
चेन्नई। तमिलनाडु की राजधानी चेन्नई के पुझल क्षेत्र में पुलिस ने एक संदिग्ध बाल तस्करी गिरोह का पर्दाफाश किया है। इस अभियान के दौरान दो मासूम बच्चों को सुरक्षित बचाया गया, जिनमें एक दो वर्षीय बच्ची भी शामिल है। पुलिस ने इस मामले में तीन महिलाओं को हिरासत में लिया है। Chennai child trafficking
यह कार्रवाई एक सजग नागरिक की सतर्कता और स्थानीय पुलिस की तत्परता के कारण संभव हो पाई। पुझल निवासी कार्तिक नामक युवक ने पुलिस को सूचना दी थी कि एक अज्ञात महिला ने उससे एक नाबालिग बालक को 12 लाख रुपये में बेचने का प्रस्ताव दिया है। यह जानकारी मिलते ही पुलिस सक्रिय हुई और एक गुप्त ऑपरेशन शुरू किया गया।
पुलिस के निर्देश पर कार्तिक ने महिला से संपर्क बनाए रखा। बातचीत के दौरान महिला ने बताया कि बच्चे की मां को 10 लाख रुपये दिए जाएंगे, जबकि शेष 2 लाख रुपये वह अपने कमीशन के रूप में लेगी। महिला ने बच्चे को सौंपने के लिए पुझल स्थित एक स्थान तय किया। जैसे ही वह महिला बच्चे के साथ दोपहिया वाहन पर वहां पहुंची, पुलिस पहले से तैनात थी और उसे रंगे हाथों पकड़ लिया गया। Chennai child trafficking
प्रारंभिक पूछताछ में महिला ने दावा किया कि बच्चा उसकी मित्र का है
प्रारंभिक पूछताछ में महिला ने दावा किया कि बच्चा उसकी मित्र का है और वह केवल लेनदेन में सहायता कर रही थी। महिला की निशानदेही पर पुलिस ने अंबत्तूर क्षेत्र के एक मकान में छापा मारकर दो वर्षीय बच्ची को भी मुक्त कराया। जांच में सामने आया कि बच्ची को भी बेचने की योजना बनाई गई थी। गिरफ्तार महिलाओं में से एक महिला अपने पति से अलग रह रही थी और आर्थिक तंगी से जूझ रही थी। पुलिस का कहना है कि उसने ही अपने बच्चे को बेचने की योजना बनाई थी और दो अन्य महिलाओं ने इसमें उसकी मदद की।
आरोपियों के मोबाइल फोन से कई अन्य बच्चों की तस्वीरें भी बरामद हुई हैं, जिससे एक बड़े तस्करी नेटवर्क की आशंका जताई जा रही है। पुलिस इस पहलू की गहन जांच कर रही है कि ये बच्चे कहीं अपहरण के शिकार तो नहीं थे या उन्हें किसी और अवैध तरीके से प्राप्त किया गया था। बचाए गए दोनों बच्चों को आवश्यक प्रक्रिया के बाद बाल कल्याण समिति को सौंप दिया गया है। मामले की जांच जारी है और पुलिस बाल तस्करी के इस नेटवर्क की जड़ों तक पहुंचने के प्रयास में जुटी हुई है। Chennai child trafficking