नशामुक्त भारत के लिए केन्द्र, राज्य समान गंभीरता एवं तीव्रता से काम करें : शाह
नई दिल्ली (सच कहूँ न्यूज)। सरकार ने नशामुक्त भारत बनाने के लिए ( Drug free India) नशीले पदार्थों के विरुद्ध जीरो टॉलरेंस की नीति क्रियान्वित करने को केन्द्र एवं राज्यों की संयुक्त जिम्मेदारी बताते हुए सभी राज्य सरकारों का आह्वान किया कि वे समान गंभीरता एवं तीव्रता से इस अभियान को चलाये ताकि हमारी नयी पीढ़ी को बचाया जा सके। गृह मंत्री अमित शाह ने लोकसभा में करीब पांच घंटे तक देश में नशाखोरी की समस्या को लेकर नियम 193 के तहत चर्चा का उत्तर देते हुए कहा कि नशाखोरी के खिलाफ लड़ाई केवल केन्द्र सरकार या केवल राज्य सरकार की नहीं है।
यह केन्द्र एवं सभी राज्यों की समान जिम्मेदारी है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने नशामुक्त भारत बनाने का लक्ष्य रखा है, उसे पूरा करने के लिए केन्द्र एवं सभी राज्यों को मिल कर लड़ना होगा तभी इस बहुआयामी लड़ाई का कोई परिणाम निकल सकेगा। वहीं पूज्य गुरु संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां ने भी नशों के खिलाफ ‘डेप्थ मुहिम’ शुरू की हुई है। इस मुहिम का असर भी दिखने लगा देश के विभिन्न राज्यों में हर रोज नशा छोड़ने का संकल्प ले रहे हैं।
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संसार में नशों की बाढ़ आई हुई है : पूज्य गुरु जी
पूज्य गुरु जी ने कहा कि संसार में नशों की बाढ़ आई हुई है। हमारे देश की बात कर लिजिए, बहुत जगहों पर, बहुत तरहों के नशे बर्बाद कर रहे है। नशे से देश की जवानी, देश का बचपन बर्बाद होता जा रहा है और यह नशा दिन ब दिन बढ़ता ही जा रहा है। बहुत सारी जिंदगियां नशा बर्बाद कर चुका है और खत्म कर चुका है तथा बहुत जिंदगियों को खत्म करने की कगार की तरफ ले जा रहा है। पूज्य गुरु जी ने कहा कि पहले एक हल्के पीले और लाल रंग की बेल हुआ करती थी, जिसके शायद अलग-अलग नाम हो, जिसे अंबर बेल भी कहते थे। यह बेल जिस पेड़ पर गिर जाती थी, उसको बर्बाद कर देती थी। आज उसी तरह नशा हमारे समाज के ऊपर गिरा हुआ है, गिरफ्त में ले रखा है नशे ने और इससे हमारा समाज खोखला होता जा रहा है।
हमारे देश की युवा पीढ़ी को नष्ट होने से बचाना अमित शाह | Drug free India
शाह ने कहा कि यह नारकोटिक्स नियंत्रण ब्यूरो (एनसीबी) एवं राज्यों के नारकोटिक्स नियंत्रण एजेंसियों के अलावा वित्त विभाग, स्वास्थ्य विभाग एवं समाज कल्याण विभाग को भी मिला कर, सभी आयामों को समन्वित करके तीव्रता से कार्रवाई करनी पड़ेगी। उन्होंने कहा कि नशीले पदार्थों के खिलाफ इस लड़ाई में अभी तक सभी राज्य एवं केन्द्र सरकार कंधे से कंधा मिला कर लड़ रहे हैं। सभी राज्यों ने एक समन्वित रणनीति पर अच्छे से अमल किया है। कुछ विचार अलग हो सकते हैं लेकिन सबकी मंशा एक ही है। हमारे देश की युवा पीढ़ी को नष्ट होने से बचाना है।
