
मारकंडा खतरे के निशान से ऊपर, बह गई बीबीपुर चैनल लिंक की दीवार
- मुख्यमंत्री नायब सैनी ने पहुंचे जलभराव वाले क्षेत्र में, किसानों से की बातचीत
- 3 दिन में निचले खेतों में 1500 से 2000 एकड़ में लगी फसलें डूबी
कुरुक्षेत्र/सरसा (सच कहूँ/देवीलाल बारना/सुनील वर्मा)। Haryana News: पहाड़ों और मैदानों पर हो रही जम कर बारिश से प्रदेश की नदियां उफान पर हैं। खास तौर पर मारकंडा और घग्गर नदी रौद्र रूप दिखा रही हैं। शनिवार को जहां मारकंडा नदी में गांव जलबेहड़ा के समीप आॅवरफ्लो पानी को बीबीपर झील में जाने के लिए बनाई गई 9 दीवारों में से एक दीवार ढहकर पानी में बह जाने की खबरें आई तो वहीं सरसा में भी ओवर फ्लो चल रही घग्गर और उसके सहायक ड्रेनों में आई दरारों ने पूरे जिले को भय में डाल दिया। सरसा में डेरा सच्चा सौदा के सेवादारों व अन्य संस्थाओं के साथ-साथ प्रशासन व ग्रामीणों ने मोर्चा संभाला। Haryana News
वहीं खबर लिखे जाने तक दीवार गिरने से कुरुक्षेत्र जिले में मारकंडा का पानी तेजी से बीबीपुर झील की तरफ जा रहा है। बता दें कि बीबीपुर झील में लगभग साढे 6 हजार एकड़ में फसलें खड़ी हैं। 3 दिन के भीतर निचले खेतों 1500 से 2000 एकड़ में फसलें डूब चुकी है। दीवार गिरने के बाद अब पूरी झील के लिए खतरा पैदा हो गया है। गेज रीडर योगेश कुमार ने बताया कि इस्माईलाबाद के जलबेहड़ा में मारकंडा नदी में करीब 15 हजार क्यूसेक पानी है। यहां मारकंडा खतरे के लेवल 5 फुट और हाई फ्लड लेवल 6 फुट से ऊपर करीब 7 फुट पर बह रही है। मारकंडा नदी से 6 सितंबर सुबह 5 बजे तक 6 हजार क्यूसेक से ज्यादा पानी कम हुआ है। हिमाचल प्रदेश के सिरमौर, नाहन और काला अंब में बारिश नहीं हुई तो मारकंडा का पानी धीरे-धीरे कम होने लगेगा। Haryana News
बीती रात 10 बजे तक नदी में 32 हजार 841 क्यूसेक पानी दर्ज किया गया था। सुबह तक करीब 8 घंटे में 2400 क्यूसेक पानी कम हुआ है। वहीं ज्योतिसर हेड से नरवाना ब्रांच नहर (भाखड़ा) का पानी छोड़ा जा रहा है। यहां किसान पहरा लगाकर बैठे हैं ताकि सीमित पानी ही जाए। इससे झील में निचले लेवल वाले 2 हजार एकड़ के करीब खेतों में खड़ी फसल डूबी चुकी है, जबकि 3500 एकड़ पर खतरा मंडरा रहा है। वहीं मुख्यमंत्री नायब सैनी शनिवार को कुरुक्षेत्र पहुंचे, यहां उन्होने जलभराव वाले क्षेत्रों का दौरा किया व किसानों व आमजन से बातचीत कर हर प्रकार की सहायाता देने की बात कही। उन्होने कहा कि किसी भी व्यक्ति को दिक्कत नही आने दी जाएगी।
पिछले 4 दिन से खेत में मारकंडा का पानी खड़ा रहने से खेत दलदल बन चुके हैं। अभी 2 दिन में पानी कम होने के आसार है। जिला कुरुक्षेत्र में 22 हजार एकड़ से ज्यादा में फसलें प्रभावित हुई हैं। इनमें 5 हजार से ज्यादा एकड़ में फसलें पूरी तरह से डूब चुकी है। इस वजह ये फसलें पूरी तरह से खराब हो चुकी है। वहीं इस्माईलाबाद के नैसी गांव के टूटे तटबंध टूटने से हजारों एकड़ खेतों में पानी भर गया।
