अनु सैनी। High Cholesterol Symptoms: कोलेस्ट्रॉल, शरीर के लिए जरूरी तत्वों में से एक है, जो हार्मोन बनाने और कोशिकाओं के निर्माण में अहम भूमिका निभाता है। लेकिन जब इसकी मात्रा सामान्य से अधिक हो जाती है, तो यह कई गंभीर बीमारियों की जड़ बन सकता है। हाई कोलेस्ट्रॉल का सबसे बड़ा खतरा यह है कि इसके लक्षण अक्सर शुरू में नजर नहीं आते और जब तक यह जानलेवा स्थिति तक न पहुंच जाए, तब तक शरीर संकेत नहीं देता।
विश्व स्वास्थ्य संगठन (हऌड) की रिपोर्ट के अनुसार, दुनियाभर में हर साल करीब 1.80 करोड़ लोग दिल की बीमारियों और स्ट्रोक से जान गंवा रहे हैं। इन मौतों की सबसे बड़ी वजहों में से एक है शरीर में बढ़ा हुआ कोलेस्ट्रॉल लेवल।
पैरों में दर्द: हाई कोलेस्ट्रॉल का छुपा हुआ संकेत
अगर हाल के दिनों में आपके पैरों में चलने, सीढ़ियां चढ़ने या रात को सोते समय लगातार दर्द या ऐंठन हो रही है, तो इसे नजरअंदाज न करें। यह हाई कोलेस्ट्रॉल का संकेत हो सकता है। विशेषज्ञों के मुताबिक, जब कोलेस्ट्रॉल धमनियों में जमने लगता है, तो वह ब्लड सर्कुलेशन को प्रभावित करता है। इससे पैरों की मांसपेशियों तक आॅक्सीजन की सप्लाई कम हो जाती है, जिससे दर्द, ऐंठन और भारीपन की शिकायत होने लगती है।
पैरों में कोलेस्ट्रॉल बढ़ने के लक्षण | High Cholesterol Symptoms
- चलते समय या सीढ़ियां चढ़ते समय पैरों में असहज दर्द
- रात के वक्त पैरों में ऐंठन या जकड़न
- पैरों में ठंडापन या सुन्न हो जाना
- त्वचा का रंग बदल जाना, फीका या नीला पड़ना
- पैरों के घावों का देर से भरना
- झुनझुनी या जलन की अनुभूति
- शरीर के अन्य हिस्सों में भी हो सकता है दर्द
हाई कोलेस्ट्रॉल के कारण सिर्फ पैर ही नहीं, शरीर के अन्य हिस्से भी प्रभावित हो सकते हैं। इनमें सीने में दर्द या भारीपन, गर्दन और कंधों में जकड़न, सिरदर्द और कभी-कभी चक्कर आना भी शामिल हैं। ये सभी संकेत इस ओर इशारा करते हैं कि शरीर में धमनियां सिकुड़ रही हैं और रक्त प्रवाह बाधित हो रहा है।
बढ़े कोलेस्ट्रॉल को कंट्रोल करने के आसान उपाय
खुशखबरी यह है कि अगर सही समय पर पहचाना जाए, तो कोलेस्ट्रॉल को आसानी से कंट्रोल किया जा सकता है। इसके लिए जीवनशैली में कुछ जरूरी बदलाव करना बेहद जरूरी है:
1. डाइट में बदलाव:
फाइबर से भरपूर फल, सब्जियां, ओट्स और साबुत अनाज को अपने आहार में शामिल करें। साथ ही जंक फूड, प्रोसेस्ड फूड और हाई फैट वाली चीजों से दूरी बनाएं।
2. नियमित एक्सरसाइज:
हर दिन कम से कम 30 मिनट की वॉक या हल्की फिजिकल एक्टिविटी करें। योग, साइकलिंग और स्वीमिंग जैसे विकल्प भी काफी फायदेमंद हैं।
3. धूम्रपान और शराब से दूरी:
स्मोकिंग और अत्यधिक शराब का सेवन कोलेस्ट्रॉल बढ़ाने के साथ-साथ दिल की बीमारियों को भी न्यौता देता है। इन आदतों को छोड़ना बेहद जरूरी है।
4. पानी की मात्रा बढ़ाएं:
पर्याप्त मात्रा में पानी पीने से शरीर से विषैले पदार्थ बाहर निकलते हैं और मेटाबॉलिज्म सुधरता है, जिससे कोलेस्ट्रॉल भी नियंत्रित रहता है।
5. नियमित मेडिकल चेकअप:
कोलेस्ट्रॉल का स्तर समय-समय पर जांचते रहें। एक साधारण ब्लड टेस्ट से ऌऊछ, छऊछ और ट्राइग्लिसराइड का लेवल पता लगाया जा सकता है।
हाई कोलेस्ट्रॉल एक साइलेंट किलर की तरह काम करता है। यह धीरे-धीरे शरीर में घातक बदलाव लाता है, जिनका असर तब सामने आता है जब बहुत देर हो चुकी होती है। अगर आप पैरों में दर्द, ऐंठन या थकान महसूस कर रहे हैं तो इसे हल्के में न लें और तुरंत चिकित्सक से संपर्क करें। जीवनशैली में सुधार और सही खानपान से कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित किया जा सकता है और दिल की बीमारियों से खुद को सुरक्षित रखा जा सकता है।
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