पाकिस्तान भेज रहा नशा
गृह मंत्री ने कहा कि पाकिस्तान के साथ व्यापार नहीं हो रहा है लेकिन ड्रोन, सुरंगों, बंदरगाहों एवं हवाईअड्डों के रास्ते नशे का अवैध कारोबार हो रहा है। जो भी नये नये तरीके अपनाये जा रहे हैं, एजेंसियां उन्हें नाकाम कर रहीं हैं। उन्होंने कहा कि जहां तक कानून का मामला है तो पीड़ित के साथ सहानुभूति का रवैया अपनाया जाएगा और उनके साथ कोई दुर्व्यवहार नहीं होगा। उनके पुनर्वास की व्यवस्था होगी। सामाजिक वातावरण बनाया जाए जहां उसे सम्मान से पुनर्वासित होने का अवसर मिले।
जागरूकता अभियान चलाया गया है | Drug free India
गृहमंत्री ने कहा कि देश में नशामुक्त भारत के लिए जागरूकता अभियान चलाया गया है। करीब दो लाख 72 हजार शैक्षणिक संस्थानों में 14 छात्रों को नशामुक्त रहने की शपथ दिलायी गयी है। न्यूनतम मानदेय पर आठ हजार मास्टर स्वयंसेवक तैयार किये गये हैं। ढेर सारे स्वैच्छिक संगठनों को भी जोड़ा गया है। देश में तीन सौ से अधिक अत्याधुनिक पुनर्वास केन्द्र बनाए जा रहे हैं। देश में नशीली दवाओं के दुष्परिणामों की जानकारी देने के लिए दो लाख से अधिक परामर्शदाता तैयार किये हैं।
उन्होंने कहा कि ऐसा सोचा गया था कि आजादी के 75वें वर्ष में 60 दिनों में 75 हजार किलोग्राम नशीले पदार्थ जलाये जाएंगे लेकिन कुछ ही दिनों में एक लाख 60 हजार किलोग्राम ड्रग्स जलाने में कामयाबी मिली। शाह ने कहा कि जलाये गये ड्रग्स की कीमत 97 हजार करोड़ रुपए से अधिक थी। इस अभियान में चार लाख 14 हजार 697 केस दर्ज किये गये और पांच लाख 23 हजार 224 गिरफ्तारियां हुईं हैं। तस्करों के विरुद्ध 13 हजार केस दर्ज किये गये हैं। उन्होंने कहा कि नशामुक्त भारत अभियान केन्द्र एवं राज्यों का संयुक्त अभियान है। केन्द्र एवं राज्य समान गंभीरता एवं तीव्रता से चलायें। एनकोर्ड समितियों के ढांचे को मजबूत करने की जरूरत है। हम सभी जीरो टॉलरेंस की नीति के साथ नशामुक्त भारत की रचना करेंगे।
नशा को रोकने के लिए हमारे जिम्मेदार लोग भी कदम उठा रहें होंगे : पूज्य गुरु जी
पूज्य गुरु जी ्फरमाते हैं कि हमारी संस्कृति जो दुनिया की नंबर वन संस्कृति है, वो भी खत्म होती जा रही है, बर्बाद होती जा रही है। तो इस नशे को रोकना बहुत ही जरूरी है। पूज्य गुरु जी ने कहा कि नशा को रोकने के लिए लोग कदम भी उठा रहे होंगे, हमारे जिम्मेदार लोग भी कदम उठा रहें होंगे, लेकिन जब तक आदमी का दिमाग नशे की लत से बुरी तरह से पंघलाया हुआ है, तब तक यह नशा शरीर को नहीं छोड़ता, इन्सान को नहीं छोड़ता। इसके लिए पहले जरूरी है इन्सान के दिमाग से नशे रूपी दानव का असर खत्म हो।
आमतौर पर नशा खत्म करने के लिए लोग उससे ज्यादा वाला नशा या अलग तरह का नशा देते है, ताकि वो नशा छुड जाए और फिर वो कम करके धीरे-धीरे नशा छुड़वाया जाता है। लेकिन एक नशा जो हमारे पाक-पवित्र ग्रंथों में दर्ज है, वो है ओम, हरि, अल्लाह, वाहेगुरु के नाम का नशा, गॉड, खुदा रब्ब की इबादत का नशा। वो एक ऐसा स्वस्थ नशा है। जिसको लेने से सबसे पहले इन्सान के दिमाग से नशे का फितूर, गंदगी रूपी नशे का फितूर दूर होता है।
