कृषि क्षेत्र में ड्रोन की तैनाती पर समझौता पत्र पर हस्ताक्षर

युवाओं को प्रशिक्षित कर गांवों में 2000 ड्रोन तैनात होंगे

सिरसा। (सच कहूँ न्यूज) कृषि में बड़े पैमाने पर ड्रोन के उपयोग को आगे बढाते हुए सिंजेंटा इंडिया प्राइवेट लिमिटेड ने पूरे भारत में ड्रोन छिड़काव की सुविधा के लिए आईओटीटेक वर्ल्ड एविगेशन के साथ समझौता किया है। इस समझौते के तहत दोनों कंपनियां ग्रामीण युवाओं को प्रशिक्षण देकर और उन्हें ड्रोन तकनीक के इस्तेमाल के लिए तैयार कर रोजगार के सृजन करने का काम करेंगी।

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सिंजेंटा की सभी स्प्रे सेवाओं और उत्पादों में आईओटीटेक वर्ल्ड के ड्रोन एग्रीबोट का उपयोग किया जा रहा है। कंपनी के प्रबंध निदेशक और कंट्री हेड सुशील कुमार ने कहा कि दोनों पक्ष भारत के विभिन्न क्षेत्रों में आईओटीटेक वर्ल्ड की ड्रोन तकनीक का उपयोग करके सिंजेंटा से अनुमोदित रसायनों के छिड़काव को बढ़ावा देने के लिए मिलकर काम करने के लिए सहमत हैं। प्रथम चरण में 200 ग्रामीण युवाओं को प्रशिक्षित कर फसलों पर छिड़काव के लिए रोजगार का सृजन किया जाएगा। 400 एकड़ में बड़े पैमाने पर परीक्षण और 20 फसलों के लिए नियामकों को डेटा उपलब्ध किया गया।

कंपनी के फार्मर सेंट्रिक इकोसिस्टम प्रमुख सचिन कामरा ने कहा कि कंपनी पहली निजी कंपनी है जिसे धान पर फसलों को फंगल संक्रमण, ब्लास्ट और शीथ ब्लाइट से बचाने के लिए अपने उत्पाद एमिस्टार के छिड़काव के लिए ड्रोन का उपयोग करने के लिए भारत सरकार की केंद्रीय कीटनाशक बोर्ड से मंजूरी प्राप्त हुआ है। भारत सरकार और विभिन्न राज्य सरकारों द्वारा नीतिगत प्रोत्साहन के साथ-साथ सिंजेंटा ने एक अनूठी पहल करते हुए पहली ड्रोन यात्रा का आयोजन किया जिसके तहत एक ड्रोन जागरूकता वैन 13 राज्यों में 17,000 किमी दूरी तय की और 15000 किसानों के समक्ष ड्रोन छिड़काव का डेमो दिया।

सिंजेंटा कृषि-उद्यमियों को प्रशिक्षित करने में सिंजेंटा फाउंडेशन इंडिया के साथ मिलकर काम करता है जो किसानों को कई कृषि और संबद्ध सेवाएं प्रदान करता है। इस कार्यक्रम के तहत गांव के युवाओं को राष्ट्रीय कृषि विपणन संस्थान (एनआईएएम) द्वारा पहचान, प्रशिक्षण और दक्षता प्रमाण पत्र दिया जाता है और छोटे किसानों की आय, दक्षता बढ़ाने और बेहतर व सस्ते इनपुट से बाजारों तक पहुंच बनाने के लिए क्रेडिट और बीमा के माध्यम से अच्छा व्यवसाय बनाने के लिए सलाह दी जाती है।

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