जाट–गुर्जर भाईचारे की नई मिसाल: बिना दान-दहेज डॉक्टर दंपति का विवाह धूमधाम से संपन्न 

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Noida News: बिना दान-दहेज डॉक्टर दंपति का विवाह धूमधाम से संपन्न 

यह विवाह समाज की मजबूती और हमारी एकता का प्रतीक:अशोक भाटी

  • “जाट–गुर्जर” एकता का यह शुभ संकेत है: भाटी
  • अशोक भाटी बोले -हमारे पूर्वज एक थे, हम भी एक हैं और आगे भी एक रहेंगे
  • आने वाले समय में सामाजिक एकता और सौहार्द का मजबूत आधार बनेगा: धर्मवीर

नोएडा (सच कहूँ न्यूज)। Noida News: राजधानी दिल्ली में 23 नवंबर को आयोजित जाट–गुर्जर महासम्मेलन का सकारात्मक असर अब धरातल पर दिखने लगा है। सम्मेलन में आपसी भाईचारे एवं विवाह संबंधों को प्रोत्साहन देने की पहल अब सार्थक होती दिखाई दे रही है। इसी कड़ी में गुर्जर समाज के डॉक्टर  आशिष रौसा (MBBS, MD) पुत्र रविन्द्र रौसा, विशूनली (गौतमबुद्ध नगर) और जाट समाज की डॉक्टर  नेहा शेरावत (MBBS, MD)  पुत्री बिजेंद्र सिंह शेखावत, हरनकुंडना (दिल्ली) का विवाह दोनों परिवारों की सहमति से बड़े धूमधाम और सामाजिक रीति-रिवाजों के साथ सम्पन्न हुआ।

इस विवाह की सबसे खास बात यह रही कि शादी  बिना दान–दहेज  के हुई तथा मात्र  101 रुपये कन्यादान  देकर परंपरा का निर्वहन किया गया। समारोह में दोनों समाजों के अनेक गणमान्य लोगों की उपस्थिति ने आयोजन को और भी गरिमामय बना दिया। इस अवसर पर अशोक भाटी ने कहा कि   जाट–गुर्जर एकता का यह शुभ संकेत है। हमारे पूर्वज एक थे, हम भी एक हैं और आगे भी एक रहेंगे। यह विवाह समाज की मजबूती और हमारी एकता का प्रतीक है।

विवाह समारोह में आशीर्वाद देने पहुंचे प्रमुख अतिथियों में अखिल भारतीय गुर्जर महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. यशवीर सिंह, पूर्व मंत्री नरेंद्र भाटी, पूर्व मंत्री हरिश्चंद्र भाटी, पूर्व मंत्री अशोक प्रधान, पूर्व विधायक गजेंद्र चौधरी, जिलाध्यक्ष अशोक भाटी, धर्मवीर सिंह खोखर सहित कई सम्मानित सामाजिक हस्तियां मौजूद रहीं। सभी ने नवदंपति को उज्ज्वल भविष्य की शुभकामनाएं दीं। Noida News

वर पक्ष से धर्मवीर सिंह रौसा ने बताया कि दिल्ली में आयोजित जाट-गुर्जर सम्मेलन के बाद  इन दोनों समाजों के बीच यह पहला विवाह  है, जो आने वाले समय में सामाजिक एकता और सौहार्द का मजबूत आधार बनेगा।

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