जयपुर। राजस्थान में दो नए ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे बनेंगे, जिनका निर्माण अब केंद्र सरकार की एजेंसी एनएचएआई (National Highways Authority of India) द्वारा किया जाएगा। ये एक्सप्रेसवे प्रदेश के विकास के लिए मील का पत्थर साबित होंगे। इसके साथ ही नोएडा, गुरुग्राम, मथुरा और आगरा जैसे महत्वपूर्ण शहरों के बीच यात्रा का समय भी काफी कम हो जाएगा।
दो प्रमुख एक्सप्रेसवे का निर्माण एनएचएआई के हाथ
पहले राजस्थान सरकार इन दोनों एक्सप्रेसवे के निर्माण की जिम्मेदारी संभालने वाली थी, लेकिन अब इसे एनएचएआई को सौंप दिया गया है। यह कदम एक्सप्रेसवे निर्माण की प्रक्रिया को तेज और प्रभावी बनाने के लिए उठाया गया है।
पहला एक्सप्रेसवे जयपुर से पचपदरा तक होगा, जिसकी लंबाई लगभग 350 किलोमीटर है। दूसरा एक्सप्रेसवे बीकानेर से कोटपूतली तक लगभग 295 किलोमीटर लंबा होगा।
जयपुर-पचपदरा एक्सप्रेसवे: 4 घंटे में तय होगी जोधपुर की दूरी
जयपुर-पचपदरा एक्सप्रेसवे की अनुमानित लागत लगभग 11,492 करोड़ रुपये है। इस एक्सप्रेसवे के बन जाने से जयपुर और जोधपुर के बीच की यात्रा का समय करीब डेढ़ घंटे कम होकर सिर्फ 4 घंटे रह जाएगा। फिलहाल इन दोनों शहरों के बीच का सफर लगभग 6 घंटे का होता है।
यह नया मार्ग जयपुर, दौसा, टोंक, किशनगढ़, अजमेर, बाड़मेर, जोधपुर, पाली और बाड़मेर जिलों से होकर गुजरेगा। यह क्षेत्र आर्थिक और औद्योगिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है, इसलिए एक्सप्रेसवे से यहां के विकास को नया आयाम मिलेगा।
बीकानेर-कोटपूतली एक्सप्रेसवे: 6 घंटे का सफर अब 3-4 घंटे में
बीकानेर-कोटपूतली एक्सप्रेसवे की भी जिम्मेदारी एनएचएआई को दी गई है। इस एक्सप्रेसवे की अनुमानित लागत लगभग 10,839 करोड़ रुपये है। बीकानेर से कोटपूतली का मौजूदा सफर लगभग 6 घंटे का है, जो इस नए एक्सप्रेसवे के बनने के बाद घटकर 3 से 4 घंटे के बीच रह जाएगा। इससे परिवहन और व्यापार में काफी तेजी आएगी।
राजस्थान सरकार के 9 नए ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे का बड़ा प्रोजेक्ट
राजस्थान सरकार ने पिछले बजट में कुल 9 नए ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे बनाने का ऐलान किया था। इन एक्सप्रेसवे की कुल लंबाई 2700 किलोमीटर से अधिक है और इनका निर्माण करीब 1,02,151 करोड़ रुपये की लागत से होगा। इन एक्सप्रेसवे से प्रदेश के विभिन्न हिस्सों का आपस में बेहतर संपर्क स्थापित होगा और आर्थिक गतिविधियों को बल मिलेगा।
इन 9 एक्सप्रेसवे में शामिल हैं:-
कोटपूतली-किशनगढ़ एक्सप्रेसवे
जयपुर-भीलवाड़ा एक्सप्रेसवे
बीकानेर-कोटपूतली एक्सप्रेसवे
ब्यावर-भरतपुर एक्सप्रेसवे
जालोर-झालावाड़ एक्सप्रेसवे
अजमेर-बांसवाड़ा एक्सप्रेसवे
जयपुर-फलोदी एक्सप्रेसवे
गंगानगर-कोटपूतली एक्सप्रेसवे
जयपुर-पचपदरा एक्सप्रेसवे
इनमें से दो एक्सप्रेसवे (जयपुर-पचपदरा और बीकानेर-कोटपूतली) के निर्माण का काम एनएचएआई को सौंपा जा चुका है।
प्रदेश के 9 जिलों में विकास को मिलेगा बड़ा बल
इन एक्सप्रेसवे के बनने से खासतौर पर जयपुर, दौसा, टोंक, किशनगढ़, अजमेर, बाड़मेर, जोधपुर, पाली जैसे जिलों में आर्थिक विकास को तेजी मिलेगी। बेहतर सड़क संपर्क से इन जिलों में उद्योगों, व्यापार और पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा। ग्रामीण क्षेत्रों तक भी तेजी से सुविधाएं पहुंचेंगी, जिससे समग्र विकास में मदद मिलेगी।
नोएडा-मथुरा-गुरुग्राम और आगरा का सफर होगा आसान
राजस्थान से होकर गुजरने वाले देश के सबसे लंबे एक्सप्रेसवे दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे के अलावा जयपुर-बांदीकुई लिंक एक्सप्रेसवे शुरू हो जाने से दिल्ली से गुरुग्राम, जयपुर और आसपास के शहरों तक पहुंच आसान हो गई है। अब इन नए एक्सप्रेसवे के बनने से नोएडा, गुरुग्राम, मथुरा, आगरा जैसे शहरों के बीच यात्रा का समय कम होगा और यात्रियों को बेहतर सुविधा मिलेगी। इससे व्यापारिक एवं आर्थिक गतिविधियों में वृद्धि की उम्मीद है। राजस्थान में दो नए ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे का निर्माण न केवल प्रदेश के बुनियादी ढांचे को मजबूत करेगा, बल्कि यह आर्थिक विकास को भी गति देगा। बेहतर सड़क संपर्क से लोगों का जीवन सुगम होगा और प्रदेश के नौ जिलों में समग्र प्रगति होगी। एनएचएआई द्वारा इन बड़े प्रोजेक्ट्स को लेना इस बात का संकेत है कि केंद्र सरकार भी राजस्थान के विकास को प्राथमिकता दे रही है। आने वाले समय में इन एक्सप्रेसवे के बनने से राजस्थान और आस-पास के इलाकों में निवेश, रोजगार और सुविधा के नए द्वार खुलेंगे।