नेत्रदानी व शरीरदानी बनी माता अंग्रेज कौर इन्सां

Mata Angrez Kaur Insan sachkahoon

सच कहूँ/गुरसाहब इन्सां, डबवाली। वीरवार को माता अंग्रेज कौर इन्सां श्वासों रूपी पूंजी पूरी कर कुल मालिक के चरणों में जा विराजी। उनकी अंतिम इच्छा अनुसार उनके परिवार ने माता का शरीर शोध हेतु गौतमबुद्ध चिकित्सा महाविद्यालय देहरादून को दान कर दिया। जानकारी देते हुए पुत्र गुरमेल सिंह व गमदूर सिंह ने बताया कि उनकी माता की आखिरी इच्छा अनुसार उनके शरीर को मेडिकल रिसर्च के लिए दान किया गया है इस दैरान उनके नेत्र भी दान किए गए। शरीरदारनी माता अंग्रेज कौर इन्सां के पार्थिव शरीर को फूलों से सजी हुई गाड़ी द्वारा देहरादून ले जाने से पहले साध-संगत व गांव वासियों ने शरीरदानी अमर रहे के नारे लगाते हुए श्रद्धा सुमन अर्पित किए।

इस अवसर पर 45 मेंबर शीला इन्सां, रूपा इन्सां ने कहाकि माता अंग्रेज कौर अपने पीछे भरा पूरा परिवार छोड़ कर गई है। उनके दो बेटे गुरमेल सिंह भंगीदास देसूजोधा व गमदूर सिंह सेवादार लंगर समिति और उनके तीन पौत्र भपेंद्र सिंह, लखविंदर सिंह, हरविंदर सिंह, पड़पौत्रा हरमेल सिंह व उनकी एक बेटी सुखदीप कौर शामिल हैं। माता अंग्रेज कौर इन्सां ने हमेशा अपने परिवार को सेवा कार्य करने व डेरा सच्चा सौदा के साथ जुड़े रहने की शिक्षा दी। जिसके चलते आज पूरा परिवार मानवता भलाई कार्यों में बढ़ चढ़कर हिस्सा ले रहा है।

इन्होंने किए श्रद्धा सुमन अर्पित: 45 मेम्बर हरदम सिंह पटवारी, 45 मेम्बर रूपा इन्सां, 45 मेम्बर शीला इन्सां, 15 मेम्बर विक्की इन्सां, कुलवन्त इन्सां, धर्मा सिंह इन्सां, मानक इन्सां, बंता सिंह इन्सां, गुरसाहब सिंह फूलो, 15 मेम्बर गुलाब सिंह, गुरांदिता सिंह, शाह सतनाम जी ग्रीन एस वेल्फेयर फोर्स के सेवादारों ने श्रद्धा सुमन अर्पित किए।

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