
Eleven Airbases Destroyed: नई दिल्ली। भारतीय सेना द्वारा चलाए गए ‘ऑपरेशन सिंदूर’ ने न केवल देश की सैन्य क्षमता का परचम लहराया, बल्कि यह अभियान रणनीतिक और मनोवैज्ञानिक दृष्टिकोण से भी पाकिस्तान पर भारी पड़ा। महज 90 मिनट में भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तान की ज़मीन पर मौजूद 11 प्रमुख एयरबेसों को निष्क्रिय कर दिया। यह पूरा अभियान सुनियोजित रणनीति का परिणाम था, जिसमें सैन्य चतुराई और सटीकता का अभूतपूर्व प्रदर्शन हुआ। India Pakistan Tension
भारतीय जनता पार्टी के आईटी सेल प्रमुख अमित मालवीय ने इस अभियान की जानकारी सोशल मीडिया मंच ह्यएक्सह्ण पर साझा की और सेना को सलामी दी। उन्होंने बताया कि यह हमला पाकिस्तान की वायु शक्ति और राष्ट्रीय सुरक्षा व्यवस्था को गहरा झटका देने वाला था।
प्रमुख एयरबेस और उनके विनाश | India Pakistan Tension
चकलाला/नूर खान एयरबेस (रावलपिंडी):
यह बेस इस्लामाबाद के पास स्थित है और सैन्य लॉजिस्टिक्स तथा वीआईपी मूवमेंट का केंद्र रहा है। इसके निष्क्रिय हो जाने से वायुसेना की कमान और समन्वय क्षमताएं बाधित हो गईं।
पीएएफ बेस रफीकी (शोरकोट):
फ्रंटलाइन लड़ाकू विमानों का यह केंद्र था। यहां के रनवे और हैंगर को निशाना बनाकर भारत ने पाकिस्तान की आक्रमण क्षमताओं को निर्णायक रूप से कम कर दिया।
मुरीद एयरबेस (पंजाब):
यह एक प्रशिक्षण केंद्र के साथ-साथ मिसाइल भंडारण स्थल भी माना जाता था। इसके निष्क्रिय होने से पाकिस्तान की पायलट प्रशिक्षण प्रणाली को गहरा धक्का पहुंचा।
सुक्कुर एयरबेस (सिंध):
दक्षिण पाकिस्तान के सैन्य संपर्कों का अहम केंद्र रहा यह बेस भारतीय हमलों में क्षतिग्रस्त होकर निष्क्रिय हो गया, जिससे पाकिस्तान की दक्षिणी लॉजिस्टिक व्यवस्था चरमरा गई।
सियालकोट एयरबेस (पूर्वी पंजाब):
यह भारत के सीमावर्ती क्षेत्रों की निगरानी में जुटा रहता था। इसके नष्ट होने से जम्मू-पंजाब सीमा क्षेत्र में पाकिस्तान की हवाई सुरक्षा क्षीण हो गई।
पसरूर एयरस्ट्रिप (पंजाब):
यह एक आपातकालीन हवाई पट्टी के रूप में कार्य करता था। इसे निष्क्रिय कर भारत ने पाकिस्तान की सामरिक उड़ानों को बाधित किया।
चुनियन रडार स्टेशन:
यह स्थान मध्य पंजाब के हवाई नियंत्रण और रडार संचार में अहम था। इसे निशाना बनाकर भारत ने पाकिस्तान की प्रारंभिक चेतावनी प्रणाली को अंधा कर दिया।
सरगोधा एयरबेस (मुशफ बेस):
पाकिस्तान वायुसेना का प्रमुख प्रशिक्षण और रणनीतिक कमान केंद्र रहा यह बेस, भारत के हमलों से पूरी तरह ध्वस्त हो गया। यह पाक वायुसेना की रीढ़ मानी जाती थी।
स्कार्दू एयरबेस (गिलगित-बाल्टिस्तान):
नियंत्रण रेखा के समीप स्थित यह एयरबेस चीन-पाक सैन्य समन्वय का भाग था। इसके निष्क्रिय होने से भारत ने उत्तरी क्षेत्र में रणनीतिक बढ़त बना ली।
भोलारी एयरबेस (कराची के समीप):
पाकिस्तान की नौसेना और वायुसेना के लिए साझा रूप से प्रयुक्त यह बेस अब बर्बाद हो चुका है। इसकी क्षति ने कराची को असुरक्षित बना दिया।
जैकोबाबाद एयरबेस (सिंध-बलूचिस्तान सीमा):
यह अमेरिकी सैन्य अभियानों के समय उपयोग में लाया गया था। इसके नष्ट होने से पाकिस्तान की पश्चिमी सीमा पर हवाई निगरानी और आंतरिक गतिशीलता को गहरी क्षति हुई।
निष्कर्ष:
अमित मालवीय के अनुसार, इन हमलों ने पाकिस्तान की वायुसेना को न केवल रणनीतिक रूप से कमजोर किया, बल्कि उनका मनोबल भी तोड़ दिया। भारत की यह सैन्य कार्रवाई केवल युद्ध के मैदान में जीत का संकेत नहीं थी, बल्कि यह एक ढांचागत संदेश था — कि भारत अब प्रतिक्रियात्मक नहीं, बल्कि निर्णायक रणनीति के साथ कार्य करेगा। India Pakistan Tension
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