना के आधार पर पुलिस ने मौके पर पहुंचकर महिला का पीछा किया तो महिला ने पुलिस को देखकर अपना रास्ता बदल लिया, लेकिन दूसरी तरफ से भी टीम आ रही थी। टीम में महिला स्टाफ भी था। उन्होंने महिला को रोक लिया। महिला के हाथ में सामान था।

पुलिस टीम महिला को लेकर चौकी की तरफ आ रही थी। वहां पर उनके परिवार के दो-तीन घर हैं। उस समय तो परिवार वाले कुछ बोले नहीं। लेकिन बाद में जब वे पुलिस चौकी से करीब पहुंचे तो चौकी से 20 मीटर दूरी पर एक व्यक्ति ने पीछे से पत्थर बरसाने शुरू कर दिए। एक पत्थर पुलिसकर्मी के सिर में लगा, जिसका पता नहीं लगा, लेकिन वे महिला को लेकर चलते रहे। जब वे चौकी तक पहुंचे तो वहां पर भी आरोपी आ गए। जहां पुलिस पर हमला किया।

जब लोग टीम पर हावी होने लगे तो पुलिस ने लोगों को हटाने का प्रयास किया, इस दौरान लाठी किसी ने नहीं चलाई। महिला का लड़का भी अपनी मां को लेकर भागना चाहता था, लेकिन टीम ने उन्हें भागने नहीं दिया गया। इसके लिए पुलिस वालों ने चोटें भी खाई। जिसके बाद वे आरोपियों को थाने ले आए।

एंटी नारकोटिक्स सेल इंचार्ज ने आरोपों को नकारा

पैसे लेने के आरोपों को नकारते हुए एंटी नारकोटिक्स सेल के इंचार्ज एसआई परविंद्र ने कहा कि उन्होंने इंचार्ज रहते हुए नशे का कारोबार करने वालों के खिलाफ निरंतर कार्रवाई की है और मामले भी दर्ज किए हैं। पहले भी उन पर आरोप लगाए हैं। मेरे आने के बाद इन लोगों का धंधा बंद हो गया। ये लोग चाहते हैं कि उनकी यहां से बदली हो जाए, ताकि उनका नशे का कारोबार फिर से चलने लगे।

क्या कहते हैं डीएसपी

डीएसपी मुख्यालय डॉ. रविन्द्र ने बताया कि एएनसी की टीम ने सूचना के आधार पर करतारपुर गली में खड़ी महिला कैलाशों को शक के आधार पर काबू किया। उसकी तलाशी ली तो उसके पास 40 ग्राम हेरोइन बरामद हुई। महिला के खिलाफ सिटी थाना में मामला दर्ज किया है। जैसे ही आरोपी महिला को पुलिस टीम ने पकड़ा तो महिला के परिवार वालों ने उसे छुड़ाने के लिए पत्थरों से पुलिस पार्टी पर हमला कर दिया। इस दौरान कई पुलिस जवानों को चोटें आईं व एक पुलिस जवान की जेब से पैसे भी छीने गए।

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