रक्षा बंधन पर सोहने सतगुरु जी की आई 11वीं चिट्ठी

11th Letter of Saint Dr. MSG

सरसा (सच कहूँ न्यूज)। रक्षा बंधन के अवसर पर पूज्य गुरु संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां ने 11वीं चिट्ठी साध-संगत के लिए भेजी। आज शाह सतनाम जी धाम सरसा में आयोजित नामचर्चा के दौरान साध-संगत को चिट्ठी सुनाई गई। आइयें पढ़ते हैं पूज्य गुरु जी द्वारा भेजी गई चिट्ठी को….

हमारे प्यारे बच्चो, ट्रस्ट प्रबंधक सेवादारों व सेवादारों, आप सबको बहुत-बहुत आशिर्वाद। ‘धन-धन सतगुरु तेरा ही आसरा’। हमारे करोड़ों प्यारे बच्चो, सतगुरु जी की कृपा से जब हम 30 दिन की पैरोल पर यूपी आश्रम आए थे तो सबके दर्शन करके हमें बहुत ज्यादा खुशी हुई। जब आप सब ‘‘ऑनलाईन गुरुकुल’’ से जुड़ते थे तो क्या कहिना, आपका वो सजधज के बैठना, सिरों पर ‘जागो’ यानि गागर रखके नाचना व गाना कमाल था, धमाल था। सबसे बड़ी बात व आपकी सबसे बड़ी सेवा, जो आप सबने मिलकर ‘‘लाखों’’ लोगों को ‘‘ऑनलाइन’’ सत्संग में लाकर उनका नशा व बुराईयां छुड़वाई। यह सेवा बहुत महान है। हम शाह मसतान जी शाह सतनाम जी दाता से प्रार्थना करते हैं कि आप सब सेवादारों पर कृपा दृष्टि की मूसलाधार बरसात कर दें, और वो जरूर करेंगे।
हमारे करोड़ों बच्चों, आप सबको ‘15 अगस्त’ व ‘रक्षा बंधन’ की बहुत-बहुत बधाई हो, आशिर्वाद। आप सब अपने वो किए गए दो वायदे यानि जो हमने आपसे दो वचन (तोहफे के रूप में) मांगे थे कि आप सब ‘‘तीन वचनों पर पक्के रहना व 100 % अपने सतगुरु पर दृढ़ यकीन रखना।’’ आप इन वायदों पर 100% पक्के रहना, सतगुरु राम अन्दर-बाहर की खुशियों से आपको मालो माल रखेंगे। हमने आपसे जो तीन नए मानवता भलाई के काम शुरु करवाए थे कि खाने के समय पहली रोटी गऊ या जीव जन्तुओं को खिलाएं व घरों में तिरंगा लगाएं, यह दोनों काम तो शुरू कर दिए होंगे। देश जो आजादी का 75वां ‘‘अमृत-महोत्सव’’ मना रहा है तो आप सबने भी उसमें शामिल होकर ‘‘तिरंगे’’ को घरों, गाड़ीयों पर लगाना व लहराना है तथा ‘‘तिरंगे’’ को सैल्यूट करते हुए, लहराते हुए का ‘‘फोटो’’ वीडियो सोशल मीडिया पर भी डालें ताकि जिन स्वतंत्रता सैनानियों की कुर्बानीयों से हमें ‘आजादी’ व तिरंगा नसीब हुआ है उनका बहुत-बहुत सत्कार व अभिनन्दन हम कर सकें। मानवता भलाई का तीसरा काम हम जब आएंगे, तब शुरू करवाएंगे।
हमने खबरों में सुना कि गऊओं को एक भयानक बिमारी लग गई है जिससे बहुत गऊएं मर रही है। हम सतगुरु जी से प्रार्थना करते है कि वो इस बीमारी की दवाई किसी डाक्टर के दिमाग में बता दें या अपनी ‘कृपा’ से गऊ माता को निरोग कर दें। हमारे प्यारे बच्चो, अब हमने यानि शाह मसतान जी, शाह सतनाम जी, सन्त गुरमीत 3 IN 1 MSG गुरु के रूप में प्रभु की कृपा दृष्टि से मूसलाधार खुशियां शुरू कर दी हैं जो बढ़ती ही जाएंगी। ‘वचन’ ‘दात’ ‘परमार्थ’ सिर्फ और सिर्फ गुरु के ही होते हैं व गुरु ही करवाता है। हम एमएसजी के रूप में प्रभु से आप सब को ‘रूहानी, नूरानी, जिस्मानी व दुनियावी’ खुशियां दिलाते थे, दिला रहे हैं व दिलाते ही रहेंगे ही रहेंगे। आशिर्वाद।
दासन दास
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10.8.2022


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