विरह व दृढ़ विश्वास की अग्निपरीक्षा के बाद गुरू-शिष्यों के महामिलन के मुकद्दस माह के मुबारक दिन 17 जून की समस्त साध-संगत को बहुत बहुत मुबारकबाद। इस पवित्र मुकद्दस माह में आज ही के दिन पूज्य पिताजी 5 वर्ष में पहली बार बरनावा आश्रम पधारे और अपने दर्श दीदार देकर साध-संगत जी को खुशियों भरे रहमतों के समुद्रों के समुद्र लुटाए।
समस्त साध-संगत को इस पवित्र 17 जून की कोटि-कोटि बधाई हो जी,
बड़े भागों से पूज्य पिताजी के नूरानी दर्शनों का
लाभ उठाने की पावन घड़ी है आई जी,

फिर से जल्द एमएसजी गुरु के प्यारे-प्यारे दर्श दीदार पाने को
हम सबने शहंशाह जी के पवित्र चरण कमलों में लीव लगाई जी।
पूज्य दाता, सच्चे रहबर, कुल मालिक जी,
अब शीघ्र सच्चे दरबार आओ जी,
फिर से अलग से अपनी अनंत अपार
रहमतों के गुलशन महकाओ जी।
बृजेश कुमार इन्सां
ब्लॉक प्रेमी सेवक, रुड़की (हरिद्वार)