रेस्क्यू करने में जुटा प्रशासन | Haryana News
प्रशासन ने 5 गांवों से 245 लोगों को सुरक्षित रेस्क्यू किया है। उनको मंदिर और धर्मशालाओं में शरण दिलाई है। प्रशासन की ओर से उनको खाना और अन्य सुविधाएं दी जा रही है। वहीं प्रभावित इलाकों में मेडिकल टीमें गश्त कर रही है, ताकि किसी तरह की बीमारी फैलने से रोकी जा सके। साथ लोगों तक दवाइयां पहुंचाई जा सके। अंबाला में 7 लोग डूबे, 2 कंी मौत, टांगरी नदी से 4 बच्चों को बचाया अंबाला जिले में शनिवार को तेज बारिश के साथ आकाशीय बिजली भी चमकी। अंबाला जिले में अभी तक कुल 743 एमएम बारिश दर्ज की गई है।
जिले में जहां 5 बच्चों समेत 7 लोग टांगरी नदी और नहर में डूब गए। जिनमें से 2 नहर में डूबे 2 लोगों की मौत हो गई। भुनी में टांगरी नदी में नहाते वक्त 5 बच्चे पानी के बहाव में बह गए। चार बच्चों को बचा लिया गया है, 5वें बच्चे की तलाश जारी है। वहीं दुखेड़ी गांव में बरसाती नहर में डूबने से 2 लोगों की मौत हो गई है। बता दें कि बुधवार को हुई बारिश में डीसी आॅफिस और सचिवालय डूब गया था। यहां दो से ढाई फुट तक पानी जमा रहा था। अब अगर दोबारा ऐसी बारिश हुई तो वही हालात दोबारा बन सकते हैं। Haryana News
ट्रेक्टर ट्राली नाले में गिरे
अंबाला में शनिवार को ओवरफ्लो बरसाती नाले में ट्रैक्टर ट्रॉली अनियंत्रित होकर गिर गया। नारायणगढ़ से 4 लोग ईंट लेकर अंबाला के मोहड़ा आ रहे थे। इसी दौरान दुखेड़ी गांव के पास बरसाती नाले में उनकी ट्रैक्टर ट्रॉली बेकाबू होकर पलट गया। जिसमें मीठापुर गांव का मुकेश और समलहेड़ी गांव का रवि ट्रैक्टर-ट्रॉली के साथ नाले के तेज बहाव में बह गए। सूचना मिलते ही आसपास के लोग मौके पर पहुंचे।
उन्होंने 2 लोगों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया, लेकिन रवि और मुकेश बहकर आगे चले गए। घटना की जानकारी मिलते ही थाना पड़ाव से पुलिस मौके पर पहुंची है। पुलिस ने अब बरसाती नाले के पास बैरियर लगाकर रास्ते को बंद कर दिया है। हालांकि जिस वक्त यह घटना हुई उस वक्त ये रास्ता खुला था।
हरियाणा होकर गुजरने वाली ट्रेनें घंटों लेट
दिल्ली में यमुना के उफान पर चलने का असर भारतीय रेलवे पर दिख रहा है, जिस कारण लगातार ट्रेनें लेट हो रहीं हैं। 6-6 घंटों की देरी से ट्रेनें अभी चल रहीं हैं। लेट जाने वाली ट्रनों में 20433 जम्मू मेल 3 घंटे, 14679 दिल्ली अमृतसर एक्सप्रेस 10 घंटे, 12311 नेताजी एक्सप्रेस 4 घंटे, 13005 हावड़ा अमृतसर मेल, 12446 उत्तर संपर्क क्रांति 1 घंटे,
18309 सम्बलपुर जम्मूतवी एक्सप्रेस साढ़े 3 घंटे, 12204 अमृतसर गरीब रथ एक्सप्रेस 3 घंटे, 05049 अमृतसर पूजा स्पेश; 4 घंटे, 12379 जलियाँवाला बाग एक्सप्रेस 2 घंटे, 14680 अमृतसर दिल्ली एक्सप्रेस 5 घंटे, 04651 जयनगर अमृतसर स्पेशल 7 घंटे ट्रेनें लेट पहुंची। Haryana News
यह भी पढ़ें:– Punjab Floods: पंजाब में बाढ़ का कहर जारी, लुधियाना और अमृतसर में हालात गंभीर