भिवानी (सच कहूँ/इन्द्रवेश)। Haryana Flood: हरियाणा की सिंचाई मंत्री श्रुति चौधरी ने कहा कि अत्याधिक जलभराव के चलते प्रदेश में आपदा जैसी स्थिति पैदा हो गई है। इससे निबटने के लिए हरियाणा सरकार तत्परता से कार्य कर रही है। सिंचाई विभाग तथा पंचायती राज विभाग मिलकर आपदा प्रबंधन कार्यो में प्रशासन के साथ लगे हुए है। अधिकारियों को निर्देश दिए गए है। इसके चलते पंप, वर्टिकल टरबाईन के साथ ही नहरी चैनल बनाकर पानी की निकासी की व्यवस्था की जा रही है। उन्होंने कहा कि यदि बरसात रूक जाती है तो 15 दिनों में जलभराव की समस्या को दूर कर लिया जाएगा। हालांकि उन्होंने बरसात जारी रहने पर इस समस्या के निपटान के लिए एक माह का समय बताया।
भिवानी के तोशाम में पत्रकारों से बातचीत करने के बाद उन्होंने तोशाल हल्के जलभराव वाले गांवों तोशसाम, सागवन, दांग, दांगकलां, दांग खुर्द, बीरण आदि गांवों का दौरा किया। इस मौके पर उन्होंने तोशाम हल्के की 12 गौशालाअें के लिए एक करोड़ रूप्ये की राशि के चैक भी वितरित किए। श्रुति चौधरी ने कहा कि किसानों को जो फसलों का नुकसान हुआ है, उसके लिए ई-क्षतिपूर्ति पोर्टल के माध्यम से आंकड़े जुटाए गए है तथा पानी निकासी के बाद नुकसान वाले क्षेत्रों में मुआवजे की व्यवस्था की जाएगी। Haryana Flood
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी खुद जलभराव वाले क्षेत्रों पर नजर रखे हुए है। मुख्यमंत्री ने तोशाम क्षेत्र में हुए जलभराव को लेकर उनसे बातचीत की है। इसके अलावा मुख्यमंत्री मकानों व पशुधन को हुए नुकसान के मुआवजे की बात भी कह चुके है। उन्होंने कहा कि सिंचाई विभाग जलभरव की स्थिति से निपटने में लगा हुआ है। पंजाब में बाढ़ का मुआवजा हरियाणा से अधिक दिए जाने के प्रश्र पर उन्होंने कहा कि पंजाब में बाढ़ की स्थिति ज्यादा खराब है।
वही एसवाईएल का पानी पंजाब द्वारा हरियाणा को ना दिए जाने के चलते पंजाब में बाढ़ जैसी स्थिति पैदा हुई है, इस सवाल पर सिंचाई मंत्री श्रुति चौधरी ने कहा कि यह एक राजनीतिक मुद्दा है, फिलहाल राज्य सरकार की प्राथमिकता हरियाणा के बाढ़ ग्रस्त क्षेत्रों से पानी निकालने की है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पंजाब दौरे के प्रश्र पर उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री हरियाणा के हितों के लिए भी प्रतिबद्ध रहते है। उनका दौरा किस राज्य का है, यह प्रधानमंत्री का अधिकार क्षेत्र है। Haryana Flood
यह भी पढ़ें:– यूपी गेट से होगी ‘ग्रेटर गाजियाबाद’ की भव्य शुरुआत: विक्रमादित्य सिंह मलिक