रविवार देर रात से सोमवार सुबह तक रुक-रुक कर जारी रही बारिश, गर्मी से राहत
- गर्मी से झुलसती फसलों को मिला जीवनदान
हनुमानगढ़ (सच कहूँ न्यूज)। भीषण गर्मी से परेशान क्षेत्र के लोगों के लिए मानसून की पहली बारिश राहत बनकर बरसी। रविवार देर रात से सोमवार सुबह तक रुक-रुक कर बारिश का दौर जारी रहा। इससे गर्मी के तेवर ढीले हो गए। गर्मी से झुलसती नरमा-कपास की फसल को भी बारिश से जीवनदान मिला। इससे किसानों के चेहरे खिल उठे। मानसून की एंट्री के बाद हुई तेज बारिश से इलाके की सडक़ों पर पानी जमा हो गया। रविवार रात्रि करीब सवा दस बजे तेज हवाओं के झोंकों के साथ मूसलाधार बारिश शुरू हुई। Hanumangarh News
करीब एक-सवा घंटे तक हुई बारिश से निचले इलाकों व सडक़ों के किनारे पानी जमा हो गया। बारिश के दौरान बिजली भी काट दी गई। सोमवार सुबह भी पूरे आसमान में काली घटाएं आने से अंधेरा छा गया। कुछ देर बाद हल्की बूंदाबांदी से मौसम सुहावना हो गया। बच्चों ने भीगकर बारिश का आनंद उठाया। मौसम में आए बदलाव और गर्मी से राहत मिलने से बाजार में भी सोमवार सुबह अन्य दिनों की अपेक्षा अधिक चहल-पहल नजर आई। दोपहर के समय सडक़ों पर भी वाहनों की आवाजाही बढ़ गई।
हनुमानगढ़ जिले में पिछले 24 घंटे के दौरान हुई बारिश के आंकड़ों पर नजर डालें तो संगरिया में सर्वाधिक 58 एमएम बारिश रिकॉर्ड की गई। इसके अलावा टिब्बी में 52 एमएम, रावतसर में 42 एमएम, खुइयां में 42 एमएम, ढाबां में 38 एमएम, तलवाड़ा झील में 35 एमएम, नोहर में 33 एमएम, हनुमानगढ़ में 22 एमएम, पल्लू में 20 एमएम, फेफाना में 15 एमएम, रामगढ़ में 19 एमएम, गोलूवाला में 16 एमएम, पीलीबंगा में 4.5 एमएम व डबलीराठान में 2 एमएम बारिश दर्ज की गई। भादरा तहसील क्षेत्र बारिश से अछूता रहा। मौसम केन्द्र जयपुर ने 28 जून तक राजस्थान में अच्छी बारिश होने का अनुमान जताया है।
कमरे की छत गिरने से मां-बेटी घायल | Hanumangarh News
रविवार देर रात से जारी मूसलाधार बारिश के बीच जिले में कई जगह कमरों की छत गिरने की घटनाएं हुईं। इससे मलबे के नीचे दबने से परिवार के सदस्य घायल हो गए। जिला मुख्यालय की निकटवर्ती ग्राम पंचायत मक्कासर में सोमवार सुबह कमरे की छत गिरने से मां-बेटी के गंभीर चोटें लगी। दोनों को जिला अस्पताल में भर्ती करवाया गया। सरपंच बलदेव सिंह ने बताया कि ग्राम पंचायत मक्कासर के वार्ड नम्बर चार में सोमवार सुबह ज्ञानीराम की पत्नी तीजांदेवी अपने घर में चाय बना रही थी। तभी रविवार रात्रि से जारी बारिश-आंधी के कारण अचानक कमरे की छत गिर गई। मलबे के नीचे दबने से तीजांदेवी और उसकी बेटी मीरा (12) के गंभीर चोटें लगी।
सूचना मिलने पर वार्ड पंच सहित वार्डवासियों ने मौके पर पहुंचकर और मां-बेटी को मलबा हटाकर बाहर निकाल एम्बुलेंस के जरिए अस्पताल भिजवाया। दोनों के गंभीर चोटें लगी हैं। मलबे के नीचे दबने से कमरे में रखा घरेलू सामान भी खराब हो गया। सरपंच बलदेव सिंह ने इस घटना पर दुख प्रकट करते हुए कहा कि इस घटना के बारे में तहसीलदार और पंचायत समिति के विकास अधिकारी को अवगत करवाया गया है। ज्ञानीराम का परिवार आर्थिक रूप से कमजोर है। प्रशासन से मांग है कि इस परिवार की आर्थिक मदद की जाए। ग्रामीण भी हरसंभव सहयोग करेंगे। इस मौके पर वार्ड पंच सतीश कुमार सहित कई ग्रामीण मौजूद थे।
छत गिरने से किशोरी की मौत, मां और भाई घायल | Hanumangarh News
पीलीबंगा पुलिस थाना क्षेत्र के चक 44 एनडीआर में रविवार रात्रि को हुई मूसलाधार बारिश से एक मकान में बने कच्चे कमरे की छत गिर गई। घटना में एक नाबालिग लडक़ी की मौत हो गई जबकि उसकी मां व भाई के चोटें आई। ग्रामीणों के अनुसार रात्रि को आई तेज बारिश से प्रेम मेघवाल के मकान में बने कमरे की कच्ची छत रात्रि करीब दो बजे गिर गई। मलबे के नीचे दबने से परिवार के तीन सदस्य घायल हो गए। इसमें नाबालिग लडक़ी ममता की उपचार के दौरान मौत हो गई जबकि उसकी मां व भाई को मामूली चोटें आई। उन्हें प्राथमिक उपचार के बाद छुट्टी दे दी गई।
ग्रामीणों के अनुसार रास्ते पर अतिक्रमण होने के कारण घायल किशोरी को चिकित्सालय ले जाने में समय लगा। समय पर उपचार न मिलने से किशोरी की मौत हुई। ग्रामीणों के अनुसार रास्ते पर अतिक्रमण की शिकायत ग्रामीणों ने पूर्व में भी एसडीएम को की थी मगर कोई कार्रवाई नहीं हुई। ग्रामीणों ने राज्य सरकार से पीडि़त परिवार को मुआवजा दिलाने की भी मांग की। उधर, गांव जाखड़ांवाली के पास भेरूसरी में भेड़पालक रमेश पचार के घर में बने गैरेज की छत गिरने से नीचे बंधी भेड़-बकरियां मलबे में दब गई। इससे करीब 20 भेड़-बकरियों की मौत हो गई। Hanumangarh News
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