PM Narendra Modi Canada Visit: कैलगरी। भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कनाडा के प्रधानमंत्री मार्क कार्नी के निमंत्रण पर जी-7 शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए कनाडा के कैलगरी पहुंचे। प्रवासी भारतीय समुदाय ने इस यात्रा का स्वागत करते हुए आशा व्यक्त की है कि इससे भारत-कनाडा संबंधों में नया मोड़ आएगा। Narendra Modi
व्यवसाय जगत से जुड़े हार्दिक पंड्या ने प्रधानमंत्री मोदी के दौरे पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा, “हम लंबे समय से भारत-कनाडा व्यापार से जुड़े रहे हैं और इस निमंत्रण को हम एक सकारात्मक संकेत के रूप में देख रहे हैं। यह अवसर दोनों देशों के आपसी संबंधों को नई दिशा दे सकता है। भारत की अर्थव्यवस्था आज वैश्विक मंच पर मजबूती से उभर रही है और ऐसे में कनाडा के लिए भारत के साथ सहयोग और समन्वय बढ़ाना महत्वपूर्ण है।”
कैलगरी विश्वविद्यालय की सीनेट सदस्य निधि लोढ़ा ने इसे दोनों देशों के बीच रिश्तों के पुनर्निर्माण की दिशा में एक सार्थक पहल बताया। उन्होंने कहा, “प्रधानमंत्री मोदी का नेतृत्व भारत को सशक्त बना रहा है। हम सबको उन पर गर्व है।” बाल रोग विशेषज्ञ डॉ. अभय लोढ़ा ने कहा, “प्रधानमंत्री मोदी की यह यात्रा पूरे प्रवासी समुदाय के लिए गौरव का विषय है। एक ग्रामीण पृष्ठभूमि से आने के नाते मैंने भारत में हुए वास्तविक बदलावों को देखा है—गैस कनेक्शन, शौचालय और बुनियादी सुविधाओं का विस्तार मोदी जी के नेतृत्व में ही संभव हो पाया है।”
पिछले कुछ वर्षों में भारत और कनाडा के बीच तनावपूर्ण हालात रहे हैं | Narendra Modi
सेवानिवृत्त प्रोफेसर ब्रिज मैनी ने कहा, “पिछले कुछ वर्षों में भारत और कनाडा के बीच तनावपूर्ण हालात रहे हैं, लेकिन कनाडा के नए प्रधानमंत्री कार्नी भारत के साथ संबंध सुधारने को लेकर सकारात्मक दृष्टिकोण रखते हैं। मोदी जी की यह यात्रा दोनों देशों के बीच सार्थक संवाद और सहयोग की नई शुरुआत हो सकती है।”
भारत-कनाडा संबंधों पर टिप्पणी करते हुए प्रोफेसर अनिल मनोहरा ने कहा, “पिछले कुछ वर्षों में भले ही कुछ गलतफहमियां रही हों, लेकिन अब दोनों देशों को मिलकर विश्वास और समझदारी के साथ आगे बढ़ना चाहिए। प्रत्यक्ष संवाद ही समस्याओं का समाधान है।” व्यवसायी रितेश मलिक ने कहा, “दो साल पहले जब कनाडा की संसद में प्रधानमंत्री ट्रूडो ने बयान दिया था, तब से द्विपक्षीय रिश्ते बेहद निचले स्तर पर पहुंच गए थे। आज की स्थिति यह संकेत देती है कि दोनों देश अपने संबंधों को सुधारने के लिए गंभीर और ईमानदार प्रयास कर रहे हैं।”
वहीं, कनाडाई पत्रकार डैनियल बोर्डमैन ने भारत विरोधी प्रदर्शनों में बच्चों को शामिल किए जाने पर प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा, “कनाडा के आम नागरिक इन विरोध प्रदर्शनों को लेकर उलझन में हैं। खालिस्तानी आंदोलन की गूंज अब पहले जैसी नहीं रही। 2023 के अंत तक इसका प्रभाव चरम पर था, लेकिन अब इसमें स्पष्ट कमी आई है।” Narendra Modi
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