नई दिल्ली (सच कहूँ डेस्क)। जम्मू कश्मीर में जम्मू क्षेत्र के सैन्य ठिकानों पर ड्रोन हमले की कोशिशों की रिपोर्टों के बीच सनसनीखेज खुलासा हुआ है कि जम्मू के वायुसैनिक अड्डे पर हमले के समय पाकिस्तान की राजधानी इस्लामाबाद स्थित भारतीय उच्चायोग की इमारत के भीतर भी ड्रोन की घुसपैठ हुई थी। सूत्रों के अनुसार बीते शनिवार की रात को इस्लामाबाद में भारतीय उच्चायोग के रिहायशी खंड में उसी वक्त एक ड्रोन देखा गया था जब जम्मू स्थित वायुसैनिक अड्डे पर हमला हुआ था। उस समय एक कार्यक्रम का आयोजन चल रहा था। सूत्रों ने इस घटना को अत्यंत गंभीर बताते हुए बताया कि भारत ने नयी दिल्ली में पाकिस्तान उच्चायोग के अधिकारियों के साथ उठाया है और अपनी सुरक्षा संबंधी चिंताओं से अवगत कराया है। यह पहली बार है जब पाकिस्तान में भारतीय मिशन में ड्रोन को देखा गया है।
हमले की फिराक में आतंकी: अर्निया सेक्टर में फिर दिखा ड्रोन, जवानों ने की फायरिंग
जम्मू-कश्मीर में शुक्रवार को एक बार फिर से अंतरराष्ट्रीय सीमा पर अर्निया सेक्टर में ड्रोन देखे गए हैं। हालांकि ड्रोन के खतरों के मद्देनजर पहले सही अलर्ट बीएसएप जवानों ने ड्रोन पर फायरिंग भी की, जिसके बाद वह ड्रोन वापस पाक की ओर चला गया। आपको बता दें कि पिछले दिनों ड्रोन से आतंकियों ने हमला किया था उसके बाद सेना और बीएसएफ पूरी तरह अर्लट पर है। आतंकियों ने आतंक फैलाने के लिए ड्रोन को अपना नया हथियार बना लिया है।
ड्रोन का इस्तेमाल करने वाले कार्यक्रम आयोजकों का सत्यापन शुरू
जम्मू स्थित वायु सेना अड्डे पर ड्रोन से हुए पहले हमले के बाद पुलिस ने ड्रोन के इस्तेमाल से सामाजिक एवं सांस्कृतिक कार्यक्रमों को कवर करने वाले आयोजकों का सत्यापन शुरू कर दिया है। जम्मू में रविवार को वायु सेना के ठिकाने पर ड्रोन की मदद से विस्फोट किए गए थे। सूत्रों ने बताया कि शादी और कार्यक्रम के आयोजकों को संबंधित थाने में रिपोर्ट करने और विशेष रूप से ड्रोन के इस्तेमाल से कार्यक्रमों के आयोजन संबंधी जानकारी साझा करने के लिए कहा गया है।
राजौरी जिला प्रशासन ने ड्रोन या इस तरह की उड़ने वाली किसी भी वस्तु के भंडारण, बिक्री, कब्जे में रखने, उपयोग और परिवहन पर बुधवार को प्रतिबंध लगा दिया था। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा, ‘फोटोग्राफरों, शादी संबंधी कार्यक्रमों और अन्य समारोहों के आयोजकों के पंजीकरण को लेकर पुलिस और प्रशासन के बीच विचार-विमर्श जारी है। उन्होंने बताया कि सभी आयोजकों का सत्यापन शुरू हो गया है और कार्यक्रम के लिए ड्रोन का इस्तेमाल करने वाले लोगों के लिए अलग से दिशा-निर्देश होंगे।
भारतीय सेना इस तरह के खतरों से प्रभावी तरीके से निपटने के लिए क्षमता विकसित कर रही है
सेना प्रमुख सेना प्रमुख जनरल मनोज मुकुंद नरवणे ने कहा है कि ड्रोन की आसान उपलब्धता ने सुरक्षा चुनौतियों की जटिलताओं को बढ़ा दिया है। साथ यही यह भी कहा कि भारतीय सेना इस तरह के खतरों से प्रभावी तरीके से निपटने के लिए क्षमता विकसित कर रही है। नरवणे ने कहा, ”हम उस खतरे से निपटने के लिए क्षमताएं विकसित कर रहे हैं, चाहे ये खतरे देश प्रायोजित हो या खुद देशों ने पैदा किए हो।” सेना प्रमुख जनरल एमएम नरवणे ने कहा है कि भारत और पाकिस्तान के बीच संघर्ष विराम समझौता होने के बाद नियंत्रण रेखा पर कोई घुसपैठ नहीं हुई है।
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