34th Yaad-e-Murshid Free Eye Camp: सरसा सच कहूँ/राजेश बैनीवाल। पूजनीय परम पिता शाह सतनाम जी महाराज की पावन स्मृति में डेरा सच्चा सौदा द्वारा आयोजित 34वां याद-ए-मुर्शिद फ्री आई कैंप इस बार भी कई अंधेरी जिंदगियों में उजाला लेकर आया। सुबह से ही मरीजों की भारी भीड़ डेरा सच्चा सौदा सरसा स्थित लगे शिविर में उमड़ने लगी थी। यहां पहुंचे हर किसी के चेहरे पर उम्मीद थी, तो किसी के मन में वर्षों की परेशानी का दर्द, लेकिन हर किसी के साथ एक आशा जुड़ी थी कि शायद आज उनकी दुनिया फिर से रोशन हो सके। फतेहाबाद जिले के गांव रतिया से आए 62 वर्षीय राम कुमार पिछले काफी समय से आंखों की पुतली खराब होने की समस्या से जूझ रहे थे। आर्थिक तंगी के कारण वे आॅपरेशन नहीं करवा पा रहे थे। जांच के बाद डॉक्टरों ने उन्हें दवाई देते हुए आॅपरेशन के लिए चुन लिया।

राम कुमार भावुक होकर बोले, आज मुझे ऐसा लग रहा है जैसे मेरी धुंधली हुई जिंदगी में फिर से उजाला लौट आएगा। डेरा सच्चा सौदा आंखों का ईलाज करवाने मरीजों के लिए भोजन, पानी, ठहरने और दवा वितरण की पूरी व्यवस्था की हुई है। दूर-दराज से आए मरीजों को लाने-ले जाने के लिए उपयुक्त वाहनों की सुविधा भी उपलब्ध रही। हर तरफ सेवादारों की तत्परता और सौहार्द देखकर मरीजों के परिवार भी प्रभावित हुए। सेवादारों ने बताया कि पूजनीय परम पिता शाह सतनाम जी महाराज की पावन स्मृति में आयोजित शिविर के माध्यम से हजारों लोगों की आखों में नई रोशनी चमकेगी। इस शिविर में आर्थिक रूप से कमजोर लोगों का मुफ्त ईलाज तो होगा ही साथ में ही उन्हें लाठी का सहारा नहीं लेना पड़ेगा।
मुफ्त दवाई देकर कहा अब नहीं रहेगी समस्या: बलवीर कौर

रतिया (फतेहाबाद) से आई 65 वर्षीय बलवीर कौर पिछले छह महीनों से देखने में दिक्कत महसूस कर रही थीं, ने बताया, आज डॉक्टरों ने मेरी आंखें चैक करते हुए बताया है कि आपको दवाई दे दी है अब ठीक हो जाओगी आंखें सही है किसी प्रकार की समस्या नहीं है। उन्होंने डॉक्टरों के बारे में जिक्र करते हुए कहा कि, यहां डॉक्टरों ने जो सेवा दी, वह याद रहेगी। मुफ्त दवा, मुफ्त चश्मा, और इतनी देखभाल—मैंने कभी सोचा भी नहीं था।
पूज्य गुरुजी ने समझा सेवा लायक: जगदेव सिंह
शिविर में सेवा दे रहे सेवादार जगदेव सिंह तलवंडी साबो व अमृत सिंह धनौला ब्लॉक बरनाला निवासी एक ट्राई साईकिल में मरीज करणी सिंह को लेकर जा रहे थे, ने बताया कि हम हर साल कैंप के समय तो आते ही हैं साथ में ही जब भी समय मिलता है तो सेवा में यहां चले आते हैं। पिछले कई दिनों से डेरा में आकर सेवा करने में जुटे हैं और हम पूज्य गुरु संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां की पावन प्ररणाओं से सभी जरूरतमंदों की सेवा करने में लगे हुए हैं। हमारे लिए यह सिर्फ एक कार्यक्रम नहीं, बल्कि मुर्शिद जी की दी हुई सेवा का मौका है। जब हम सेवा के बाद किसी बुजुर्ग/जरूरतमंद के चेहरे पर खुशी देखते हैं, तो लगता है हमारी मेहनत सफल हुई।
एक आंख का आॅपेशन पिछली साल हो गया एक का अब हो जाएगा: पूर्णसिंह

टिब्बी हनुमानगढ़ से आए 70 वर्षीय बुजुर्ग पूर्ण सिंह ने बताया कि मेरी दोनों आखों से देखने की समस्या थी और पूज्य गुरुजी की दया महर से मेरी एक आंख तो पिछली साल यहां लगे नि:शुल्क शिविर में आप्रेशन से सही हो गई थी। अब डॉक्टरों ने दूसरी आंख के आॅपे्रशन के लिए बोला है और अभी दवाई दी है 15 तारीख को आप्रेशन होगा।















