कैथल सच कहूँ /कुलदीप नैन | जिले में आज से धान रोपाई का सीजन शुरू हो जायेगा | किसानो द्वारा धान रोपाई को लेकर तैयारिया की जा रही है | धान रोपाई से पहले किसानो ने अपने खेतो को समतल कर लिया है | हालाँकि बारिश न होने से शुरुआत में धान रोपाई का कार्य धीमी गति से चलने की उम्मीद है | कृषि और मौसम विशेषज्ञों का भी यही मानना है कि अभी किसान थोडा थोडा करके धान की रोपाई करे जिसे पानी की कोई समस्या न आये | जिले में इस बार करीब 4 लाख एकड़ में धान की रोपाई की जाएगी। पी. आर. व 1509 किस्म की धान रोपाई का काम किसान जून माह में ही लगभग पूरा कर लेते हैं, क्योंकि यह फसल जल्दी पककर रह तैयार हो जाती है। इसके साथ ही जुलाई माह में धान की बारीक किस्म 1121 और बासमती की रोपाई का कार्य शुरू हो जाएगा। किसानों ने मई के महीने में धान रोपाई के लिए पनीरी बिजाई कर रखी थी। इसके अलावा जिन किसानों ने धान की सीधी बिजाई की है वे किसान भी पोर्टल पर पंजीकरण कर रहे हैं। सीधी बिजाई करने वाले किसानों को सरकार प्रति एकड़ 4500 रूपये प्रोत्साहन राशि देगी। कृषि विभाग द्वारा 17 हजार एकड़ में सीधी बिजाई का लक्ष्य रखा गया है |
आज से मौसम में बदलाव की संभावना
शनिवार को भी अधिकतम तापमान 42 डिग्री रहा जिसके चलते लोग गर्मी से बेहाल नजर आये | हालाँकि इस दौरान दिन में हवा तो चलती रही लेकिन पिछले कुछ दिनो से मौसम में बढ़ी उमस लोगो को अच्छा खासा परेशान कर रही है | वहीं न्यूनतम तापमान भी 31 डिग्री तक पहुंच गया जिससे अधिकतम तापमान और न्यूनतम तापमान में सिर्फ 11 डिग्री का अंतर रह गया है | जिला मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार क्षेत्र में आज से मौसम में बदलाव आ सकता है | इसके बाद सोमवार को भी मौसम के परिवर्तनशील रहने की सम्भावना है | किसान धान रोपाई में अभी जल्दबाजी न करे | पानी की उपलब्धता को देखते हुए ही धान लगाये |
पनीरी में शाम को लगाए पानी
जिला कृषि विशेषज्ञों ने किसानो को सुझाव देते हुए बताया कि प्रदेश के साथ साथ जिले में भी इस समय भयंकर गर्मी पड़ रही है | धान रोपाई का समय आ गया है ऐसे में जिन किसानों की धान की पनीरी अभी छोटी है, वे किसान शाम को ही पनीरी में पानी लगाए। दिन में पनीरी में पानी खड़ा होगा तो पानी गर्म होने पर पनीरी को नुकसान पहुंच सकता है। इसलिए किसान इस बात का विशेष ध्यान रखें, ताकि पनीरी को कोई नुकसान न हो |
रविवार से धान की रोपाई शुरू हो जाएगी। इस बार करीब चार लाख एकड़ में धान की रोपाई होने का अनुमान है , जबकि धान की सीधी बिजाई का 17 हजार का लक्ष्य रखा हुआ है। किसान रोपाई से पहले अपने खेतों को समतल कर लें। बारिश न होने के चलते और गर्मी ज्यादा होने के कारण खेतों में पानी का विशेष ध्यान रखें। धान की पनीरी में शाम को पानी दे |
सतीश नारा, एसडीओ कृषि विभाग कैथल ।
राजौंद में धान रोपाई का काम शुरू
वहीं राजौंद क्षेत्र में कुछ किसानो ने सरकर के आदेशो से पहले ही शुक्रवार से धान रोपाई का काम शुरू कर दिया है। इसको लेकर किसानों का कहना है कि बरसात होने पर सारी जमीन तैयार करना मुश्किल होता है और फिर मजदूरों की भी कमी हो जाती है। अभी धीरे धीरे करके सीजन की शुरुआत कर देंगे तो बारिश आने तक कुछ काम निपट जायेगा और इस समय मजदूर भी आसानी से मिल जाते है | ट्यूबवेल से एक दिन में केवल एक एकड़ जमीन ही तैयार हो पाती है। इस कारण धान रोपाई का काम लंबे समय तक चलता है।