Jharkhand ATS Arrested रांची (झारखंड): आतंकवाद निरोधक दस्ते (एटीएस) ने झारखंड के धनबाद जिले के भूली क्षेत्र से एक संदिग्ध युवक अमार यासर को गिरफ्तार किया है, जो पूर्व में प्रतिबंधित आतंकी संगठन इंडियन मुजाहिदीन से जुड़ा रहा है। वर्तमान में वह कथित रूप से ‘हिज्ब उत तहरीर’ नामक संगठन के लिए गुप्त रूप से देशविरोधी गतिविधियों में सक्रिय था। Jharkhand ATS News
मई 2024 में जेल से रिहा होने के बाद ‘हिज्ब उत तहरीर’ से जुड़ गया था
राज्य के पुलिस महानिदेशक अनुराग गुप्ता ने बताया कि अमार यासर को वर्ष 2014 में राजस्थान के जोधपुर से गिरफ्तार किया गया था, जहां उस पर आतंकी संगठन इंडियन मुजाहिदीन के लिए काम करने का आरोप था। मई 2024 में जमानत पर जेल से रिहा होने के बाद वह ‘हिज्ब उत तहरीर’ से जुड़ गया था। उस पर जयपुर और जोधपुर में आतंकी गतिविधियों से जुड़े तीन मामले दर्ज हैं। फिलहाल उससे पूछताछ की जा रही है। एटीएस की हालिया कार्रवाई कोई पहली नहीं है। पिछले सप्ताह, धनबाद के वासेपुर और अन्य इलाकों में छापेमारी कर एटीएस ने चार अन्य संदिग्धों को भी गिरफ्तार किया था। इनकी पहचान गुलफाम हसन, आयान जावेद, उसकी पत्नी शबनम परवीन, और मोहम्मद शहजाद आलम के रूप में हुई है।
गिरफ्तार आरोपियों के पास से दो पिस्तौल, 12 कारतूस, आतंकी विचारधारा से संबंधित साहित्य, कई मोबाइल फोन और लैपटॉप बरामद किए गए हैं। पूछताछ में खुलासा हुआ है कि ये लोग एक संगठित नेटवर्क के ज़रिए आतंकी गतिविधियों का विस्तार कर रहे थे। उन्होंने इसके लिए अलग-अलग मॉड्यूल भी तैयार कर रखे थे। बरामद किताबों और दस्तावेजों में ‘हिज्ब उत तहरीर’ की विचारधारा और उद्देश्यों का विस्तार से उल्लेख है। यह संगठन वर्ष 1953 में यरुशलम में स्थापित किया गया था, जिसका उद्देश्य इस्लामिक शासन प्रणाली (खिलाफत) की स्थापना करना है। भारत सरकार ने वर्ष 2010 में इस पर प्रतिबंध लगा दिया था। एटीएस अब भी इस नेटवर्क से जुड़े अन्य संदिग्धों की तलाश में जुटी है और जल्द ही और गिरफ्तारियाँ होने की संभावना जताई गई है। Jharkhand ATS News
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