जीता सर्वश्रेष्ठ रचनात्मक रील का खिताब
हनुमानगढ़। कानूनी जागरूकता फैलाने के क्षेत्र में नेहरू मैमोरियल विधि महाविद्यालय, हनुमानगढ़ के छात्र-छात्राओं ने राष्ट्रीय स्तर पर अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया है। राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण (नालसा), नई दिल्ली की ओर से आयोजित ‘कनेक्टिंग विद द कॉजÓ शीर्षक वाली अखिल भारतीय रील एवं लघु फिल्म प्रतियोगिता में एनएम लॉ कॉलेज की टीम ने वेस्ट जोन में सर्वश्रेष्ठ रचनात्मक रील का खिताब जीता है। इस उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए छात्र-छात्राओं को हाल ही में नालसा मुख्यालय, नई दिल्ली में आयोजित कार्यक्रम में सम्मानित किया गया। Hanumangarh News
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में सर्वोच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश जस्टिस संजीव खन्ना तथा विशिष्ट अतिथि के रूप में नालसा, नई दिल्ली के सचिव व सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधिपति जस्टिस बीआर गवई मौजूद थे। उन्होंने एनएम लॉ कॉलेज की विजेता टीम को दस हजार रुपए नकद राशि व प्रशस्ति पत्र प्रदान कर सम्मानित किया। यह प्रतिष्ठित प्रतियोगिता राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण द्वारा देश भर के विधि महाविद्यालयों के छात्र-छात्राओं के लिए आयोजित की गई थी। प्रतियोगिता का उद्देश्य विधि के छात्र-छात्राओं को आधुनिक और प्रभावी माध्यमों, जैसे कि रील और लघु फिल्मों के जरिए कानूनी जागरूकता फैलाने और नालसा की विभिन्न योजनाओं का प्रचार करने के लिए प्रोत्साहित करना था।
कानूनी संदेश के प्रभावी संप्रेषण के संयोजन से निर्णायक मंडल प्रभावित
नेहरू मेमोरियल विधि महाविद्यालय, हनुमानगढ़ की टीम में शामिल हिमांशु जोशी, जेबुनिशा, भावना राठी, लोकेश शर्मा, मीनू स्वामी और शिवशंकर की ओर से बनाई गई रील को वेस्ट जोन की अनेकों प्रविष्टियों में से सर्वश्रेष्ठ चुना गया। उनकी रील ने रचनात्मकता, नवाचार और कानूनी संदेश के प्रभावी संप्रेषण के संयोजन से निर्णायक मंडल को प्रभावित किया। महाविद्यालय प्राचार्य डॉ. सीताराम ने महाविद्यालय की टीम को वेस्ट जोन में प्रथम स्थान प्राप्त करने पर शुभकामनाएं देते हुए कहा कि यह महाविद्यालय और हनुमानगढ़ जिले के लिए गौरव का क्षण है। कॉलेज के छात्र-छात्राओं ने राष्ट्रीय स्तर पर अपनी प्रतिभा और कानूनी ज्ञान का प्रदर्शन किया है।
यह उपलब्धि दर्शाती है कि कॉलेज के छात्र-छात्राएं न केवल पुस्तकीय ज्ञान तक सीमित हैं, बल्कि समाज में कानूनी जागरूकता फैलाने जैसे महत्वपूर्ण कार्यांे में भी सक्रिय रूप से योगदान देने में सक्षम हैं। महाविद्यालय में स्थित विधिक सेवा क्लीनिक के संयोजक एवं सहायक आचार्य डॉ. बृजेश अग्रवाल ने कहा कि छात्र-छात्राओं की मेहनत और रचनात्मकता का परिणाम है कि उन्हें राष्ट्रीय स्तर पर पहचान मिली है।
जिला विधिक सेवा प्राधिकरण सचिव शिवचरण मीना ने कहा कि यह प्रतियोगिता देश भर में कानूनी जागरूकता बढ़ाने और विधि छात्र-छात्राओं को इसमें सक्रिय भूमिका निभाने के लिए प्रेरित करने में सहायक सिद्ध हुई है। महाविद्यालय के छात्र-छात्राओं की इस शानदार उपलब्धि पर राष्ट्रीय शिक्षण संस्थान समिति अध्यक्ष अमरचन्द सिंघल, सचिव राजकुमार अग्रवाल, कोषाध्यक्ष नीरज सिंघल तथा निदेशक अमित माहेश्वरी ने शुभकामनाएं प्रेषित करते हुए छात्र-छात्राओं के उज्जवल भविष्य की कामना की। Hanumangarh News