लखनऊ। उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में तीन वर्षीया बालिका के अपहरण और दुष्कर्म के आरोपी को शुक्रवार सुबह पुलिस ने मुठभेड़ में मार गिराया। आरोपी की पहचान दीपक वर्मा के रूप में हुई, जो पहले से अपराधों में लिप्त था और जिसके विरुद्ध शहर के कई थानों में आपराधिक मामले दर्ज थे। पुलिस उपायुक्त (मध्य क्षेत्र) आशीष श्रीवास्तव ने बताया कि घटना की जानकारी मिलते ही पाँच विशेष पुलिस टीमें गठित की गईं और आरोपी की गिरफ्तारी पर एक लाख रुपये का पुरस्कार घोषित किया गया। Lucknow Encounter
सीसीटीवी फुटेज में आरोपी बच्ची के साथ देखा गया, जिसके आधार पर पुलिस ने उसके स्कूटर का पंजीकरण क्रमांक प्राप्त कर लिया। एक गोपनीय सूचना के आधार पर पुलिस ने शुक्रवार तड़के छावनी क्षेत्र के देवीखेड़ा में आरोपी को घेर लिया। पुलिस के अनुसार, आत्मसमर्पण का आग्रह किए जाने पर आरोपी ने गोलीबारी शुरू कर दी, जिसके जवाब में पुलिस को भी गोली चलानी पड़ी। इस मुठभेड़ में आरोपी घायल हो गया और उसे उपचार हेतु अस्पताल ले जाया गया, जहां उसने दम तोड़ दिया।
बच्ची को बेहोशी की हालत में मेट्रो पुल के नीचे फेंक दिया गया था
डीसीपी श्रीवास्तव ने बताया कि 5 जून को सुबह 10 बजे बच्ची के दुष्कर्म की शिकायत दर्ज कराई गई थी। बच्ची का अपहरण कर उसके साथ दुष्कर्म किया गया और फिर उसे बेहोशी की हालत में मेट्रो पुल के नीचे फेंक दिया गया था। यह घटना लखनऊ के आलमबाग थाना क्षेत्र की है। पीड़िता के माता-पिता चंदानगर मेट्रो स्टेशन के समीप रहते हैं। सुबह बच्ची लापता मिली, तो परिजन उसे ढूंढने निकले और कुछ समय बाद बच्ची पुल के नीचे अचेत अवस्था में मिली।
परिजनों द्वारा बच्ची को तुरंत लोकबंधु अस्पताल ले जाया गया और पुलिस को सूचना दी गई। मौके पर पहुंची पुलिस ने जांच प्रारंभ की और महज 20 घंटे के भीतर आरोपी की पहचान कर मुठभेड़ के माध्यम से उसे पकड़ने में सफलता प्राप्त की। Lucknow Encounter
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