BJP leader shot dead in patna: नई दिल्ली। बिहार की राजधानी पटना में भारतीय जनता पार्टी किसान मोर्चा के पूर्व अध्यक्ष सुरेंद्र केवट की गोली मारकर हत्या किए जाने के बाद राज्य की राजनीति में उबाल आ गया है। इस घटना पर राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के राज्यसभा सांसद मनोज झा ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की सरकार पर तीखा प्रहार किया है। Bihar Murders
मनोज झा ने कहा कि बिहार में अपराध की घटनाएं रोज़मर्रा की बात हो चुकी हैं। उन्होंने कहा, “अब राज्य में ऐसा कोई दिन नहीं जाता जब किसी अपराध की ख़बर न आए।” उन्होंने इस हत्या को हाल ही में केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान द्वारा उठाए गए सवालों से जोड़ा और कहा, “जब केंद्र सरकार में मंत्री खुद सवाल कर रहे हैं कि राज्य में क्या हो रहा है, तो स्थिति की गंभीरता स्वतः स्पष्ट हो जाती है। उन्हें इस पर केंद्रीय गृह मंत्री से बात करनी चाहिए।”
मनोज झा ने बिहार में क़ानून व्यवस्था को “बिलकुल ध्वस्त” बताते हुए कहा, “अब बिहार में कानून नहीं, बल्कि अपराधियों का राज है। शासन व्यवस्था ऑटो पायलट मोड पर चल रही है। कोई भी व्यक्ति खुद को सुरक्षित नहीं महसूस करता।” उन्होंने कहा कि नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव लगातार राज्य की स्थिति पर सरकार को आगाह करते रहे हैं, लेकिन सरकार गंभीरता नहीं दिखा रही। उन्होंने मुख्यमंत्री द्वारा एक करोड़ नौकरियों के वादे पर भी सवाल खड़े किए और कहा, “यह घोषणा स्वयं नीतीश कुमार ने नहीं की थी। यदि तेजस्वी यादव के उपमुख्यमंत्री कार्यकाल को छोड़ दें, तो कितनी नौकरियां दी गईं? यह जनता को गुमराह करने का प्रयास है।”
11 वर्षों में न तो 22 करोड़ नौकरियां दी गईं और न ही 22 लाख का आंकड़ा पार हुआ
सांसद झा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर भी कटाक्ष किया और कहा, “2014 में हर साल दो करोड़ नौकरियों का वादा किया गया था, लेकिन 11 वर्षों में न तो 22 करोड़ नौकरियां दी गईं और न ही 22 लाख का आंकड़ा पार हुआ। केवल भाषणों से देश नहीं चलता।” महागठबंधन की आगामी बैठक पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि समन्वय समिति ने गठबंधन की अब तक की प्रगति की समीक्षा की है और सीट बंटवारा कार्यों के प्रदर्शन के आधार पर किया जाएगा। मतदाता सूची पुनरीक्षण पर झा ने बताया कि यह मामला सुप्रीम कोर्ट में विचाराधीन है और न्यायालय की निगरानी में ही प्रक्रिया पूरी की जाएगी।
एक अन्य वारदात में नालंदा जिले में एक नर्स की हत्या कर दी गई है। मृतका सुशीला कुमारी पटना के पीएमसीएच में कार्यरत थीं। शुरुआती जानकारी के अनुसार, इस हत्या के पीछे संपत्ति विवाद का शक जताया जा रहा है। Bihar Murders