नई दिल्ली (सच कहूँ डेस्क)। केंद्र सरकार ने उन मीडिया रिपोर्ट्स को खारिज कर दिया है, जिसमें कहा जा रहा था कि एयर इंडिया के लिए टाटा संस की ओर से सबसे बड़ी बोली लगाई गई है और कंपनी के हाथों में अब एयर इंडिया की कमान चली गई है। इससे पहले दिवालिया होने के कगार पर पहुंच चुकी सरकारी विमानन कंपनी एयर इंडिया को टाटा संस के हवाले करने को मंत्रियों के समूह से मंजूरी मिल गई है। इस मामले से जुड़े सूत्रों ने कहा कि एयर इंडिया के लिए टाटा संस की बोली को गृह मंत्री अमित शाह की अध्यक्षता वाले मंत्रियों के समूह के समक्ष रखा गया था जिसे मंजूरी मिल गयी है। इसके लिए स्पाइस जेट के श्री अजय सिंह ने व्यक्ति स्तर पर बोली लगायी थी। हालांकि अभी इस संबंध में आधिकारिक घोषणा नहीं की गयी है लेकिन एक दो दिनों में इस संबंध में सरकार की आरे से जानकारी दिये जाने की संभावना है।
दिसंबर तक इस सौदे को अंतिम रूप दिया जा सकता है
नागर विमानन के सूत्रों का कहना है कि टाटा संस ने इसके लिए सबसे ऊंची बोली लगाया था। टाटा संस द्वारा इसके लिए सरकार द्वारा निर्धारित न्यूनतम बोली से करीब तीन हजार करोड़ रुपये की अधिक बोली लगाये जाने की जानकारी मिली है। वर्ष 1932 में टाटा समूह जे आर डी टाटा ने इस विमानन कंपनी की स्थापना की थी लेकिन बाद में इसे राष्ट्रीयकृत कर दिया गया था। अब करीब 67 वर्षों के बाद फिर से यह विमानन कंपनी टाटा के हवाले होने वाली है। सूत्रों की माने तो दिसंबर तक इस सौदे को अंतिम रूप दिया जा सकता है।
एयर इंडिया की 70 वर्षों बाद हुई घर वापसी
- आजादी के बाद सरकार ने इसमें 49% हिस्सेदारी खरीदी।
- दूसरे विश्व युद्ध के बाद इसे सरकारी कंपनी बना दिया गया।
- 1938 तक कंपनी ने अपनी घरेलू उड़ानें शुरू कर दी थीं।
- तब एअर इंडिया का नाम टाटा एअर सर्विस रखा गया था।
- टाटा समूह के जे.आर.डी. टाटा इसके फाउंडर थे।
- एअर इंडिया को 1932 में टाटा ग्रुप ने ही शुरू किया था।
अब टाटा संस को उठाना होगा 23,286.5 करोड़ रुपए का बोझ
कंपनी पर 31 मार्च 2019 तक कुल 60,074 करोड़ रुपए का कर्ज था। लेकिन अब टाटा संस को इसमें से 23,286.5 करोड़ रुपए के कर्ज का बोझ उठाना होगा।
एयर इंडिया के पास कुल कितनी प्रॉपर्टी है?
31 मार्च 2020 तक एयर इंडिया की कुल फिक्स्ड प्रॉपर्टी करीब 45,863.27 करोड़ रुपये है। इसमें एयर इंडिया की जमीन, बिल्डिंग्स, एयरक्राफ्ट फ्लीट और इंजन शामिल हैं।
एयर इंडिया के कर्मचारियों का क्या होगा?
केन्द्र सरकार ने संसद में बताया में था कि गाइडेंस के आधार पर एयर इंडिया कर्मचारियों के हितों का पूरा खयाल रखा जाएगा। साथ ही, उन्हें भी पूरी तरह सुरक्षित रखा जाएगा।
अन्य अपडेट हासिल करने के लिए हमें Facebook और Twitter, Instagram, LinkedIn , YouTube पर फॉलो करें।















