
Amarnath Yatra 2025: श्रीनगर। श्री अमरनाथ यात्रा के दौरान पिछले ग्यारह दिनों में दो लाख से अधिक श्रद्धालु पवित्र हिमलिंग के दर्शन कर चुके हैं। इसी क्रम में सोमवार को 6,143 तीर्थयात्रियों का एक नया जत्था जम्मू से कश्मीर की ओर रवाना हुआ। प्रशासन द्वारा प्राप्त जानकारी के अनुसार, जम्मू के भगवती नगर स्थित यात्री निवास से दो अलग-अलग सुरक्षा टुकड़ियों में यात्रियों को रवाना किया गया। पहले दल में 2,215 यात्री 100 वाहनों के साथ सुबह 3:30 बजे बालटाल आधार शिविर की ओर निकले, जबकि दूसरे दल में 3,928 श्रद्धालु 135 वाहनों के माध्यम से सुबह 4 बजे नुनवान (पहलगाम) आधार शिविर के लिए रवाना हुए। Amarnath Yatra
इस पावन यात्रा की सुरक्षा सुनिश्चित करने हेतु प्रशासन ने व्यापक प्रबंध किए हैं। हाल ही में हुए पहलगाम हमले के मद्देनज़र सुरक्षा व्यवस्था को और सुदृढ़ किया गया है, जिसमें देशविरोधी तत्वों द्वारा 26 निर्दोष नागरिकों की जान ली गई थी। यात्रा मार्ग की रक्षा हेतु अर्धसैनिक बलों की 180 अतिरिक्त कंपनियों को तैनात किया गया है। सेना, सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ), केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ), सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी) तथा स्थानीय पुलिस के साथ मिलकर यह कंपनियाँ सम्पूर्ण मार्ग—भगवती नगर से लेकर गुफा मंदिर तथा सभी पारगमन शिविरों—की निगरानी कर रही हैं।
पहलगाम मार्ग की कुल दूरी लगभग 46 किलोमीटर है
जहाँ एक ओर पहलगाम मार्ग से तीर्थयात्री चंदनवाड़ी, शेषनाग और पंचतरणी होते हुए गुफा तक पहुँचते हैं, वहीं बालटाल मार्ग से यात्री 14 किलोमीटर की पैदल यात्रा कर उसी दिन वापस लौट जाते हैं। पहलगाम मार्ग की कुल दूरी लगभग 46 किलोमीटर है, जिसे श्रद्धालु सामान्यतः चार दिनों में तय करते हैं।
इस वर्ष सुरक्षा कारणों से हेलीकॉप्टर सेवा स्थगित कर दी गई है, जिससे सभी यात्रियों को पैदल यात्रा करनी पड़ रही है। यह तीर्थयात्रा 3 जुलाई को प्रारंभ हुई थी और इसका समापन 9 अगस्त को श्रावण पूर्णिमा तथा रक्षाबंधन के पावन अवसर पर होगा। जनश्रुति के अनुसार, यह वही गुफा है जहाँ भगवान शिव ने माता पार्वती को अमरत्व का रहस्य बताया था, इसलिए यह यात्रा सनातन धर्मावलंबियों के लिए अत्यंत पुण्यदायी मानी जाती है। Amarnath Yatra