जाखल (तरसेम सिंह)। महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा अगस्त के प्रथम सप्ताह एक अगस्त से सात अगस्त तक विश्व स्तनपान सप्ताह के रूप में मनाया जाता है। जिला कार्यक्रम अधिकारी सुरजीता कुमारी के दिशानिर्देशों अनुसार गांव रत्थाथेह सुपरवाइजर मनीषा रानी ने महिलाओं को स्तनपान की महत्वता बताने के लिए स्तनपान जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया।
सुपरवाइजर मनीषा रानी ने बताया स्तनपान सप्ताह का उद्देश्य माताओं और समाज को शिशु के स्वास्थ्य में स्तनपान के महत्व के प्रति जागरूक करना है। उन्होंने बताया स्तनपान कराने वाली माताओं को जागरूक किया गया कि वह अपने बच्चे को बोतल के दूध से दूर रखें। अपने बच्चे को पहला पीला गाढ़ा दूध जरूर पिलाए। यह बच्चे की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता हैं। पहले 6 महीने तक बच्चा केवल माता का दूध पिता है तो यह बहुत जरूरी हो जाता है कि माता अपने स्वास्थ्य का ख्याल रखें। पहले 2 साल तो माता को शिशु को स्तनपान अवश्य करवाना चाहिए क्योंकि बच्चे की जीवन के पहले एक हजार दिन उसके विकास के लिए अहम होते हैं। इसी के साथ महिलाओं को बताया गया कि खराब वायु गुणवत्ता गर्भवती महिलाओं और उनके अजन्मे बच्चों के लिए कई स्वास्थ्य समस्याओं को बढ़ा सकती हैं। वायु प्रदूषण के कारण समय से पहले बच्चे का जन्म , कम वजन और जन्मजात असमानता का जोखिम बढ़ सकता हैं। अतः गर्भवती माता को ध्यान रखना चाहिए कि वह घर में रहे, वायु शोधक का प्रयोग करें एवं बाहर जाते समय मास्क का उपयोग करें। इस दौरान क्षेत्र की महिलाएं एवं आंगनवाड़ी वर्क मौजूद रही।