India drug free
जिसका माइंड फ्रेश हो जाता है, जिसके अंदर बिल पॉवर आ जाती है, वो दुनिया के असंभव कार्यों को भी संभव कर सकता है। तो माइंड फ्रेश, दिमाग में शांति के लिए, आत्मबल के लिए, आप किसी भी डॉक्टर साहिबान से पूछ लिजिए एलोपैथी, होम्योपैथी, आयुर्वेद, नेचुरोपैथी और भी पद्धतियां होगी तथा किसी के भी पास चले जाइये, आपको ऐसी दवा नहीं मिलेगी, जिससे आत्मबल बढ़ सकें। हैरानीजनक बात तो यह है, हमारे धर्मों में सिर्फ और सिर्फ इसी दवा का जिक्र ज्यादा किया गया है और वो दवा है परमात्मा, मालिक का नाम, ओम, हरि, ईश्वर की भक्ति, वो एक ऐसी दवाई है, जिसको लेने से आदमी की सोच बदलने लगती है। वो ऐसी दवाई है, जिसको लेने से आत्मबल बढ़ता है।
अखिल भारतीय नशामुक्त अभियान की शुरूआत | Drug free India
पूज्य गुरु संत डा. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां ने गत 3 नवंबर को शाह सतनाम जी आश्रम बरनावा, यूपी से लाइव कार्यक्रम दौरान अखिल भारतीय नशामुक्त अभियान की शुरूआत की, जिसको ड्रग इरेडीकेशन पेन-इंडिया थ्रू हैल्थ एंड मैडिटेशन का नाम दिया गया। ध्यान, योग एवं स्वास्थ्य द्वारा अखिल भारतीय नशामुक्ति अभियान का मूल उद्देश्य हिंदुस्तान से नशे को जड़ से खत्म करना है। इस अभियान को कारगर बनाने के लिए डेरा सच्चा सौदा गांव, कस्बे व शहरी स्तर पर स्थानीय साध-संगत का सहयोग लेगा। ग्रामीण व शहरी क्षेत्रों में जागरूकता कैंपों के अलावा योग एवं ध्यान क्रियाओं के जरीये लोगों को नशा छोड़ने के लिए प्र्रेरित किया जाएगा, वहीं स्वास्थ्य कैंप भी लगाए जाएंगे जिनमें नशे के आदि लोगों का उपचार भी किया जाएगा।
‘नशे बर्बादी का घर, इनसे रहें दूर’…उनकी जरूरत ही ना पड़ती। जाओ एक पैग मारा, सारे दु:ख, दर्द, परेशानियां, बीमारियां दूर, तो ये आपका भ्रम है। नशा बर्बादी का घर है, जरा सा लेना शुरू करते हैं आप, उसके गुलाम हो जाते हैं और फिर गुलाम क्या करता है जो नशा करवाता है वही, इसलिए कभी भी नशे के नजदीक ना जाओ। ये बर्बादी का घर ही नहीं है बल्कि बर्बादी की ऐसी दलदल है, आप एक बार इसमें धंस गए तो धंसते चले जाएंगे और फिर आप तक सीमित नहीं रहेगा, आपके बीवी-बच्चे, आपके माँ-बाप, भाई-बहन सब का बुरा हाल होगा, सिर्फ आपकी वजह से। तो क्या आपने इस लिए जन्म लिया है कि आप अपने परिवार को तड़फाएं? क्या आपने इसलिए जन्म लिया है कि राक्षस प्रवृत्ति को बढ़ावा दें? अरे हम जिन धर्मों को मानते हैं उनमें देवी-देव को ऊँचा माना जाता है, राक्षस नीचा है।
पूज्य गुरु संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां
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