पाकिस्तान ने 5 साल बाद राजू को लौटाया, वतन वापसी पर माता-पिता की आंखें हुई नम

खंडवा (सच कहूँ न्यूज) जासूसी की आशंका में पिछले पांच वर्षो से पाकिस्तान की जेल में कैद मध्यप्रदेश के खंडवा जिले के ग्राम इंधावड़ी के युवक राजू पिण्डारे (Khandwa Raju Pindare News) को आखिरकार निर्दोष मानते हुए उसे आजाद कर उसकी घर वापसी का रास्ता साफ कर दिया है।

क्या है मामला | Khandwa Raju Pindare News

मानसिक रूप से कमजोर राजू पता नहीं किस तरह भटककर पाकिस्तान पहुंच गया था, जिसे पाकिस्तान पुलिस ने डेरा गाजी खान इलाके से गिरफ्तार किया था। उसे पाकिस्तानी मीडिया ने भारतीय जासूस बताया जबकि उसे अवैध रूप से प्रवेश के आरोप में वर्ष 2019 से ही पाकिस्तान की जेल में बंद कर दिया गया था। जहां वो अपनी बेगुनाही का सबूत भी नहीं दे सका। राजू के माता-पिता वर्ष 2019 से ही सरकारी दफ्तरों में अपने बेटे को पाकिस्तान की जेल से वापस लाने के लिए चक्कर लगा रहे थे। आखिरकार स्थानीय पुलिस की पहल से गृह मंत्रालय और मिनिस्ट्री आॅफ एक्स्टर्नल अफेयर्स के सतत प्रयासों से उसे रिहा कर दिया गया।

राजू की गुमशुदगी की शिकायत पांच वर्ष पूर्व दर्ज कराई थी

पुलिस अधीक्षक विवेक सिंह ने बताया कि खंडवा जिले के ग्राम इंधावड़ी की बसंता बाई ने अपने बेटे राजू की गुमशुदगी की शिकायत पांच वर्ष पूर्व दर्ज कराई थी। इसमें बाद में जानकारी मिली की वह किसी तरह पाकिस्तान पहुंच गया है, जिसके अवैध तरह से वहां प्रवेश पर उसे पाकिस्तान पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है, वह तभी से जेल में था। कुछ दिन पूर्व राजू के परिजन उनसे मिले और उसकी पाकिस्तान से वापसी की गुहार लगाई, तो उन्होंने गृह मंत्रालय के माध्यम से उसके लिए प्रस्ताव भेजा।
एसपी श्री सिंह ने बताया कि मिनिस्ट्री आॅफ एक्स्टर्नल अफेयर्स ने पाकिस्तान सरकार से संपर्क किया और उसकी रिहाई का रास्ता साफ हुआ। अंतत: उसे 14 फरवरी को रिहा कर भारत को सौंप दिया गया। राजू को अमृतसर में रेड क्रॉस सोसायटी ने अपने पास रखा है, जिसे वह खंडवा जिला प्रशासन के माध्यम से घर वापस पहुंचा दिया जायेगा।

पाकिस्तानी अखबार की एक खबर खूब वायरल

अपर कलेक्टर शंकर लाल सिंघाड़े ने बताया कि इंधावड़ी का राजू किसी तरह पाकिस्तान चला गया था, उसको पाकिस्तान द्वारा 14 फरवरी को रिहा कर दिया गया है, वह भारत आ चुका है। इंडियन रेड क्रॉस सोसायटी अमृतसर ने खंडवा जिला प्रशासन को राजू को वहां से ले जाने के लिए सूचित किया। इस सूचना पर जिला प्रशासन ने एक चार सदस्यीय दल बनाया है, जिसमे एक मेडिकल कर्मचारी, एक शासकीय कर्मचारी और दो पुलिस के जवान है, जो वारंट के साथ उसको प्राप्त करने के लिए रवाना हो रहे हैं। उसकी जो गुमशुदगी दर्ज हुई थी उसके हिसाब से पुलिस कार्रवाई करके उसके परिवार को सौंप देगी।

दरअसल वर्ष 2019 में पाकिस्तानी अखबार की एक खबर खूब वायरल हुई, जिसमे पाकिस्तानी पुलिस के साथ एक युवक को दिखाया जा रहा था। पाकिस्तानी मीडिया के मुताबिक पकड़ा गया युवक भारतीय था। उस समय पाकिस्तानी मीडिया ने दावा किया था कि वह जासूसी के इरादे से पाकिस्तान में दाखिल हुआ था। राजू को पाकिस्तान की पुलिस ने डेरा गाजी खान इलाके से गिरफ्तार किया। गिरफ्तार युवक मध्यप्रदेश का निवासी होना बताया जा रहा था। उस समय जब भारतीय पुलिस और इंटेलिजेंस को इस युवक की जानकारी निकाली तो पता चला कि वह मध्यप्रदेश के खंडवा जिले के इंधावड़ी गांव का रहने वाला राजू है।

पुलिस ने जब खंडवा जिले के ग्राम इंधावड़ी आकर राजू के परिजनों को वह तस्वीर दिखाई तो उन्होंने उसे तुरंत अपने बेटे के रूप में पहचान लिया। उन्होंने बताया कि राजू मानसिक रूप से कमजोर है और अक्सर घर से बाहर चला जाता था और कुछ दिनों बाद वापस लौट आता था, लेकिन इस बार जब लम्बे समय तक वह नहीं लौटा तो सभी चिंतित थे, लेकिन वह भटककर पाकिस्तान पहुंच जायेगा यह उन्हें कल्पना भी नहीं थी। घर वालों को आशंका है कि वह किसी ट्रक सवार होकर राजस्थान चला गया होगा और वहां से भटककर गलती से पाकिस्तान चला गया होगा। इस दौरान राजू की वापसी के लिए उसके परिजन बहुत भटके, हर स्तर पर गुहार की। वो आर्थिक तंगी में आकर कर्ज में भी डूब गए। अब राजू की वापसी की खबरों से घर में खुशियां लौट आई है। राजू की मां बसंता कहती हैं कि ह्यहम बैचेन हो गए थे, उसे आँखे देखने को तरस रही है। कैसे स्वागत करें उसका ऐसा लगता है खुशी के मारे झूम जाएँ उस पर।

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