
Rain continue in Assam: गुवाहाटी। पूर्वोत्तर भारत में मानसून की तेज़ वर्षा के कारण भूस्खलन और अचानक आई बाढ़ ने जनजीवन को बुरी तरह प्रभावित किया है। आधिकारिक जानकारी के अनुसार, अब तक 34 लोगों की मृत्यु हो चुकी है। असम में वर्षा की पहली बाढ़ लहर ने 19 जिलों के लगभग 3.64 लाख लोगों को प्रभावित किया है। नदियों के उफान और लगातार बारिश के कारण सड़क मार्ग और रेल सेवाएँ बाधित हो गई हैं। इसके साथ ही मणिपुर, अरुणाचल प्रदेश, मेघालय, त्रिपुरा और सिक्किम जैसे राज्यों में भी व्यापक असर देखा गया है। Heavy Rain News
रविवार को असम में दो, तथा मिज़ोरम और त्रिपुरा में एक-एक व्यक्ति की मौत हुई, जिससे क्षेत्र में मृतकों की संख्या बढ़कर 34 हो गई है। इनमें से असम में 10, अरुणाचल प्रदेश में 9, मिज़ोरम और मेघालय में 6-6, त्रिपुरा में 2 और नागालैंड में 1 व्यक्ति की जान गई है।
अमित शाह ने मुख्यमंत्रियों और मणिपुर के राज्यपाल से बात की
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने रविवार को असम, अरुणाचल प्रदेश, सिक्किम के मुख्यमंत्रियों और मणिपुर के राज्यपाल से बात की और हालात का जायज़ा लिया। असम के मुख्यमंत्री डॉ. हिमंत बिस्वा सरमा ने बताया कि गृह मंत्री ने हर संभव सहायता का आश्वासन दिया है। मुख्यमंत्री ने जनता को सतर्क करते हुए कहा कि अरुणाचल प्रदेश के क्षेत्रों—किबिथू (17 सेमी), ह्युलियांग (15 सेमी) और कलकटंग (10 सेमी)—में भारी वर्षा हुई है, जिससे असम की नदियों का जलस्तर तेज़ी से बढ़ सकता है। Heavy Rain News
बराक घाटी के करीमगंज क्षेत्र में बाढ़ के कारण रेलवे ट्रैक जलमग्न हो गया, जिससे पूर्वोत्तर सीमांत रेलवे को कई ट्रेनों को रद्द करना पड़ा। सिक्किम में भूस्खलनों के चलते सड़कें अवरुद्ध हो गईं, जिससे लगभग 1,500 पर्यटक फँस गए हैं। इसी दौरान, एक वाहन के 1,000 फीट नीचे तीस्ता नदी में गिरने से ओडिशा और पश्चिम बंगाल के 9 पर्यटक लापता हैं, जिनकी तलाश वर्षा बाधित कर रही है। वाहन में कुल 11 लोग थे, जिनमें से दो को बचा लिया गया।
बोमजीर नदी के बीच फँसे 14 लोगों को सफलतापूर्वक बचाया
भारतीय वायु सेना (IAF) ने अरुणाचल प्रदेश के निचली दिबांग घाटी में बोमजीर नदी के बीच फँसे 14 लोगों को सफलतापूर्वक बचाया। इस कार्य हेतु Mi-17 हेलीकॉप्टर का उपयोग किया गया। यह अभियान असम और अरुणाचल सरकारों के अनुरोध पर चलाया गया।
मणिपुर में भी बाढ़ से भारी नुकसान हुआ है। अब तक 3,800 से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं और 883 घरों को नुकसान पहुँचा है। इंफाल पूर्वी जिला सबसे अधिक प्रभावित रहा है। कई नदियों ने तटबंध तोड़ दिए, जिससे राजधानी इंफाल और उसके आस-पास के क्षेत्रों में बाढ़ आ गई।
त्रिपुरा में बाढ़ से 1,300 से अधिक परिवार प्रभावित हुए हैं। मुख्यमंत्री डॉ. माणिक साहा ने बताया कि पश्चिम त्रिपुरा में राहत कार्य जारी हैं और प्रभावित लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुँचाया जा रहा है। मिज़ोरम में अब तक 211 स्थानों पर भूस्खलन की सूचना है, जिससे यातायात पूरी तरह बाधित हो गया है। 60 मकानों के ध्वस्त होने की खबर है। मेघालय के भी कुछ क्षेत्रों में नुकसान की सूचना प्राप्त हुई है। Heavy Rain News
Manipur Flood Updates: मणिपुर में 1,300 से ज्यादा लोगों को बचाया, सेना का राहत कार्य जारी