Haryana: कैथल, सच कहूँ/ कुलदीप नैन। मुख्यमंत्री नायब सैनी ने आदेश दिए थे कि 15 जून तक शहरों व गांवों की सड़कों पर जो गड्ढे बने हुए हैं उन्हें भरा जाएगा। लेकिन इस डेडलाइन बीते एक सप्ताह हो चुका है और अब भी शहर की सड़कों पर गड्ढे जस के तस बने हुए है। ये गड्ढे हादसों को न्योता दे रहे है। हालांकि मुख्यमंत्री के निर्देशों के बाद नगर परिषद ने कवायद भी शुरू की लेकिन प्रक्रिया काफी दिनों तक टेंडरों में उलझी रही। लेकिन अब राहत की बात है कि शहर की सड़कों पर बने इन गड्ढों की रिपेयर के लिए टेंडर लगा दिए गए है। शहर के 31 वार्डो मे करीब 65 लाख की राशि खर्च होगी, जिनमें सड़कों पर बने गड्ढे और अन्य सुधार कार्य शामिल है।
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नपा अधिकारियों ने बताया कि शहर के सभी वार्डो में विकास कार्य चल रहे है। शहर की सड़कों पर जो छोटे गड्ढे हैं वो अब टेंडर प्रक्रिया के माध्यम से भरने का काम शुरू होगा। इसके लिए भी सभी वार्डो के टेंडर लगा दिए गए है। नपा द्वारा पूरे शहर की सड़कों का सर्वे करने के बाद टेंडर लगाए गए है। वार्ड 1 से 13 में सबसे ज्यादा गड्ढे मिले है, इसलिए इसमें सबसे ज्यादा करीब 40 लाख, 14 से 23 में 13.50 लाख और 24 से 31 में 12.25 लाख का टेंडर लगाया गया है। 24 से 31 वार्ड के लिए वृंदावन एजेंसी को टेंडर अलॉट कर दिया गया है। वहीं 1 से 13 वार्ड के टेंडर की भी प्रोसेस शुरू हो गई है। अधिकारियों का कहना है कि 15 से 20 दिन में सारा काम निपटा लिया जाएगा।
पाइप लाइन डालने के बाद नहीं भरे गए गड्ढे | Haryana
सड़क पर गड्डे सामान्य दिनो में तो नजर आ जाते हैं, लेकिन जब बरसात होती है तो पानी में गड्ढे नज नहीं आते हैं। इस कारण कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है। शहर की कई कॉलोनिया ऐसी है जिनमें समस्या ज्यादा है। नपा अधिकारियों के अनुसार अधिकार जगहों पर गड्ढों की जन स्वास्थ्य विभाग द्वारा डाली गई पाइप लाइन है । कई जगह पाइप लाइन ऊंची नीची डाली हुई है और उसके बाद से गड्ढे भी नहीं भरे गए। गड्ढे सड़कों की खोदाई होने के बाद से जस के तस हैं। स्थानीय लोगों ने नगर परिषद के अधिकारियों से मानसून से पहले इन गड्ढों को भरवाने की मांग की है, ताकि, समय रहते किसी बड़े हादसे से बचा जा सके।
यहां सबसे ज्यादा दिक्कत
वैसे तो शहर में हर जगह ही गड्ढे देखने को मिल जाते है। कई सेक्टर ऐसे है जिनमें बड़े बड़े गड्ढे बने हुए हैं। छात्रावास से रेलवे रोड तक भी सड़क टूटी हुई है। वर्षा के दिनों में तो यहां पानी भरने के कारण सफर करना और मुश्किल भरा हो जाता है। वहीं रामनगर के पास भी सड़क पर पाइप लाइन डाले जाने के बाद बुरा हाल है। पंवार पब्लिक स्कूल के सामने वाली सड़क पर गड्ढों का आलम है थोड़ी सी वर्षा होने से ही पानी जमा हो जाता है। टिंबर मार्किट में भी सड़कों पर गड्ढे होने से हालात अच्छे नहीं है। इसके अतिरिक्त नगर परिषद से खुराना रोड वाली सड़क पर भी अनेक जगह गड्ढे हो चुके है।
मानसून से पहले भरे जाए गड्ढे
स्थानीय दुकानदारों का कहना है कि हर रोज यहां कोई न कोई दुपहिया वाहन चालक गिरकर घायल होता रहता है। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री के आदेश के बाद भी नगर परिषद ने इन गड्ढों को नहीं भरवाया गया है। ऐसे में आने वाले मानसून के दौरान यहां और भी गंभीर स्थिति बन सकती है। उन्होंने इन गड्ढों को भरवाने की मांग की है।
सभी वार्डो में काम चले हुए है। अब शहर में सड़कों पर जो गड्ढे बने हुए है उनके लिए टेंडर लगाए गए है। कुछ वार्डो के टेंडर एजेंसियों को अलॉट भी हो गए है। जल्दी ही काम शुरू हो जाएगा। आगामी 15 से 20 दिन में सारा काम पूरा कर लिया जाएगा।
वरुण शर्मा, एमई, नगर परिषद