जिदंगी की जंग हार गया फतेहवीर

Jainti Jung Lost Fatehpur

  शाह सतनाम जी ग्रीन एस वेल्फेयर फोर्स विंग, एनडीआरएफ और स्थानीय प्रशासन ने मासूम को बचाने का किया भरसक प्रयास

  • 100 घंटे से ज्यादा चला  बचाव अभियान

  •  बुधवार को संगरूर जिला बंद का आह्वान

संगरूर (सच कहूँ टीम)।
पंजाब के संगरूर के भगवान पुरा गाँव में डेढ़ सौ फीट गहरे बोरवेल में गिरा दो वर्षीय फतेहवीर सिंह जिदंगी की जंग हार गया। मासूम की जान बचाने के लिए डेरा सच्चा सौदा की शाह सतनाम जी ग्रीन एस वेल्फेयर फोर्स विंग, एनडीआरएफ व प्रशासन ने भरसक प्रयास किया।मंगलवार सुबह पांच बजे एनडीआरएफ ने बोरवेल से फतेहवीर का निकाला। इसके बाद उसे तुरंत अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने बच्चे को मृत घोषित कर दिया।

  • बता दें कि फतेहवीर का सोमवार को 10 जून को दूसरा जन्मदिन था।

जानकारी के अनुसार बोरवेल के समानांतर खड्डा बनाकर और फिर दोनों के बीच सुरंग बनाकर बच्चे को बचाने का प्रयास 100 से ज्यादा घंटों (करीब पांच दिनों) तक जारी रहा, जिसमें डेरा सच्चा सौदा की शाह सतनाम जी ग्रीन एस वेल्फेयर फोर्स विंग ने नेशनल डिजास्टर रेस्पाँस फोर्स, स्थानीय पुलिस प्रशासन व सेना के साथ कंधे से कंधा मिलाकर काम किया। हालांकि इस दौरान बच्चे तक खाने-पीने की सामग्री (बिस्कुट, जूस आदि) नहीं पहुंचाई जा सकी, क्योंकि गिरने के साथ बच्चे का चेहरा एक बोरी से ढंक गया था। बच्चे को आक्सीजन पहुंचाया जा रहा था। बोरवेल में डाले गए कैमरे में बच्चे में दूसरे दिन सुबह हरकत महसूस की गई थी।

बच्चे को न बचाए जाने के  कारण लोगों में रोष

सूत्रों के अनुसार बच्चा निकालने के बाद चंडीगढ़ पीजीआई ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित किया। पोस्टमार्टम के बाद बच्चे का शव सीधे भगवानपुरा गाँव के निकट शेरो गाँव के श्मशान गृह ले जाया गया, जहां उसे सुपुर्दे खाक किया गया। श्मशान गृह में काफी भीड़ थी। बच्चे को न बचाये जा सकने के कारण स्थानीय लोगों में बेहद आक्रोश है और सोमवार से ही जगह-जगह प्रदर्शन जारी हैं। इसके अलावा (बुधवार को) जिले को बंद रखने का आह्वान किया गया है।

 

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