खजाने के कागजों में 12 हजार करोड़, केंद्र से आई ‘नकदी’ कहां गई, कोई बताने को तैयार नहीं

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Chandigarh News: खजाने के कागजों में 12 हजार करोड़, केंद्र से आई ‘नकदी’ कहां गई, कोई बताने को तैयार नहीं

आपसी संघर्ष में आपदा प्रबंधन विभाग हुआ मोहताज, 28 दिनों में केवल 150 करोड़ मिले

  • हर साल केंद्र सरकार आपदा प्रबंधन विभाग के लिए सरकार को भेज रही धन, पंजाब को भी पूरी जानकारी

चंडीगढ़ (सच कहूँ/अश्वनी चावला)। Chandigarh News: पंजाब व केंद्र सरकार के बीच चल रही 12 हजार करोड़ रुपये की लड़ाई में यह साफ हो गया है कि पंजाब सरकार के सरकारी खजाने के ‘कागजों’ में 12 हजार करोड़ रुपये दर्ज हैं। पिछले 15 सालों से लगातार केंद्र सरकार की ओर से पंजाब को हर साल पैसा भेजा भी जा रहा है, लेकिन केंद्र सरकार से भेजी गई यह 12 हजार करोड़ रुपये की ‘नकदी’ कहां है? यह पंजाब सरकार जवाब देने के लिए तैयार नहीं है। जबकि केंद्र सरकार व पंजाब सरकार के बीच इस 12 हजार करोड़ रुपये को लेकर छिड़ी बहस में सबसे अधिक प्रभावित आपदा प्रबंधन विभाग हो रहा है। Chandigarh News

इस विभाग के पास 12 हजार करोड़ रुपये रिजर्व पड़े होने के बावजूद भी सरकारी खजाने से अब तक केवल 150 करोड़ रुपये ही जारी किए गए हैं। पंजाब का आपदा प्रबंधन विभाग पिछले 28 दिनों से केवल 150 करोड़ रुपये के साथ राहत कार्य करने के लिए संघर्ष कर रहा है। आगामी दिनों में इस आपदा प्रबंधन विभाग को कई हजार करोड़ रुपये की आवश्यकता होगी। सवाल उठ रहे हैं कि क्या वित्त विभाग उसे अपने ही रिजर्व पैसे को देगा या फिर नहीं।

जानकारी के अनुसार केंद्र सरकार हर साल एसडीआरएफ व एनडीआरएफ के लिए पैसा अलॉट करती है। यदि किसी राज्य में आपदा आती है, तो एसडीआरएफ से खर्च किया जाता है, जबकि राष्ट्रीय आपदा के लिए एनडीआरएफ से पैसा खर्च किया जाता है। पंजाब सरकार द्वारा बनाए गए एसडीआरएफ में केन्द्र सरकार पिछले 15 वर्षों से लगातार हर साल सैकड़ों करोड़ रुपये भेज रही है, और यह पैसा अब लगभग 12 हजार करोड़ रुपये बन चुका है। केंद्र सरकार ने पंजाब सरकार को कहा है कि राज्य में आए बाढ़ के कारण आम लोगों को मुआवजा देने के लिए इस 12 हजार करोड़ रुपये में से पैसा खर्च कर लिया जाए, लेकिन पंजाब सरकार के कई मंत्री यह दावा कर रहे हैं कि पंजाब में ऐसा कोई पैसा नहीं आया।

केंद्र सरकार के आंकड़े यह साबित करते हैं कि पंजाब को हर साल दो किस्तों में पैसा मिला है और यह पैसा पंजाब सरकार के खजाने में रखा गया है। इसके लिए अलग से कोई फंड नहीं बनाया गया है। इस कारण से ही प्राकृतिक आपदा से जूझ रहे आम लोगों को मुआवजा देने के लिए आपदा प्रबंधन विभाग को काफी पैसे की आवश्यकता है, परंतु अब तक केवल 150 करोड़ रुपये ही सरकारी खजाने से जारी किए गए हैं। इसी 150 करोड़ रुपये के साथ आपदा प्रबंधन विभाग को काम करना पड़ रहा है। जहां खजाने में 12 हजार करोड़ रुपये की ‘नकदी’ है, वह कहां है, यह बताने को कोई तैयार नहीं है।

रुपयों को इस्तेमाल में लेती आई है पंजाब सरकार | Chandigarh News

एसडीआरएफ में पड़े कई हजार करोड़ रुपए (मौजूदा समय में 12 हजार करोड़ रुपए) को पंजाब की हर सरकार ने अपनी सुविधा अनुसार इस्तेमाल किया है। इस पैसे को सरकारी खजाने में ही रखा जाता रहा है व आम आदमी पार्टी के सरकार के साथ ही पूर्व कांग्रेस या फिर अकाली-भाजपा सरकारों ने भी अपनी जरूरत अनुसार इसे इस्तेमाल किया है, कभी इसे लोन के रूप में इस्तेमाल किया है तो कभी आरजी रूप में कुछ माह के लिए खर्च किया गया है, लेकिन ‘कागजों’ में इस पैसे को हर सरकार ने दिखाया है। अब यह बहस छिड़ गई है कि अगर यह सिर्फ प्राकृतिक आपदा के लिए रुपया आया था तो राज्य सरकारों ने इस फंड को क्यों अपने लिए खर्च किया। इस सवाल का जवाब कोई भी देने को तैयार नहीं है।

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