Gold Price Today: नई दिल्ली। शुक्रवार को घरेलू वायदा बाजार में सोने की कीमतों में गिरावट दर्ज की गई। इसकी प्रमुख वजह डॉलर की विनिमय दर में उतार-चढ़ाव तथा वैश्विक व्यापारिक तनावों में कमी मानी जा रही है, जिससे सुरक्षित निवेश माने जाने वाले सोने की मांग पर असर पड़ा है। मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (एमसीएक्स) पर 5 जून डिलीवरी वाला सोना दोपहर 12:45 बजे ₹93,172 प्रति 10 ग्राम पर कारोबार कर रहा था, जबकि सुबह यह ₹92,728 प्रति 10 ग्राम तक गिर गया था। Gold-Silver Price Today
अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी सोने की कीमतों में बीते छह महीनों की सबसे बड़ी साप्ताहिक गिरावट देखी गई है। यह गिरावट अमेरिका द्वारा ब्रिटेन और चीन के साथ व्यापार समझौते करने और आने वाले समय में अन्य देशों से भी व्यापारिक गठजोड़ की संभावनाओं के कारण आई है। इन घटनाओं के चलते निवेशकों ने सोने में जमा लाभ को निकालना शुरू कर दिया है।
इसके अतिरिक्त, अमेरिकी केंद्रीय बैंक फेडरल रिजर्व द्वारा ब्याज दरों में कटौती की संभावनाओं में आई कमी ने भी सोने की कीमतों पर दबाव डाला है। फेडरल रिजर्व के गवर्नर माइकल बार ने कहा कि अमेरिका की अर्थव्यवस्था अब भी मजबूत बनी हुई है, और मुद्रास्फीति का स्तर भी केंद्रीय बैंक के निर्धारित 2 प्रतिशत के लक्ष्य के करीब पहुँच रहा है। हालांकि, व्यापार नीतियों को लेकर अनिश्चितता बनी हुई है।
अप्रैल में अमेरिका के सीपीआई में 0.2 प्रतिशत की वृद्धि | Gold-Silver Price Today
आर्थिक आँकड़ों के अनुसार, अप्रैल में अमेरिका के उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (सीपीआई) में 0.2 प्रतिशत की वृद्धि हुई, जबकि मार्च में इसमें 0.1 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई थी। साल-दर-साल आधार पर, अप्रैल में सीपीआई 2.3 प्रतिशत बढ़ा, जो फरवरी 2021 के बाद से सबसे कम वार्षिक वृद्धि है। मार्च में यह वृद्धि 2.4 प्रतिशत थी। मई माह में अब तक देश में हाजिर सोने की कीमतों में लगभग 2 प्रतिशत की गिरावट आई है, हालांकि पूरे वर्ष की बात करें तो इस समयावधि में यह अभी भी 21 प्रतिशत से अधिक ऊपर है।
इंडिया बुलियन एंड ज्वैलर्स एसोसिएशन (आईबीजेए) की उपाध्यक्ष एवं एस्पेक्ट ग्लोबल वेंचर्स की प्रमुख अक्ष कंबोज के अनुसार, “विश्व स्तर पर सोने की कीमतें इस महीने अपने सबसे निचले स्तर पर पहुँच गई हैं। अमेरिका-चीन व्यापार शुल्क विवाद, रूस-यूक्रेन संघर्ष तथा शेयर बाजारों में अस्थिरता जैसे कारण अब कमजोर पड़ते दिख रहे हैं, जिससे सोने की कीमतों पर प्रभाव पड़ा है।” उन्होंने आगे कहा, “अमेरिका में बॉन्ड यील्ड में वृद्धि तथा ब्याज दरों में कटौती की संभावनाएं कम होने के कारण अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सोने की कीमतों में और गिरावट देखी जा सकती है, जिसका असर भारतीय बाजार में भी पड़ेगा।” हालाँकि, अक्ष कंबोज मानती हैं कि यह गिरावट भारत में सोना खरीदने वालों और दीर्घकालिक निवेश के इच्छुक लोगों के लिए अनुकूल अवसर है, विशेष रूप से आगामी विवाह के मौसम को देखते हुए।
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