Cyclone Montha Update: नई दिल्ली। भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने चेतावनी जारी करते हुए कहा है कि बंगाल की खाड़ी के ऊपर बना गहरा निम्न दबाव क्षेत्र अगले 24 घंटे में एक गंभीर चक्रवाती तूफान का रूप ले सकता है। विभाग के अनुसार, यह चक्रवात 28 से 31 अक्टूबर के बीच पश्चिम बंगाल और इसके आसपास के इलाकों में भारी वर्षा ला सकता है। आईएमडी की रिपोर्ट के मुताबिक, सोमवार दोपहर तक यह दबाव प्रणाली 11.7° उत्तर अक्षांश और 85.5° पूर्व देशांतर के पास बंगाल की खाड़ी के मध्य भाग में सक्रिय थी, जो पश्चिम-उत्तर-पश्चिम दिशा में लगभग 16 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से आगे बढ़ रही है। IMD Alert
फिलहाल यह प्रणाली चेन्नई से लगभग 600 किलोमीटर, काकीनाडा से 680 किलोमीटर और विशाखापत्तनम से करीब 710 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। मौसम वैज्ञानिकों का अनुमान है कि अगले दो दिनों में यह प्रणाली एक गंभीर चक्रवात का रूप धारण कर सकती है और इसके दौरान हवाओं की गति 100 से 110 किलोमीटर प्रति घंटा तक पहुँच सकती है।
ओडिशा और पश्चिम बंगाल के तटीय क्षेत्रों को प्रभावित कर सकता है
आईएमडी का कहना है कि यह चक्रवात आगे उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ते हुए ओडिशा और पश्चिम बंगाल के तटीय क्षेत्रों को प्रभावित कर सकता है। संभावित प्रभाव को देखते हुए, मौसम विभाग ने मछुआरों को समुद्र में न जाने की सलाह दी है और तटीय इलाकों में सतर्कता बढ़ाने के निर्देश दिए गए हैं।
इस बीच, आंध्र प्रदेश सरकार ने भी संभावित चक्रवात “मोन्था” को लेकर पूर्व तैयारी आरंभ कर दी है। राज्य के नागरिक आपूर्ति मंत्री एन. मनोहर ने बताया कि राहत शिविरों की स्थापना, खाद्य सामग्री का भंडारण, ईंधन की व्यवस्था और आपातकालीन दलों की तैनाती जैसे कदम पहले ही उठाए जा चुके हैं। उन्होंने कहा कि सरकार का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि चक्रवात के दौरान किसी भी नागरिक को भोजन, पानी या अन्य आवश्यक सुविधाओं की कमी न हो। प्रशासन ने सभी जिलों में नियंत्रण कक्ष सक्रिय कर दिए हैं और तटीय इलाकों के लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने की प्रक्रिया भी शुरू की जा रही है। IMD Alert















