ENG vs IND Lord’s Test: लॉर्ड्स टेस्ट पर बुमराह का खौफ, मैच बीच में छोड़कर पैवेलियन लौटे अंग्रेज!

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ENG vs IND Lord's Test: लॉर्ड्स टेस्ट पर बुमराह का खौफ, मैच बीच में छोड़कर पैवेलियन लौटे अंग्रेज!

जोनाथन ट्रॉट ने की गिल के व्यवहार की आलोचना

ENG vs IND Lord’s Test: लंदन। इंग्लैंड के पूर्व क्रिकेटर जोनाथन ट्रॉट ने भारतीय कप्तान शुभमन गिल (Shubman Gill) के व्यवहार को लेकर चिंता जताई है। लॉर्ड्स टेस्ट के तीसरे दिन खेल समाप्ति से ठीक पहले इंग्लैंड के सलामी बल्लेबाजों के साथ गिल की तीखी प्रतिक्रिया पर ट्रॉट ने कहा कि एक कप्तान को संयम रखना चाहिए और मैदान पर अनुकरणीय आचरण प्रदर्शित करना चाहिए। ENG vs IND

दरअसल, तीसरे दिन के अंतिम क्षणों में इंग्लैंड के बल्लेबाज जैक क्रॉली ने जसप्रीत बुमराह (Jasprit Bumrah) की गेंद का सामना करने से पहले कई बार खुद को क्रीज से पीछे कर लिया। इससे गिल को यह प्रतीत हुआ कि इंग्लैंड जानबूझकर समय नष्ट कर रहा है। इस पर गिल ने कुछ तीखे शब्द कहे और जब गेंद क्रॉली के दस्ताने से टकराई, तो उन्होंने हाथ में तकलीफ की शिकायत करते हुए फिजियो की मांग की। इसके पश्चात गिल की बहस इंग्लैंड के दूसरे बल्लेबाज बेन डकेट से भी हो गई।क्रॉली की जांच के दौरान गिल ने व्यंग्यपूर्वक ताली बजाई और इंग्लैंड के ड्रेसिंग रूम की ओर इशारा किया। इसके तुरंत बाद जसप्रीत बुमराह की एक बेहतरीन गेंद पर क्रॉली चकमा खा बैठे और दिन का खेल समाप्त हो गया।

यह आचरण उन्हें पूर्व भारतीय कप्तान विराट कोहली की शैली की याद दिलाता है

इस घटनाक्रम पर टिप्पणी करते हुए ट्रॉट ने कहा कि गिल का यह आचरण उन्हें पूर्व भारतीय कप्तान विराट कोहली की शैली की याद दिलाता है, जो अपने आक्रामक रवैये के लिए जाने जाते थे। ट्रॉट ने जियोहॉटस्टार से बातचीत में कहा, “मुझे गिल का यह व्यवहार उपयुक्त नहीं लगा। एक कप्तान को हमेशा मर्यादा में रहकर टीम का मार्गदर्शन करना चाहिए। मैदान पर बहस या संकेतों के माध्यम से विरोधियों पर टिप्पणी करना खेल की भावना के विरुद्ध है। प्रतिस्पर्धा होनी चाहिए, पर संयम भी ज़रूरी है।”

ट्रॉट ने भारतीय बल्लेबाज ऋषभ पंत और केएल राहुल की पारियों की सराहना भी की। उन्होंने कहा कि दोनों खिलाड़ियों ने अनुशासन और सूझ-बूझ का परिचय देते हुए ढीली गेंदों पर शानदार शॉट लगाए और कड़ी गेंदबाज़ी के दौरान संयम से बल्लेबाजी की। ट्रॉट ने कहा, “सच्चे बल्लेबाज वही होते हैं जो मुश्किल परिस्थितियों में टिकते हैं और मौके का लाभ उठाकर गेंदबाज़ों पर दबाव बनाते हैं। राहुल और पंत ने यही किया और उनकी साझेदारी प्रशंसनीय रही।” ENG vs IND