Haryana: रेवाड़ी (सच कहूँ / महेंद्र भारती)। रेवाड़ी में बिहार मूल के युवक की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। युवक की बीती 26 अप्रैल को ही शादी हुई थी। मृतक के चचेरे भाई ने स्थानीय लोगों के साथ मिलकर शव का अंतिम संस्कार करने के लिए श्मशानघाट पहुंचे लेकिन इस बारे में सूचना मिलने पर पुलिस ने मौके पर पहुंचकर अंतिम संस्कार रूकवा दिया और शव को पोस्टमार्टम के लिए नागरिक अस्पताल में भिजवाया।
रेवाड़ी के मॉडल टाउन थाना एएसआई सीमा कुमारी के अनुसार उनके पास एक कॉल आई थी। कॉल करने वाले ने बताया कि सेक्टर-1 के श्मशान घाट पर एक युवक के अंतिम संस्कार की तैयारी चल रही है, जिसकी हत्या हुई है। सूचना मिलते ही पुलिस टीम सेक्टर-1 के श्मशान घाट पहुंची। जहां चिता पर रखे गए शव को पुलिस ने उठवाया। श्मशान में अंतिम संस्कार के लिए करीब 25 लोग पहुंचे हुए थे। शव को पोस्टमॉर्टम के लिए सामान्य अस्पताल की मोर्चरी में रखवाया गया है। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट से ही मौत के कारणों का खुलासा होगा।
वहीं पुलिस जांच में सामने आया है कि मृतक बिहार के बेगूसराय में चिरंजीपुर निवासी सीमंत है, जो अपने भाई के साथ ढलियावास गांव में किराये पर रहता था। वर्तमान में दोनों भाई यहां पर मजदूरी करते थे। मृतक सीमंत के भाई सीमेन के अनुसार मंगलवार शाम तबीयत बिगड़ गई थी। जिसके बाद उसे अस्पताल भी ले जाया गया। अस्पताल से छुट्टी मिलने के बाद उसे घर ले आए। जहां पर अलसुबह सीमंत की मौत हो गई।
सीमंत एक सप्ताह पहले ही बिहार से रेवाड़ी लौटा था और अकेला रह रहा था, जबकि उसकी पत्नी अभी भी बिहार में है। उसने बताया कि सीमंत पोलो प्लास्टिक मिंडा कंपनी में काम करता था। उसने मोमोज खाया था। रात करीब 8 बजे कंपनी से लौटने के बाद युवक ने पेट दर्द की शिकायत की। सुबह साढ़े पांच बजे उसने दम तोड़ दिया। उसने बताया कि शुरू में हमने पुलिस को सूचित नहीं किया। सोचा कि पोस्टमार्टम और पुलिस के चक्कर में न पड़ें, क्योंकि वो मेरा भाई था। हम सीधे अंतिम संस्कार के लिए चले गए। लेकिन किसी ने अनजान नंबर से पुलिस को फोन कर दिया। पुलिस श्मशान में आई। मैंने उन्हें पूरी जानकारी दी कि वो मेरे ताऊ का लड़का है।