Hair Care: अनु सैनी। तेजी से बदलती जीवनशैली, प्रदूषण, तनाव और अनियमित खानपान का असर सबसे पहले हमारे बालों पर दिखता है। आजकल कम उम्र में ही लोगों के बाल सफेद होने लगे हैं, जो पहले बढ़ती उम्र की निशानी मानी जाती थी। इस समस्या से निजात पाने के लिए कई लोग रासायनिक उत्पादों का सहारा लेते हैं, जो लंबे समय में नुकसानदायक साबित हो सकते हैं। ऐसे में अब लोग एक बार फिर आयुर्वेद और घरेलू उपायों की ओर रुख कर रहे हैं। इन्हीं उपायों में से एक है झ्र कलौंजी, जिसे अंग्रेजी में ठ्रॅी’’ं २ीी२ि और संस्कृत में कृष्णजीरक कहा जाता है।
कलौंजी: बालों के लिए वरदान | Hair Care
कलौंजी न सिर्फ रसोई में मसाले के तौर पर इस्तेमाल होती है, बल्कि यह औषधीय गुणों से भरपूर होती है। इसमें पाए जाने वाले एंटीआॅक्सीडेंट्स, विटामिन B, आयरन, और अमीनो एसिड्स बालों की जड़ों को मजबूती देते हैं और पिगमेंटेशन को बनाए रखने में मदद करते हैं। यही कारण है कि नियमित रूप से कलौंजी का उपयोग सफेद बालों को कम करने और नए सफेद बाल आने से रोकने में कारगर माना गया है।
कैसे करें कलौंजी का इस्तेमाल
कलौंजी को बालों पर इस्तेमाल करने के कई तरीके हैं। नीचे कुछ प्रभावी और आसान उपाय दिए जा रहे हैं जिन्हें आप घर पर ही आजमा सकते हैं:
1. कलौंजी का तेल तैयार करें
सामग्री:
2 चम्मच कलौंजी
100 मि.ली. नारियल तेल या जैतून का तेल
विधि:
कलौंजी को मिक्सी में थोड़ा दरदरा पीस लें। अब एक कढ़ाई में तेल गर्म करें और इसमें पिसी हुई कलौंजी डालें। धीमी आंच पर 5-7 मिनट तक पकाएं और फिर ठंडा करके छान लें। इस तेल को सप्ताह में 2-3 बार स्कैल्प में अच्छी तरह से मालिश करें और कम से कम 1 घंटे के लिए छोड़ दें।
2. कलौंजी और मेथी का हेयर पैक
सामग्री:
1 चम्मच कलौंजी
1 चम्मच मेथी दाना
3-4 चम्मच दही
विधि:
दोनों बीजों को रातभर पानी में भिगो दें। सुबह पीसकर पेस्ट बना लें और इसमें दही मिलाएं। इस पैक को बालों की जड़ों में लगाएं और 30-45 मिनट बाद शैम्पू से धो लें। यह पैक न सिर्फ बालों की सफेदी रोकने में मदद करता है, बल्कि डैंड्रफ और हेयर फॉल को भी नियंत्रित करता है।
3. कलौंजी और आंवला का मिश्रण
सामग्री:
1 चम्मच कलौंजी
2 चम्मच आंवला पाउडर
थोड़ा सा पानी या एलोवेरा जेल
विधि:
इन सभी सामग्रियों को मिलाकर गाढ़ा पेस्ट बनाएं। बालों की जड़ों में लगाकर 30 मिनट तक रखें और फिर हल्के शैम्पू से धो लें। आंवला में विटामिन C भरपूर होता है जो बालों के प्राकृतिक रंग को बनाए रखने में सहायक होता है।
कब तक करें इस्तेमाल
प्राकृतिक उपचारों का असर धीरे-धीरे होता है, इसलिए तुरंत परिणाम की अपेक्षा न करें। कम से कम 2-3 महीने नियमित उपयोग के बाद फर्क दिखने लगेगा। इसके साथ-साथ संतुलित आहार, पर्याप्त नींद और तनावमुक्त जीवनशैली भी आवश्यक है।
अन्य फायदे भी कम नहीं
कलौंजी न सिर्फ बालों की सफेदी रोकती है बल्कि इसके और भी कई फायदे हैं:
बालों का गिरना कम करती है
स्कैल्प की सूजन और खुजली को शांत करती है
बालों में चमक और मजबूती लाती है
बालों की ग्रोथ तेज करती है
क्या क्या सावधानी बरतें
कलौंजी का तेल लगाने से पहले पैच टेस्ट करें, ताकि किसी एलर्जी का खतरा टाला जा सके।
बहुत अधिक मात्रा में न लगाएं, हफ्ते में 2-3 बार पर्याप्त होता है।
तेल लगाकर बालों को पूरी रात खुला न रखें अगर आपको आॅयली स्किन या डैंड्रफ की समस्या है।
सफेद बालों की समस्या भले ही आम हो गई हो, लेकिन इसे नजरअंदाज करना ठीक नहीं। केमिकल वाले उत्पादों की जगह यदि आप प्राकृतिक विकल्प जैसे कलौंजी को अपनाते हैं, तो न केवल आप इस समस्या से छुटकारा पा सकते हैं, बल्कि आपके बाल लंबे समय तक मजबूत और स्वस्थ भी रहेंगे। थोड़ी सी मेहनत और धैर्य के साथ आप फिर से अपने बालों का खोया हुआ रंग और आत्मविश्वास दोनों पा सकते हैं।
सावधानी: यह लेख सामान्य जानकारी के लिए है, और इसे किसी भी चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। किसी भी स्वास्थ्य समस्या के लिए अपने डॉक्टर से संपर्क करें।