दूसरे दिन भी जारी रहा बेमियादी धरना

जाति नाम सुधार की मांग कर रहे धाणका समाज के नागरिक

हनुमानगढ़। जाति नाम सुधार की मांग को लेकर धाणका समाज जनजाति संघर्ष समिति के बैनर तले धाणका समाज के नागरिकों का बेमियादी धरना मंगलवार को दूसरे दिन भी जिला कलक्ट्रेट के समक्ष जारी रहा। धरने पर जिला संयोजक माणक चंद धाणका और अध्यक्ष दीपक धाणका के नेतृत्व में ओमप्रकाश, कृष्णराम, रमेश कुमार, दीपक कुमार, संजय कुमार सहित अन्य बैठे। Hanumangarh News

समिति पदाधिकारियों ने बताया कि भारत सरकार की ओर से अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति (संशोधन) अधिनियम के तहत जारी गजट अधिसूचना में राजस्थान राज्य की अनुसूचित जनजाति सूची में अंग्रेजी वर्तनी में धानका का उल्लेख है। इसका हिन्दी रूपांतरण हिन्दी संस्करण में धाणका लिखा गया, जबकि केन्द्रीय हिंदी संस्थान, आगरा से प्राप्त आधिकारिक जानकारी के अनुसार धानका का शुद्ध हिन्दी रूप धाणका है। उन्होंने बताया कि राज्य में वर्तमान में डिजिटल प्रणाली के तहत जाति प्रमाण पत्र जारी होते हैं, लेकिन पोर्टल पर धाणका नाम दर्ज है। इससे समाज के लोगों को प्रमाण पत्र जारी करने में विवाद उत्पन्न हो रहा है।

उन्होंने बताया कि राजस्थान सरकार के सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग की ओर से जारी आदेश में स्पष्ट है कि राज्य के कई जिलों में धानका नाम से अनुसूचित जनजाति के जाति प्रमाण पत्र ऑफलाइन जारी किए जा रहे थे, जो इस बात का प्रमाण है कि धानका नाम से जनजाति को मान्यता है। यह विवाद किसी व्यक्ति विशेष का नहीं, बल्कि पूरे समुदाय का है और इसे शीघ्र सुलझाया जाना आवश्यक है।

उन्होंने मांग की कि गजट नोटिफिकेशन में दर्ज धाणका नाम को अलग कर धानका नाम से सूची में संशोधन किया जाए और इसे भारत सरकार को सिफारिश के रूप में भेजा जाए। राज्य सरकार इस विषय पर गंभीरता से विचार कर आवश्यक कार्रवाई करे, ताकि समाज के लोगों को अपने अधिकार और प्रमाण पत्र प्राप्त करने में किसी प्रकार की परेशानी न हो। उन्होंने समस्या का समाधान होने तक संघर्ष जारी रखने का संकल्प लिया। Hanumangarh News