Economy crisis: वैश्विक स्तर पर विभिन्न देश आर्थिक समस्याओं से लगातार जूझ रहे हैं। साथ ही, रूस यूक्रेन के बीच युद्ध अभी थमा भी नहीं था कि आतंकवादी संगठन हमास ने इजराइल पर हमला कर दिया, जिससे अब इजराइल एवं हमास के बीच युद्ध छिड़ गया है और अब तो एक तरह से लेबनान भी इस युद्ध में कूद गया है। इन विपरीत परिस्थितियों के बीच, अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आइएमएफ) ने अपनी विश्व आर्थिक परिदृश्य रिपोर्ट-2023 में कहा है कि चालू वित्त वर्ष 2023-24 में जहां वैश्विक विकास दर तीन प्रतिशत रहेगी, वहीं भारत की विकास दर 6.3 प्रतिशत रहेगी। आज भी भारत दुनिया में सबसे तेज विकास दर वाला देश है। Economy crisis
चूंकि अमेरिका और रूस के साथ-साथ दुनिया के अधिकांश देश भारत के साथ लगातार आर्थिक मित्रता बढ़ा रहे हैं। अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष ने अपने विश्व आर्थिक अनुमान में कहा है कि भारतीय अर्थव्यवस्था इस साल पहले के अनुमान से कहीं अधिक तेजी से बढ़ेगी। साथ ही, इस साल और अगले साल भी दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती प्रमुख अर्थव्यवस्था बनी रहेगी। वैसे, एक चिंताजनक अनुमान यह भी है कि विश्व स्तर पर महंगाई के चलते दुनिया में विकास दर थोड़ी धीमी रहेगी। वहीं रूस-यूक्रेन युद्ध ने यूरोप सहित विश्व भर के अनेक देशों में तेल व ऊर्जा का संकट बढ़ाया है। इसके अलावा अब अरब क्षेत्र में युद्ध छिड़ गया है, तो चिंता बहुत ज्यादा बढ़ गई है। Economy crisis
गौर करने की बात है कि दुनिया भर में एक तिहाई से ज्यादा तेल की आपूर्ति अरब देशों से ही होती है। ऐसे में, यदि आपूर्ति प्रभावित होती है, तो दुनिया भर में हाहाकार की स्थिति बन जाएगी। भारत में अब तो त्यौहारी मौसम की शुरुआत होने जा रही है। नवरात्रि, दशहरा, दीपावली, क्रिसमस दिवस, नव वर्ष, महाशिवरात्रि, होली, आदि जैसे बड़े त्यौहार आने वाले हैं, जिन्हें भारत के नागरिक बड़े ही उत्साह के साथ मनाते हैं एवं इन त्यौहारों का भारतीय अर्थव्यवस्था में भारी योगदान रहता है। साथ ही, भारत में अब धार्मिक एवं आध्यात्मिक पर्यटन भी बहुत तेज गति से बढ़ रहा है, जिससे निश्चित ही भारत के आर्थिक विकास को बल मिलेगा। वहीं भारत भी युद्धग्रस्त क्षेत्रों को शांति की अपील कर चुका है, जिसमें सबकी भलाई ही है। Economy crisis
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