कैथल, सच कहूँ/ कुलदीप नैन। बिजली बिलों में हुई बढ़ोतरी पर बवाल अभी रुका नहीं था कि अब गरीबी रेखा से नीचे जीवन यापन करने वाले परिवारों की भी मुश्किलें बढ़ गई है। खाद्य एवं आपूर्ति विभाग ने 1 जुलाई को पत्र जारी करके दो लीटर सरसों के तेल के लिए कीमत 40 रुपए से बढ़ाकर 100 रुपए कीमत निर्धारित कर दी। जुलाई माह में बीपीएल और एएवाई परिवारों को अब बढ़ी कीमत पर सरसों का तेल खरीदना होगा। सभी जिला खाद्य एवं आपूर्ति नियंत्रकों को निर्देशित किया गया है कि राशन डिपोधारक उपभोक्ताओं से बढ़ी राशि वसूल करें। पत्र की कॉपी सभी जिलों के उपायुक्तों को भी भेजी गई है। विभाग ने कीमतें बढ़ाने की वजह सरसों के बाजार भाव में हुई तेजी को बताया है।
जिले में 2 लाख 19 हजार कार्ड धारकों पर पड़ेगा अतिरिक्त बोझ
कैथल जिले की बात करें तो जिले में कुल 430 राशन डिपो है, जिनके माध्यम से बीपीएल परिवारों को राशन वितरित किया जाता है। जिले में 2 लाख 19 हजार राशन कार्ड धारक योजना का लाभ ले रहे है। जिनमें 8 लाख 18 हजार सदस्य है। इनमें बीपीएल और एएवाई परिवार शामिल है। ऐसे में इन 2.19 लाख कार्ड धारकों पर अब अतिरिक्त बोझ पड़ने वाला है। बता दे कि पिछले महीने सरकार ने जिले में करीब 16 हजार फर्जी कार्ड धारकों के कार्ड भी काटे है।
गरीब परिवार पहले ही महंगाई की मार झेल रहे : सुरेश
कैथल की क्योड़क गांव निवासी सुरेश ने कहा कि बीपीएल कार्ड धारकों को मिलने वाले सरसों के तेल की कीमतों में वृद्धि करना गलत है। इस फैसले को तुरंत वापिस लेना चाहिए। इससे उपभोक्ताओं पर वित्तीय बोझ बढ़ेगा। गरीब परिवार पहले ही महंगाई से जूझ रहे हैं और अब उन्हें मिलने वाला राशन भी सस्ता नहीं रहा।
कीमतें ऊपर से ही घटती बढ़ती है : डीएफएससी
सरसों का तेल की कीमतों में बढ़ोतरी को लेकर उच्च विभाग से पत्र प्राप्त हुआ है। कीमतें घटने बढ़ाने का फैसला विभाग का होता है। उपभोक्ताओं को परेशानी न हो, इसके लिए विभाग पूरी तरह सतर्क है।
निशांत राठी, डीएफएससी, कैथल
इस तरह गरीबों की जेब काटना गलत : रणदीप सुरजेवाला
कैथल के पूर्व विधायक एवं कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव रणदीप सिंह सुरजेवाला ने खाद्य एवं आपूर्ति विभाग द्वारा बीपीएल परिवारों को मिलने वाले खाद्य तेल के रेट बढ़ाने पर अपने ट्विटर अकाउंट पर पोस्ट की है। सुरजेवाला ने कहा कि बीपीएल परिवारों को मिलने वाले तेल की कीमत में सरकार के आदेश पर पहले की अपेक्षा ढाई गुणा इजाफा किया गया है। पहले जो तेल गरीब परिवारों को पहले 40 रुपए में दो लीटर सरसों तेल मिलता था, अब उसे बढ़ाकर 100 रुपए कर दिया गया है, जो सही नहीं है। सुरजेवाला ने कहा कि गरीबों की जेब काटना भाजपा ने अपनी प्राथमिकता बना ली है।